समग्र शिक्षा की वार्षिक कार्ययोजना के अनुसार राष्ट्रीय आविष्कार अभियान कार्यक्रम के अंतर्गत वर्ष 2022-23 की गतिविधियां होगी संचालित
लखनऊः 29 जुलाई, 2022
उत्तर प्रदेश बेसिक शिक्षा विभाग के तहत समग्र शिक्षा की वार्षिक कार्ययोजना के अनुसार राष्ट्रीय आविष्कार अभियान कार्यक्रम के अंतर्गत वर्ष 2022-23 की गतिविधियां जनपद स्तर पर विज्ञान प्रदर्शनी का आयोजन, ब्लॉक स्तर पर विज्ञान क्विज प्रतियोगिता का आयोजन, उच्च प्राथमिक विद्यालयों में विज्ञान किट उपलब्ध कराना, प्रति विकास खण्ड 50 बच्चों का एक्सपोजर विजिट कराना, राष्ट्रीय आविष्कार अभियान कार्यक्रम के अनुश्रवण एवं सहयोग हेतु आई0आईटी० कानपुर एवं एम०एन०एन०आई०टी० प्रयागराज के प्रस्ताव पर चर्चा करना। शिक्षा मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा वार्षिक कार्ययोजना 2022-23 हेतु राष्ट्रीय आविष्कार अभियान कार्यक्रम के संचालना हेतु जनपदों में राष्ट्रीय आविष्कार अभियान कार्यक्रम के क्रियान्वयन हेतु राज्य स्तरीय परिचालन समिति द्वारा निर्णय लिये गये।
यह जानकारी महानिदेशक स्कूल शिक्षा श्री विजय किरन आनन्द ने दी है। उन्होंने बताया कि विकास खण्ड स्तर पर बच्चों में तर्क, चिन्तन एवं कल्पना पर आधारित प्रश्नों के माध्यम से खण्ड शिक्षा अधिकारी की अध्यक्षता में विज्ञान विषय से संबंधित क्विज प्रतियोगिता का आयोजन किया जायेगा, जिसमें संबंधित विकास खण्ड के अंतर्गत आने वाले समस्त उच्च प्राथमिक विद्यालयों से निर्धारित संख्या में रूचि एवं उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले बच्चों (बालिका एवं बालक) की पहचान कर प्रतिभागिता सुनिश्चित करायी जायेगी। क्विज प्रतियोगिता का आयोजन/कियान्वयन संबंधित विकास खण्ड के खण्ड शिक्षा अधिकारी द्वारा ए०आर०पी०, उ०प्रा० विद्यालय के प्रधानाध्यापक एवं विज्ञान विषय के शिक्षकों के साथ समन्वय स्थापित करते हुए संचालन कराया जायेगा। विकास खण्ड स्तर पर विजेता/सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने वाले बच्चों द्वारा जनपद स्तर पर आयोजित होने वाली विज्ञान प्रदर्शनी में प्रतिभागिता सुनिश्चित की जायगी। जनपद स्तर पर आयोजित होने वाली विज्ञान प्रदर्शनी में प्रतिभागिता हेतु बच्चों की संख्या (बालिका एवं बालक) का निर्धारण जनपद द्वारा किया जायेगा। ब्लॉक स्तर पर उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले बच्चों को जनपद स्तर पर आयोजित होने वाली विज्ञान प्रदर्शनी में प्रतिभाग करने हेतु मॉडल बनाने के लिये धनराशि प्रदान की जायेगी। बच्चों को उक्त धनराशि क्विजप्रतियोगिता के दौरान ही नगद दिया जाये, जिससे समयान्तर्गत विज्ञान का मॉडल बनाया जा सके। बच्चों से मॉडल बनवाने का उत्तरदायित्व संबंधित प्रधानाध्यापक एवं विज्ञान शिक्षक का होगा। क्विज प्रतियोगिता छात्र-छात्राओं द्वारा प्रदर्शन को विशेषज्ञों की निर्णायक समिति द्वारा उत्कृष्टता के आधार पर टॉपर बच्चों का चयन करते हुये पुरस्कृत किया जायेगा। इस हेतु विकास खण्ड स्तर पर निम्नवत् तीन सदस्यीय निर्णायक समिति का गठन किया जायेगा। खण्ड शिक्षा अधिकारी अध्यक्ष, संबंधित विकास खण्ड के लिये नियुक्त डायट मेण्टर सदस्य, संबंधित विकास खण्ड के विज्ञान/गणित के ए०आर०पी० सदस्य होंगे। ब्लॉक स्तर पर क्विज प्रतियोगिता के आयोजन/संचालन के लिये समस्त व्यवस्था यथा-टेन्ट सामग्री, लंच, जलपान, प्रमाण-पत्र, मोमेन्टो, प्रमाण पत्र, पुरस्कार इत्यादि के लिये पी0ए0बी0 द्वारा वार्षिक कार्ययोजना 2022-23 में ब्लॉक स्तर पर क्विज प्रतियोगिता के आयोजन/संचालन हेतु यू-डॉयस 2020-21 के छात्र संख्या के आधार पर रू0 456.58712 लाख की स्वीकृति दी गयी है। तत्कम में उक्त गतिविधि के कियान्वयन हेतु पी०ए०बी० में प्राप्त स्वीकृति के अनुसार धनराशि वित्तीय नियमानुसार जनपदों को प्रेषित की जाये। उक्त कार्यक्रम के क्रियान्वयन हेतु विस्तृत दिशानिर्देश के साथ धनराशि ब्लॉक/जनपदों को प्रेषित किया जाये।
महानिदेशक स्कूल शिक्षा ने बताया कि जनपद स्तरीय विज्ञान प्रदर्शनी में कुल 100 बच्चों द्वारा प्रतिभाग किया जायेगा। बच्चों को विज्ञान प्रदर्शनी में सुरक्षित आवागमन एवं बच्चों को सहयोग प्रदान करने के लिये संबंधित विद्यालय के प्रधानाध्यापक अथवा विज्ञान/गणित के शिक्षक की उपस्थिति अनिवार्य होगी। जनपद स्तरीय विज्ञान प्रदर्शनी में विकास खण्डों की संख्या के आधार पर प्रत्येक विकास खण्ड के लिये बच्चों की संख्या आगणित की जाये, जिससे कि 100 बच्चों का लक्ष्य पूर्ण हो सके। विकास खण्ड स्तरीय क्विज प्रतियोगिता में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले बच्चों में से जनपद द्वारा निर्धारित संख्या के अनुसार जनपद स्तरीय विज्ञान प्रदर्शनी में बच्चों की प्रतिभागिता सुनिश्चित की जाये। बच्चों की प्रतिभागिता सुनिश्चित कराने का उत्तरदायित्व संबंधित विद्यालय के प्रधानाध्यापक एवं खण्ड शिक्षा अधिकारी का होगा। ताकि विज्ञान प्रदर्शनी में विज्ञान/गणित के ए०आर०पी०/समस्त एस०आर०जी०/समस्त खण्ड शिक्षा अधिकारी/समस्त जिला समन्वयक/जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी एवं डायट प्राचार्य द्वारा प्रतिभागिता सुनिश्चित करते हुए बच्चों को प्रोत्साहित किया जाये। जनपद स्तरीय विज्ञान प्रदर्शनी में छात्र-छात्राओं द्वारा प्रदर्शित/प्रस्तुत मॉडल्स में से विशेषज्ञों की निर्णायक समिति द्वारा उत्कृष्टता के आधार पर 10 सर्वश्रेष्ठ मॉडल्स का चयन किया जायेगा तथा पुरस्कृत किया जायेगा। इसके लिये जनपद स्तर पर निम्नवत् निर्णायक समिति का गठन किया जाये। जनपद स्तर पर आयोजित की जाने वाली विज्ञान प्रदर्शनी में प्रतिभाग करने वाले सर्वश्रेष्ठ 10 बच्चों को संबंधित पुस्तकों का सेट/विज्ञान संबंधी सामग्री/मोमेन्टो/विज्ञान किट माइकोस्कोप/नगद पुरस्कार इत्यादि प्रदान किया जायेगा। जनपद स्तर पर आयोजित की जाने वाली विज्ञान प्रदर्शनी में प्रतिभाग करने वाले सभी बच्चों को प्रतिभागिता हेतु केवल प्रमाण पत्र दिया जायेगा। प्रदर्शनी में विज्ञान से संबंधित मुद्दों पर कार्य करने वाली संस्थाओं को भी आमंत्रित किया जाये तथा उनका अपेक्षित सहयोग प्राप्त किया जाये।
महानिदेशक स्कूल शिक्षा ने बताया कि जिला विज्ञान क्लब को आमंत्रित कर बच्चों में वैज्ञानिक चेतना विकसित करने हेतु जागरूक किया जाये तथा शिक्षकों एवं छात्र-छात्राओं के लिए पृथक-पृथक विज्ञान/गणित क्लब बनाने में सहयोग प्राप्त किया जाये। जनपद स्तरीय विज्ञान प्रदर्शनी के आयोजन/ संचालन के लिये समस्त व्यवस्था यथा-टेन्ट सामग्री, लंच, जलपान, प्रमाण-पत्र, मोमन्टो, प्रमाण पत्र, पुरस्कार इत्यादि के लिये निर्धारित धनराशि वित्तीय नियमानुसार अनुमन्य किया जाये। तदनुसार कार्यक्रम के क्रियान्वयन हेतु विस्तृत दिशा निर्देश के साथ धनराशि ब्लॉक/जनपदों को प्रेषित किया जाये। बच्चों को पर्यवेक्षण, प्रयोग, निष्कर्ष निकालने और परीक्षण के माध्यम से विज्ञान से सम्बंधित खोज एवं अध्ययन करने हेतु पी०ए०बी० में स्वीकृत अवशेष 22988 (53 प्रतिशत) परिषदीय उच्च प्राथमिक विद्यालयों के लिये विज्ञान किट कय किये जाने हेतु वार्षिक कार्ययोजना 2022-23 की स्वीकृति प्रदान की गयी है। तत्क्रम में एन0सी0ई०आर०टी० नई दिल्ली की दरों के अनुरूप विज्ञान किट कय किये जाने का निर्णय लिया गया।
महानिदेशक स्कूल शिक्षा ने बताया कि प्रमुख सचिव, बेसिक शिक्षा विभाग, उत्तर प्रदेश शासन/अध्यक्ष, राज्य स्तरीय परिचालन समिति द्वारा निर्देशित किया गया कि एन0सी0ई०आर०टी०, नई दिल्ली के माध्यम से कय की जाने वाली उच्च प्राथमिक विद्यालयों के उपयोगार्थ ’साईंस किट विद माईकोस्कोप’ का क्रय किया जाये, जिससे बच्चे विज्ञान संबंधी प्रयोग कर सकें। तद्नुसार बजट का आगणन कर अग्रतर कार्यवाही सुनिश्चित की जाये। ’साईंस किट विद् माईकोस्कोप के क्रय हेतु धनराशि की अतिरिक्त आवश्यकता होने की दशा में स्म्च् मद में उपलब्ध धनराशि का उपयोग नियमानुसार किया जाये। तत्कम में वार्षिक कार्ययोजना एवं बजट 2022-23 स्वीकृति के क्रम में एन0सी0ई०आर०टी०, नई दिल्ली के माध्यम से विज्ञान किट कय हेतु एन0सी0ई०आर०टी० से प्रस्ताव प्राप्त कर अग्रेतर कार्यवाही सुनिश्चित की जाये। राष्ट्रीय आविष्कार अभियान कार्यक्रम के अंतर्गत खण्ड शिक्षा अधिकारी की अध्यक्षता में प्रति विकास खण्ड चयनित 50 बच्चों का एक्सपोजर विजिट कराया जाये। इसके लिये विकास खण्ड स्तर पर क्विज प्रतियोगिता में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले 50 बच्चों को चिन्हित किया जाये। बच्चों को चिन्हित करने में यह ध्यान रखा जाये कि बालक एवं बालिकाओं को समान अवसर मिले तथा विभिन्न वर्गों के बच्चों को भी प्रतिनिधित्व मिले। जनपद स्तर पर आयोजित विज्ञान प्रदर्शनी में प्रतिनिधित्व करने वाले बच्चों को एक्सपोजर विजिट में अवश्य सम्मिलित किया जाये। एक्सपोजर विजिट पर भेजने हेतु संबंधित बालक/बालिका के माता-पिता / अभिभावक से सहमति प्राप्त की जाये। एक्सपोजर विजिट बच्चों के साथ विज्ञान/गणित के कम से कम 5 शिक्षक/प्रधानाध्यापक, संबंधित विकास खण्ड के विज्ञान एवं गणित के ए०आर०पी० तथा संबंधित ब्लॉक के खण्ड शिक्षा अधिकारी भ्रमण के दौरान उपस्थित रहेंगे। एक्सपोजर विजिट में महिला शिक्षिका एवं महिला ए०आर०पी० को अवश्य सम्मिलित किया जाये ताकि बालिकाओं को कोई असुविधा न हो। जिला समन्वयक (प्रशिक्षण) एवं जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी अपनी सुविधानुसार विकास खण्ड द्वारा आयोजित एक्सपोजर विजिट में प्रतिभाग करेंगे तथा बच्चों को प्रोत्साहित करेंगे। एक्सपोजर विजिट के लिये जनपद के अन्दर अथवा निकट के जनपद /मण्डल में स्थापित प्रतिष्ठान जैसे-चीनी मिल, तारामण्डल, रीजनल सांइस सिटी, म्यूजियम, नेशनल बॉटिनिकल रिसर्च इंस्टीट्यूट, इंस्टीट्यूट आफ हार्टीकल्चर टेक्नोलॉजी, औद्योगिक इकाई, स्थापित प्रयोगशाला, वैज्ञानिक अनुसंधान इत्यादि का पूर्व में चिन्हांकन एवं संबंधित संस्थान से वार्ता एवं समन्वय कर बच्चों का एक्सपोजर विजिट सुनिश्चित किया जायेगा तथा उनकी जिज्ञासा को दूर किया जायेगा। उन्होंने बताया कि परियोजना समायोजक, आंचलिक विज्ञान नगरी, लखनऊ द्वारा अवगत कराया गया कि परिषदीय उच्च प्राथमिक विद्यालयों में अध्ययनरत बच्चों को आंचलिक विज्ञान नगरी में एक्सपोजर विजिट कराया जाये, जहां पर बच्चों को सीखने के लिये विज्ञान संबंधी अनेक प्रोजेक्ट, यंत्र इत्यादि देखने व समझने का अवसर प्राप्त हो सकेगा। तत्कम में निर्देशित किया गया कि आंचलिक विज्ञान नगरी, लखनऊ द्वारा एक सप्ताह के अन्दर समग्र शिक्षा, राज्य परियोजना कार्यालय को सुसंगत प्रस्ताव उपलब्ध कराया जाये। एक्सपोजर विजिट सम्बंधित समस्त व्यवस्था यथा-यात्रा व्यय, लंच, जलपान, बच्चों के लिये किट/स्टेशनरी इत्यादि के लिये प्रति छात्र रू0 600 की दर से कुल 50 बच्चों के लिये कुल रू० 30,000.00 की धनराशि प्रति विकास खण्ड वित्तीय नियमानुसार अनुमन्य किया जाये तथा उक्त धनराशि के व्यय/क्रियान्वयन करने के लिये विस्तृत दिशानिर्देश ब्लॉक / जनपदों को प्रेषित किया जाये।
महानिदेशक स्कूल शिक्षा श्री विजय किरन आनन्द ने बताया कि राष्ट्रीय आविष्कार अभियान कार्यक्रम में सहयोग एवं अनुश्रवण हेतु भारत सरकार द्वारा उत्तर प्रदेश की दो प्रतिष्ठित संस्थाओं- आई०आई०टी०, कानपुर एवं एम०एन०एन०आई०टी०, प्रयागराज को मेन्टरिंग संस्था के रूप में स्वीकृति प्रदान की गयी है। वार्षिक कार्ययोजना 2022-23 में राष्ट्रीय आविष्कार अभियान कार्यक्रम में सहयोग एवं अनुश्रवण हेतु भारत सरकार द्वारा प्रत्येक विद्यालय के लिए धनराशि स्वीकृत की गयी है। तत्क्रम में शिक्षकों एवं बच्चों के उपयोगार्थ विज्ञान विषय से संबंधित ।बजपअपजल ठंेमक स्मंतदपदह को बढ़ावा देने के लिये उच्च कोटि के शैक्षणिक वीडियोज विकसित करने हेतु आई०आई०टी० कानपुर एवं एम०एन०एन०आई०टी०, प्रयागराज को सुसंगत प्रस्ताव एक सप्ताह के अन्दर उपलब्ध कराने हेतु निर्देशित किया गया।
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