जौनपुर। प्रसूता की मौत पर परिजनों ने क्लीनिक पर लगाया लापरवाही का आरोप
बदलापुर,जौनपुर। निजी क्लीनिक की लापरवाही एक बार फिर सामने आई है। बदलापुर में सिंगरामऊ रोड पर संचालित आशा पाली क्लीनिक मे बीते 24 मई की रात एक महिला को प्रसव पीड़ा होने पर परिजनों ने भर्ती करवाया। सुबह तीन बजे साधारण प्रसव कराया गया लेकिन अधिक रक्तश्राव से महिला की इलाज के दौरान वाराणसी मे मौत हो गई। मिली जानकारी के मुताबिक खुटहन थाना क्षेत्र के लखनेपुर गांव निवासी आशीष गौतम की पत्नी अनीता उर्फ खुशबु को प्रसव पीड़ा होने पर परिजनों ने बदलापुर में संचालित आशा पाली क्लीनिक में बीते 24 मई को भर्ती करवाया। जहां साधारण प्रसव से सुबह तीन बजे लड़की पैदा हुई। आरोप है कि प्रसव के बाद रक्तस्राव अधिक होने लगा। प्रसूता की हालत बिगड़ते देख परिजनों ने रेफर करने की मांग की। परिजनों को डॉक्टर ने हालत में सुधार का आश्वासन देते रहे। प्रसूता की हालत में सुधार नहीं होने पर डॉक्टर ने अपने प्राइवेट वाहन से प्रसूता को उजाला हॉस्पिटल जौनपुर ले गए। जहां पर उक्त डॉक्टर ने प्रसूता को भर्ती कर परिजनों को बिना बताए निकल गए। प्रसूता की रक्त स्राव के साथ-साथ मल मूत्र बंद होने पर उजाला हॉस्पिटल के डॉक्टरों ने वाराणसी में संचालित उजाला हॉस्पिटल के लिए रेफर कर दिया। जहां तीन दिन तक इलाज के बाद भी कोई सुधार न होने पर परिजनों ने प्रसूता को बीएचयू मे भर्ती करवाया। बीएचयू के डॉक्टरों ने प्रसूता की किडनी नही काम करने की बात कहते हुए घर भेज दिया। बीएचयू से घर लौटते समय बीते 2 मई को रास्ते में ही प्रसूता की मौत हो गई।
परिजनो का आरोप है कि गलत इंजेक्शन के प्रयोग से प्रसूता की मौत हुई है। घटना के बाद उक्त क्लीनिक संचालक अपनी क्लीनिक बंद करके बैनर आदि हटाकर फरार हो गए। घटना से गुस्साए परिजनों ने बदलापुर थाने में लिखित तहरीर देकर कार्रवाई की मांग की है। पुलिस लिखित तहरीर के आधार पर मामले की छानबीन में जुटी हुई है।
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