बलरामपुर ।। जनपद बलरामपुर जिला मुख्यालय के नगर पालिका परिषद क्षेत्र में विशुनीपुर वार्ड के अंतर्गत बनाए गए शवदाह गृह के निर्माण में एक बार फिर बड़ा घोटाला सामने आया है ।
उपजिलाधिकारी सदर राजेंद्र बहादुर ने सोमवार को विशुनीपुर वार्ड में पुनर्निर्माण किए जा रहे शवदाह गृह के निर्माण कार्यों का औचक निरीक्षण किया । निरीक्षण में घटिया सामग्री के प्रयोग तथा मानक विहीन उपयोग की पुष्टि हुई, जिसके बाद उन्होंने संबंधित अधिकारियों को कड़ी फटकार लगाते हुए मानक के अनुरूप सही सामग्री के प्रयोग का निर्देश दिया ।
जानकारी के अनुसार नगर पालिका बलरामपुर क्षेत्र के विशुनीपुर वार्ड में वर्ष 2018-19 में लगभग 30 लाख की लागत से शवदाह गृह तथा बाउंड्री वाल का निर्माण कराया गया था । विगत दिनों आई हलकी आंधी में शवदाह गृह पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गया था, जिसके बाद निर्माण में भ्रष्टाचार की शिकायतें सामने आई ।अपनी कमियों को छुपाने के लिए नगर पालिका प्रशासन ने नोडल एजेंसी से पुनः निर्माण का निर्देश दिया था । पुनः निर्माण में भी अब भ्रष्टाचार का मामला सामने आ रहा है । शवदाह गृह के लिए गठित जांच कमेटी में उप जिला अधिकारी प्रमुख है । उपजिला अधिकारी राजेंद्र बहादुर ने 5 जून को स्थलीय निरीक्षण किया, जिसमें बड़े पैमाने पर घोटाला सामने आया । निरीक्षण के दौरान पूछताछ पर बताया गया कि 1 बोरी सीमेंट के साथ 5 बोरी बालू तथा 6 बोरी गिट्टी का प्रयोग किया जा रहा है । जबकि मानक के अनुरूप 1 बोरी सीमेंट के साथ डेढ बोरी मौरंग तथा तीन बोरी गिट्टी का प्रयोग होना चाहिए । जांच टीम को मौके पर बड़े पैमाने पर घटिया सामग्री प्राप्त हुई । इस प्रकार बड़े पैमाने पर घटिया सामग्री के प्रयोग तथा मानक की अनदेखी को लेकर एसडीएम ने संबंधित अधिकारियों को फटकार लगाई और चेतावनी दी कि यदि मानक के विपरीत कार्य कराया गया तो पुन: गिराकर बनाना पड़ेगा ।
उन्होंने तकनीकी अधिकारियों के हवाले से निर्देश दिया कि 1 बोरी सीमेंट के साथ दो बोरी मौरंग तथा तीन बोरी गिट्टी का प्रयोग निर्माण में किया जाए । उन्होंने चेतावनी दी कि यदि इसके विपरीत प्रयोग किया गया तो संबंधित के विरुद्ध सख्त कार्यवाई की जाएगी ।
उमेश चन्द्र तिवारी
बलरामपुर
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