बांदा मंडल कारागार में बंद मऊ के पूर्व विधायक मुख्तार अंसारी की सुरक्षा-व्यवस्था में बदलाव किया गया है। अब हर महीने जेल वार्डर बदलेंगे जाएंगे, जो अलग-अलग जेलों से होंगे। आठ-आठ घंटे की तीन शिफ्ट में कुल 11 वार्डर सुरक्षा-व्यवस्था में लगाए जाते हैं। माना जा रहा है कुछ दिनों पहले खातिरदारी की घटना को संज्ञान में लेते हुए योगी सरकार ने यह बदलाव किया है।
मुख्तार अंसारी की खातिरदारी के खुलासे के बाद बांदा मंडल कारागार के डिप्टी जेलर और चार बंदीरक्षकों को निलंबित कर दिया गया था। अधिकारियों की छापेमारी में मुख्तार की बैरक में बड़ी मात्रा में आम, खजूर, कीवी जैसे फल पाए गए थे। जेल मैनुअल से अलग विशेष भोजन मिला था।प्रभारी जेल अधीक्षक वीरेंद्र कुमार वर्मा ने बताया कि मुख्तार अंसारी की सुरक्षा-व्यवस्था के लिए पहले उन्नाव, प्रयागराज के नैनी और कानपुर से जेल वार्डर अल्टरनेट भेजे जाते थे। बीते दिनों हुई घटनाओं को ध्यान में रखते हुए आलाधिकारियों ने बदलाव किया है।
अब प्रदेशभर की जेल से वार्डर भेजे जाएंगे। बताया कि जैसे एक महीने सहारनपुर से 12 जेल वार्डर भेजे जाएंगे तो दूसरे महीने बरेली से भेजे गए जेल वार्डर की तैनाती होगी। हर माह अलग-अलग जेल से 12 वार्डर भेजे जाएंगे।
बताया कि तीन शिफ्ट में ड्यूटी चार्ट बना है। एक शिफ्ट में 11 बार्डर मुख्तार की तन्हाई बैरक के बाहर सुरक्षा में तैनात किए जाते हैं। इनमें चार वार्डर दूसरी जेलों के रहते हैं, जोकि बैरक के पास लगाए जाते हैं। सात वार्डर बांदा जेल के होते हैं, जिनकी ड्यूटी बैरक के ईद-गिर्द रहती है।
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