उतरौला(बलरामपुर) तहसील क्षेत्र में राजस्व विभाग ने सैकड़ों बीघा शत्रु सम्पत्ति को चिन्हित किया है। उसके बाद भी अवैध कब्जे दारो से तहसील प्रशासन मुक्त नहीं करा रहा है।
तहसील उतरौला क्षेत्र के ग्राम इट ई रामपुर पूर्वी,इट ईरामपुर पश्चिम, हुसेनाबाद,धरातल, उतरौला नगर में देश की आजादी के बाद से शत्रु सम्पत्ति पड़ी हुई है। शत्रु सम्पत्ति ऐसी सम्पत्ति है जिसको देश की आजादी के बाद के लोग देश छोड़कर पाकिस्तान चले गए और वहीं के निवासी हो ग्ए। इसपर सरकार ने ऐसे लोगों की सम्पत्ति को शत्रु सम्पत्ति घोषित कर उसकी आंकना राजस्व अभिलेखों में करा दिया और इस शत्रु सम्पत्ति की कस्टोडियन सरकार हो गई। इसका फायदा उठाकर शत्रु सम्पत्ति पर अवैध रुप से काफी लोगों ने अवैधानिक कब्जा कर लिया। तमाम लोग शत्रु सम्पत्ति पर खेती कर रहे हैं वहीं तमाम लोग उसपर मकान बना कर रह रहे हैं। तमाम लोगों ने इसपर बने मकानों को बेच डाला। कुछ लोगों ने अभिलेखों में राजस्व कर्मचारियों से मिलकर हेराफेरी कर अपने नाम दर्ज कराकर मालिकाना हक प्राप्त कर लिया है। तहसील उतरौला में राजस्व विभाग के द्वारा कराए गए सर्वे में शत्रु सम्पत्ति की भूमि 6.14 हेक्टेयर कृषि भूमि है और 0.654 हेक्टेयर भूमि पर मकान बने हुए हैं। शत्रु सम्पत्ति की खाली पड़ी भूमि पर अवैध कब्जेदार खेती कर रहे हैं। उतरौला तहसील क्षेत्र में शत्रु सम्पत्ति पर अवैध कब्जेदारो के खिलाफ तहसील प्रशासन ने कोई कार्रवाई नहीं की। शत्रु सम्पत्ति पर अवैध कब्जेदारो से कब मुक्त कराएगी।इसका समय निश्चित प्रशासन निश्चित नहीं कर रहा है। लोगों का मानना है कि शत्रु सम्पत्ति पर अवैध कब्जेदारो को हटाकर सरकार उसे लीज पर दे दे तब सरकार को क ई लाख रुपए प्रतिवर्ष की आमदनी होगी। एसडीएम उतरौला संतोष कुमार ओझा ने बताया कि शत्रु सम्पत्ति पर से अवैध कब्जेदारो को हटाकर उनके विरुद्ध कार्रवाई की जाएगी।
असग़र अली
उतरौला
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