जौनपुर। हाईवे पर धड़ल्ले से संचालित है अवैध वाहन स्टैंड
जलालपुर,जौनपुर। उत्तर प्रदेश में लगातार बढ़ रहे सड़क हादसों से चिंतित मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रदेश के सभी जिलों से 24 घंटों में अवैध बस और टैक्सी स्टैंड खत्म करने के सख्त निर्देश दिए हैं। साथ ही ओवरस्पीडिंग, ओवरलोडिंग के विरुद्ध कार्रवाई करने और नियमों के उल्लंघन पर चालान करने को कहा है। लेकिन कई दिन बीतने के बाद भी सड़कों पर बने अवैध वहन स्टैंड अभी तक नहीं हटा। जलालपुर थाना क्षेत्र में मुख्यमंत्री के आदेशों को ठेंगा दिखाकर पुलिस की सांठगांठ से जगह -जगह अभी भी हाईवे पर अवैध वाहन स्टैंड संचालित है। क्षेत्र के जलालपुर चौराहे पर वाराणसी- लखनऊ राष्ट्रीय राजमार्ग पर पुलिस की सांठगांठ से धड़ल्ले से अवैध वाहन स्टैंड संचालित है। इस वाहन स्टैंड से बिना टैक्सी परमिट के काफी वाहन सवारियां भरकर फर्राटे भर रहे हैं। जिसकी वजह से परिवहन विभाग को हर साल लाखों रुपए राजस्व की हानि हो रही है। इस स्टैंड से बस,जीप,मैजिक, टैंपो सहित अन्य वाहन चालकों द्वारा जौनपुर, वाराणसी, केराकत, मड़ियाहूं सहित अन्य जगहों की सवारियों को ठूंसकर भरा जाता है। सवारियां भरते समय कोई वाद विवाद न हो इसके लिए लोडर की व्यवस्था की गई है। लोडर वाहन चालको से सुविधा शुल्क के नाम पर प्रति चक्कर का 20 रूपया वसूलता है और सुविधा शुल्क देने वाले वाहनों को ही सड़को पर लाइन लगाकर सवारिया भरवाता है। इस अवैध वाहन स्टैंड से दिन भर में लगभग सौ की संख्या में वाहन चलते हैं। दिनभर में एक वाहन करीब आठ से दस चक्कर लगाता हैं। वाहन स्टैंड से लोडर द्वारा सुविधा शुल्क के नाम पर वाहन चालको से एक दिन में करीब आठ से दस हजार रुपए वसूल लिया जाता है। वसूले गए रकम में पुलिस का कितना शेयर होता है यह बात स्पष्ट नहीं है। कुछ लोगो ने नाम न छापने के शर्त पर बताया कि यह सारा खेल पुलिस की संरक्षण में होता है यही कारण है कि चौराहे पर पुलिस की पीके ड्यूटी लगी होती है परंतु पुलिस सब कुछ नजरअंदाज कर देती है। चर्चा यह भी है कि पुलिस लोडर तथा वाहन चालको से महीना भी लेती है। जिसकी वजह से अभी भी अवैध वाहन स्टैंड संचालित है। फिलहाल सच्चाई तभी सामने आएगा,जब इसकी निष्पक्ष जांच आलाधिकारियों से कराई जाएगी।
एक टिप्पणी भेजें
If you have any doubts, please let me know