उच्च शिक्षा मंत्री ने आगरा पेपर लीक मामले की गम्भीरता से लेते हुए
दोषियों के खिलाफ सख्त कार्यवाही के निर्देश दिये
उच्च शिक्षा मंत्री की सख्ती के बाद एक्शन में विश्वविद्यालय
परीक्षा की शूचिता के लिए लिया टेक्नॉलाजी का सहारा
परीक्षा केन्द्रों पर आधा घण्टा पहले ही प्रश्न पत्र पहुचाने व्यवस्था हो
-श्री योगेन्द्र उपाध्याय
लखनऊ: 18 मई, 2022
उच्च शिक्षा मंत्री श्री योगेन्द्र उपाध्याय ने आगरा में हुये पेपर लीक की घटना को गम्भीरता से लेते हुये डा0 भीमराव आम्बेडकर विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो0 विनय कुमार पाठक और आगरा के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक श्री सुधीर कुमार सिंह को निर्देशित किया है कि इसमे जो भी अपराधी पाये जाये उन्हें किसी कीमत पर बक्शा न जाये और उनकी खिलाफ विभागीय जांच व अपराधिक कार्रवाई शुरू की जाये। पेपर लीक के केन्द्र से लेकर नीचले स्तर पर जिन छात्रों ने प्रश्न पत्र को अनुचित रूप से प्राप्त किया है सभी के विरूद्ध कार्यवाही सुनिश्चित की जाये।
उच्च शिक्षा मंत्री के कड़े रूख को देखते हुये कुलपति के द्वारा मामले की लगातार निगरानी की जा रही है। ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो और प्रश्नपत्रों की गोपनीयता बनी रहे इसके लिए सभी नोडल केन्द्रों पर राजकीय अथवा अनुदानित महाविद्यालयों के वरिष्ठ शिक्षकों को पर्यवेक्षक के रूप में नियुक्त किया गया है। सभी प्रश्नपत्र परीक्षा के दौरान पर्यवेक्षक के समक्ष ही खोले जायेंगे तथा सभी परीक्षा केन्द्रों पर पेपर पहुचाने के लिए जीपीएस युक्त वाहन की व्यवस्था की गयी है। इसके अतिरिक्त परीक्षा केन्द्र को प्रश्न पत्र वितरण की वीडियों भी गूगल लिंक पर अपलोड करायी जा रही है। सभी नोडल केन्द्रों पर रेडियों फ्रीक्यवेन्सी आईडेन्टीटी फिकेशन लॉक लगवा दिया गया है। इस लॉक के साथ स्ट्रांग रूम के अन्दर और बाहर सीसीटीवी कैमरे भी लगवाये गये है। जो विश्वविद्यालय के नियंत्रण कक्ष से जुडें होगें।
परीक्षाओं के संचालन हेतु वर्तमान में 32 नोडल केन्द्र कार्यरत थे। किन्तु परीक्षा केन्द्रों पर प्रश्न पत्र आधा घंटा पूर्व पहुचे इसके लिए दुरस्थ स्थित नोडल केन्द्रों को विभाजित कर इनकी संख्या बढ़ा दी गयी है ताकि नोडल केन्द्र परीक्षा केन्द्र से नजदीक रहे। परीक्षा केन्द्रों पर केन्द्राध्यक्ष के अतिरिक्त सभी के लिए मोबाइल फोन प्रतिबन्धित कर दिया गया है।
उच्च शिक्षा मंत्री ने वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक श्री सुधीर कुमार सिंह को निर्देशित किया है कि इस प्रकरण पर हुयी एफआईआर की विवेचना में चिन्हित हुये अपराधियों का खुलासा कर उनके विरूद्ध कार्रवाई में तेजी लाई जाये।
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