मछलीशहर/जौनपुर। स्वाभिमान के लिए खानी पड़ी थी जिन्हें दो जून की घास की रोटियां- अन्ना
मछलीशहर,जौनपुर। विकास खंड मछलीशहर की ग्राम पंचायत बामी के भूतपूर्व ग्राम प्रधान स्वर्गीय रामबहादुर सिंह की स्मृति में निर्मित महाराणा प्रताप प्रवेशद्वार पर वृहस्पतिवार को महाराणा प्रताप की 482 वीं जयंती मनाई गई। कार्यक्रम के आरंभ में राष्ट्रीय गौरव रत्न सम्मान प्राप्त समाजसेवी जज सिंह अन्ना ने महाराणा प्रताप की विशाल मूर्ति पर माल्यार्पण किया,तत्पश्चात दीप प्रज्ज्वलित कर मूर्ति की आरती उतारी। उपस्थित लोगों ने महाराणा प्रताप अमर रहें के नारे लगाए।
उपस्थित लोगों को सम्बोधित करते हुए जज सिंह अन्ना ने कहा कि महाराणा प्रताप ने राष्ट्र के स्वाभिमान से कभी समझौता नहीं किया जिसके चलते उनका जीवन संघर्षों से जूझता रहा। अपने जीवन के कठिन दिनों में राजा होते हुए भी जंगल में उन्हें दो जून की रोटी भी घास की ही नसीब होती थी। उनके समकालीन राजपूत राजा राष्ट्र के स्वाभिमान से समझौता कर मुग़ल दरबार में छप्पन भोग का आनंद लेते थे। लेकिन उन राजपूत राजाओं का सम्मान आज महाराणा प्रताप के घोड़े चेतक और हाथी रामप्रसाद से भी कम है। कहा जाता है कि उनके हाथी रामप्रसाद ने हल्दीघाटी के युद्ध में अकेले 13 हाथियों को मार डाला था। जब मुग़ल सेना ने 14 महावतों की मदद से रामप्रसाद को बन्दी बना लिया तो उसने स्वामिभक्ति के चलते 18 दिनों तक मुग़ल सेना द्वारा दिया कोई भोजन ग्रहण नहीं किया और अपने प्राण त्याग दिए। उसकी मृत्यु पर अकबर ने कहा था कि "जिसके हाथी को मैं नहीं झुका पाया उस महाराणा प्रताप को मैं क्या झुका पाऊंगा ?" आपको बताते चलें कि अंग्रेजी कैलेंडर के अनुसार महाराणा प्रताप की जयंती 9 मई को पड़ती है किन्तु हिन्दू पंचांग के अनुसार उनकी जयंती ज्येष्ठ मास की शुक्ल पक्ष की तृतीया को पड़ती है। राजस्थान सहित ज्यादातर राज्यों में हिन्दू पंचांग के अनुसार ही उनकी जयंती मनाई जाती है। इस वर्ष यह दो जून को है, रिजर्व बैंक ने हरियाणा,हिमांचल प्रदेश एवं राजस्थान में बैंकों में महाराणा प्रताप जयंती के उपलक्ष्य में 2 जून को ही स्थानीय अवकाश घोषित कर रखा है। हल्दी घाटी में आज ही मेले का आयोजन किया जा रहा है। आज के कार्यक्रम में प्रधान पति शैलेंद्र सिंह के अलावा प्रसिद्ध नारायण सिंह, सूर्य प्रताप सिंह, वीरेन्द्र सिंह, विनोद सिंह, राजनाथ यादव,झारी प्रजापति,मुन्ना गौतम,उमहा गौड़ सहित भारी संख्या में क्षेत्र के युवा मौजूद रहें।
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