काशी नरेश राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय ज्ञानपुर भदोही में आज दिनांक 18 जून 2022 को रानी लक्ष्मीबाई शहादत दिवस एवं वीरांगना दिवस के अवसर पर एक ऑनलाइन वेबीनार आयोजित किया गया। बेबिनार के मुख्य वक्ता डॉ एस एन वर्मा राजकीय महाविद्यालय सेवापुरी रहे।कार्यक्रम का आरंभ महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ पी एन डोंगरे के अध्यक्षीय उद्बोधन से आरंभ हुआ। उन्होंने बताया आजादी का अमृत महोत्सव और मिशन शक्ति अभियांन समाज में नव स्फूर्ति का पर्व है। इसमें शामिल होकर हमारी गौरव गाथा हमारे समक्ष आती है जिससे हम प्रेरणा लेकर आगे कार्य में तत्पर होते हैं। कार्यक्रम के मुख्य वक्ता डॉ एस एन वर्मा ने रानी लक्ष्मीबाई के व्यक्तित्व और कृतित्व पर प्रकाश डाला। उन्होंने बताया जब देश गुलामी की जंजीरों में जकड़ा हुआ था, तब रानी लक्ष्मी बाई द्वारा प्रगतिशील, उन्नतशील समावेशी  महिला सेना का निर्माण करना उनकी दूरदर्शिता और योग्यता को दर्शाता है। उन्होंने यह भी बताया कि उनकी सेना में मुस्लिम भी विश्वसनीय और उच्च पदों पर थे। इस प्रकार की भावना से राज्य का संचालन सांप्रदायिक एकता का प्रतीक है। कार्यक्रम की संयोजिका डॉ कामिनी वर्मा ने बताया रानी लक्ष्मीबाई इतनी विलक्षण प्रतिभा की धनी थी, कि ब्रिटिश सेना के जनरल ह्यूरोज ने भी उनके वीरगति प्राप्त होने के बाद अपनी क्रांति रिपोर्ट में उनकी प्रशंसा की है। साथ ही उन्हें विद्रोही नेताओं में सबसे अधिक खतरनाक भी बताया है। कार्यक्रम में छात्रों में आदर्श तिवारी ने रानी लक्ष्मीबाई के जीवन पर अपने विचार रखें । साथ ही विवेक कुमार तिवारी ,उपासना जायसवाल, गायत्री तिवारी ने सुभद्रा कुमारी चौहान की कविता बुंदेले हरबोलों के मुंह हमने सुनी कहानी थी। का वाचन किया। कार्यक्रम  में तकनीकी संयोजन एवं धन्यवाद ज्ञापन डॉ मोनिका सरोज ने किया।  उन्होंने बताया ऐसी विलक्षण प्रतिभायें कभी-कभी ही धरती पर आती है। हमें उनसे प्रेरणा लेकर कर्तव्य पथ पर अग्रसर रहना चाहिए। कार्यक्रम में डॉक्टर जय सिंह यादव, डॉ अर्चना, डॉक्टर सर्वेश आनंद, डॉ सुमन, डॉक्टर रश्मि ,डॉ सुधीर रंजन सहित बड़ी संख्या में छात्र छात्राएं उपस्थित रहे।

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