*बच्चों की शिक्षा के साथ स्वास्थ्य की देखभाल आवश्यक : डॉ. पंकज*
जनपद में सृजन शिक्षा व स्वास्थ्य पर कर रही है अच्छा कार्य
डॉक्स नियर मी ई क्लीनिक के माध्यम से जरूरतमन्द देश के प्रतिष्ठित डॉक्टरों से ऑनलाइन ले रहे है परामर्श
बहराइच।स्वस्थ शरीर में स्वस्थ मस्तिष्क का निवास होता है इसलिए बच्चों की शिक्षा के साथ स्वास्थ्य का देखभाल करना आवश्यक है।बच्चे भगवान का रूप होते है वही आगे चलकर शिक्षक,राजनेता, इंजीनियर,डॉक्टर व अन्य पद धारण करते है।शिक्षा सबसे शक्तिशाली हथियार है जिसे दुनिया बदलने के लिए इस्तेमाल किया जा सकता है।शिक्षा के बिना इंसान अधूरा है।यह बातें डिवाइन हार्ट मल्टीस्पेशलिटी हॉस्पिटल लखनऊ के मेडिकल डायरेक्टर एवं वरिष्ठ कार्डियक सर्जन देश के प्रसिद्ध ह्रदय रोग विशेषज्ञ डॉ. पंकज कुमार श्रीवास्तव ने एक साक्षात्कार के दौरान कही।उल्लेखनीय हो कि जनपद के टिकोरामोड़ स्थित हेमरिया गांव में 'सृजन' के माध्यम से बच्चों को निशुल्क कंप्यूटर कौशल ,अंग्रेजी से हिंदी गणित एवं संस्कृति परंपराओं के बारे में शिक्षा देने का संकल्प लिया गया है इसके साथ साथ डॉक्स नियर मी के माध्यम से जरूरतमन्द देश के प्रतिष्ठित डॉक्टरों से ऑनलाइन परामर्श ले सकते है।साक्षात्कार के दौरान डॉ. पंकज ने बताया कि जैनस इनीशिएटिव्स संस्था द्वारा 30 जरूरतमंद बच्चों को ₹12000 प्रति वर्ष के हिसाब से स्कॉलरशिप भी दी जाती है।उन्होंने बताया कि कोविड काल के दौरान नि:शुल्क मास्क ,बच्चों की अच्छे स्वास्थ्य के लिए नि:शुल्क हाइजीन किट वितरण एवं प्राथमिक स्कूल को स्वास्थ्य के प्रति गोद लेकर बच्चों के निशुल्क स्वास्थ्य परीक्षण कर उन्हें जागरूक करने का कार्य किया गया।उन्होंने बताया कि जनपद शिक्षा के क्षेत्र में काफी पिछड़ा हुआ है स्वास्थ्य के साथ-साथ शिक्षा में भी कार्य करना बहुत ही आवश्यक है।जैनस इनीशिएटिव्स संस्था द्वारा सृजन शुरू कर एक अच्छी सोच की शुरुआत की गई है जो बच्चों को एक पूर्ण सफल बनाने के लिए उसको बचपन से ही सही प्रकार से शिक्षित एवं प्रशिक्षित करना यह हम सबका एक प्रयास है।उन्होंने बताया कि सृजन का आगे विस्तार किया जाएगा गोंडा, बलरामपुर, लखीमपुर में भी ऐसे प्रशिक्षण कार्यक्रम व डॉक्टरों द्वारा कैम्प लगाया जाएगा।
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