वरदान है आम लोगों के लिए ग़ाज़ियाबाद का “वरदान अस्पताल”
कोविड के समय के अनुभवों के बाद बड़े अस्पतालों के नाम से ही डर लगने लगा है। लगभग हर व्यक्ति को ये ऊँची दुकान फीके पकवान ज्यादा लगने लगे। झूठ धोखे व लूट के अड्डे। इन अनुभवों के बीच कल ग़ाज़ियाबाद में स्थित “वरदान आई हॉस्पिटल व वरदान मल्टीस्पेशीऐलिटी अस्पताल” के भ्रमण का अवसर वहाँ के न्यासी अशोक सिंघल जी द्वारा विशेष निमंत्रण दिए जाने पर मिला। मौलिक भारत से जुड़े “स्वस्थ भारत न्यास” के अध्यक्ष आशुतोष कुमार सिंह के साथ एक पूरा दिन इन तीनो अस्पतालों की कार्यप्रणाली , गतिविधियाँ व उपलब्ध सुविधाएँ देखने में बिताया। और बेझिझक का जा सकता है कि स्वास्थ्य का वरदान है, वरदान नेत्र अस्पताल एवं वरदान मल्टीस्पेशियलीटी। आशुतोष जी अपने आंखों का चेकअप कराया, ओपीडी चार्ज 10 रुपये, वह भी हमसे नहीं लिया गया। वरदान सेवा समिति का प्रबंधन देख रहे अशोक सिंघल जी राजनगर स्थित नेत्र चिकित्सालय और उसके बाद अपना वरदान मल्टीस्पेशियलिटी अस्पताल जो गढ़ी सिकरोड़, मेरठ रोड, गाजियाबाद दोनो के भ्रमण में हमारे साथ रहे।नेत्र चिकित्सालय में लाखों लोगों को निशुल्क व किफ़ायती स्वास्थ्य सेवाओं को देने के कारण अस्पताल की बहुत प्रतिष्ठा है। वही स्तरीय व किफ़ायती व ईमानदारी से सेवाओं को देने के लिए विशालकाय व सभी अत्याधुनिक सुविधाओं व मशीनो से युक्त मल्टीस्पेशियलिटी अस्पताल भी अब मैदान में है। पूरे दिल्ली एनसीआर का सबसे सस्ता व विश्वसनीय अस्पताल बनता जा रहा है वरदान। बहुत ही किफ़ायती रेट (लगभग आधे दाम पर) पर बेहतर उपचार करने का संकल्प वरदान ने लिया है।
वरदान के संस्थापकों का विचार “स्वस्थ भारत” के विचार के अनुरूप है। व हम लोग अस्पताल को हर संभव मदद देने की कोशिश भी करेंगे।वरदान सेवा समिति द्वारा संचालित स्वास्थ्य के इस वरदान का लाभ दिल्ली-एनसीआर के साथ-साथ देश के मध्यमवर्गीय व गरीब लोगों को भी मिले ऐसी कामना करते हैं।आप भी लाभ उठा सकते हैं।
अनुज अग्रवाल
अध्यक्ष , मौलिक भारत
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