बाल श्रम की समस्या का समाधान सिर्फ बच्चों को काम से मुक्त करा देने से नहीं होगा बल्कि उनकी शिक्षा, स्वास्थ्य, परामर्श के अलावा परिवार की मूलभूत जरूरतों का भी ख्याल रखना होगा। इसके लिए सभी विभागों कार्ययोजना बनाकर समन्वित प्रयास करने की जरूरतये बातें उत्तर प्रदेश राज्य बाल अधिकार संरक्षण आयोग की सदस्य निर्मला सिंह पटेल ने कहीं। वे पुराना पुल स्थित शीतला माता मंदिर परिसर में बाल श्रम उन्मूलन दिवस की पूर्व संध्या पर शनिवार को आयोजित ‘बाल श्रम उन्मूलन में सरकार व समाज की भूमिका विषयक लाभार्थी शिविर व संवाद में बतौर मुख्य अतिथि बोल रही थीं।
विशिष्ट अतिथि अशोक यादव व राज्य अनुसूचित जाति जनजाति आयोग के सदस्य मनोज सोनकर ने योजनाओं पर प्रकाश डाला। विशिष्ट अतिथि एडीसीपी (महिला एवं बाल अपराध) ममता रानी व सहायक श्रम आयुक्त देवव्रत यादव ने भी विचार रखे।
इस दौरान यूनिवर्सिटी ऑफ पेट्रोलियम एंड एनर्जी स्टडीज के छात्रों अतुल त्रिपाठी, शुभम त्रिपाठी, प्रिया गुप्ता, तरुण रावत, वीरेंद्र प्रजापति, रीमा मिश्रा, अदिति भट्टाचार्या, दिव्यांशु व साक्षी ने नाट्य प्रस्तुति दी। इसमें पार्षद दूधनाथ राजभर, हाजी ओकास अंसारी, राजेंद्र कुमार मौर्य, प्रीति वर्मा, त्रयम्बक नाथ शुक्ला, श्वेता, संजय, धीरज, प्रभात, सुधा आदि थे। स्वागत डॉ. रोली सिंह, संयोजन दीक्षा सिंह, संचालन राजीव कुमार सिंह व धन्यवाद ज्ञापन दीपिका भट्टाचार्या ने किया। है।
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