प्रदेश में खनन की खदानों का प्रतिदिन किया जा रहा है निरीक्षण
किसी भी दशा में नहीं होने दी जाएगी ओवर लोडिंग
ओवर लोडिंग से सड़कें भी होती हैं क्षतिग्रस्त
मुख्यमंत्री के निर्देशों व उनकी मन्शा के अनुरूप खदानों और खनन परिवहन का चलाया जा रहा है सघन चेकिंग अभियान
निदेशक , भूतत्व एवं खनिकर्म,डा0 रोशन जैकब द्वारा स्वयं भी टीम के साथ किया जा रहा है निरीक्षण
निरीक्षण में अधिकांश वाहन पाये गये अन्डर लोड
खदानों से भी हो रही निर्धारित मात्रा में ही लोडिंग
खनन विभाग द्वारा अवैध खनन व अवैध परिवहन को रोकने हेतु की गई आधुनिक व्यवस्थाओं के क्रियान्वयन का भी जमीनी स्तर पर लिया जा रहा है जायजा
उपभोक्ताओं को उचित दरों पर मोरम, बालू और गिट्टी आदि की हो उपलब्धता
खनन से अधिक से अधिक करों की हो वसूली
इन्टीग्रेटेड माइनिंग सर्विलांस सिस्टम से, खनन गतिविधियों पर लगातार रखी जा रही है पैनी नजर
- डा0 रोशन जैकब
लखनऊ: 29 मई 2022
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री योगी आदित्यनाथ जी के निर्देशों के क्रम में खनन विभाग की टीमों द्वारा अवैध खनन व अवैध परिवहन पर अंकुश लगाने के ठोस व प्रभावी इंतजाम भूतत्व एवं खनिकर्म विभाग द्वारा किए गए हैं। भूतत्व एवं खनिकर्म विभाग द्वारा किए गए अत्याधुनिक सर्विलांस सिस्टम व तकनीकी आदि का जिलों में सही ढंग से संचालन हो, इस हेतु भी मुख्यालय स्तर से लगातार फील्ड में जाकर इसकी जमीनी हकीकत का जायजा लिया जा रहा है। इसके अलावा खदानों और खनन परिवहन करने वाले वाहनों तथा विभिन्न चयनित मार्गों पर लगाए गए चेक गेटो व वहां लगाये गये उपकरणों का संचालन सही ढंग से किया जा रहा है या नहीं,इसकी भी स्थलीय जांच की जा रही है ।
उत्तर प्रदेश के भूतत्व एवं खनिकर्म विभाग की निदेशक, डॉ० रोशन जैकब द्वारा लगातार रात्रि में भ्रमण कर अभियान के तहत निरीक्षण किया जा रहा है।डा० रोशन जैकब ने पिछले दिनों मुख्यालय की टीम के साथ कानपुर - हमीरपुर रोड (घाटमपुर)में तकरीबन 80ट्रकों का, प्रतापगढ़ के अल्लापुर (कुंडा), इटावा के उदी माइनिंग चेक गेट,आगरा के सइया गेट सहित अन्य स्थलों पर खनन परिवहन वाहनो , माइनिंग चेकिंग गेटों आदि का निरीक्षण किया गया। मुख्यालय से अन्य गठित टीमों द्वारा भी डा०जैकब के नेतृत्व मे निरीक्षण किया जा रहा है। डा०जैकब ने बताया कि निरीक्षण के दौरान गाड़ियों के एम०एम०-11 को स्कैन किया गया तथा वाहन नंबर से रवन्ना को वेरीफाई किया गया। गाड़ियों में लगे आरएफआईडी टैग को भी स्कैन किया गया। निरीक्षण के दौरान लगभग सभी गाड़ियां अंडर लोड पाई गई और अधिकांश में आर एफ आई डी टैग भी लगा पाया गया।
निरीक्षण के दौरान आगरा के सईया गेट पर राजस्थान से बिना रवन्ना व आईएसटीपी के कई वाहनों को पकड़ा गया और सम्बंधित के विरुद्ध कार्यवाही हेतु संबंधित अधिकारियों को निर्देशित किया गया। आगरा में स्वीकृति प्राप्त दो चेक गेट लगे नहीं पाए गए ,उन्हें तत्काल लगवाने के निर्देश दिए गए दिए।
डा०रोशन जैकब ने बताया कि मुख्यमंत्री जी द्वारा दिए गए निर्देशों के क्रम में चलाए जा रहे चेकिंग अभियान का मकसद खनन व खनन परिवहन को सुव्यवस्थित कराना और लोगों को पर्याप्त मात्रा में उचित मूल्य पर खनिजों की उपलब्धता सुनिश्चित कराने के साथ -साथ खनन राजस्व की हानि न होने पाए ,इस पर भी विशेष नजर रखनी है। बिना रवन्ना के और बिना टैग के खनन गाड़ियां न चलने पायें और खदानों में कैमरा युक्त वे ब्रिज, ए आई बेस्ड मानव रहित चेक गेटों आदि में टेक्नोलॉजी का सही ढंग से क्रियान्वयन हो, इस पर भी पैनी नजर रखी जा रही है और पूरी सजगता बरती जा रही है। उन्होंने निर्देश दिए हैं कि जो व्यवस्थाएं की गई हैं, उनमें यदि कोई खामी पाई गई या जांच में जिला स्तर पर कोई लापरवाही की पुष्टि पाई गई ,तो संबंधित अधिकारियों के विरुद्ध भी सख्त कार्रवाई होगी।अवैध खनन को बढ़ावा देने वाले तत्व तो सरकार,शासन व प्रशासन के रडार पर हैं ही।
सबसे खास बात यह है कि खनन निकासी स्थल पर ही ओवरलोडिंग ना होने पाए, इसके लिए इंटीग्रेटेड माइनिंग सर्विलांस सिस्टम के अंतर्गत मोरम, बालू के प्रत्येक खदान स्थल पर कैमरा युक्त वे ब्रिज ,मुख्य मार्गों पर मानव रहित आईओटी आधारित चेक गेट लगाए गए हैं। प्रत्येक जनपद में एम चेक ऐप युक्त आरएफआईडी हैंडहेल्ड रीडर भी उपलब्ध कराए गए हैं । बात यह है कि ओवरलोडिंग से लम्बी रकम से बनाई गयी सड़कें भी क्षतिग्रस्त होती हैं और यातायात व्यवस्था पर विपरीत प्रभाव पड़ता है, फलस्वरूप दुर्घटनाओं की आशंका भी बढ़ जाती है।कुल मिलाकर ओवर लोडिंग से कई पहलुओं पर विपरीत प्रभाव पड़ता है और इसीलिए किसी भी दशा में ओवर लोडिंग न होने पाते, इस बात पर सबसे ज्यादा फोकस किया जा रहा है।
गठित टीमों के निरीक्षण के दौरान, विभाग द्वारा की गई व्यवस्थाओं के सार्थक और सकारात्मक परिणाम निखर कर सामने आए हैं और खदानों से जो गाड़ियां लोड हो रही हैं, जो मार्ग में चेकिंग की जा रही हैं ,उसमें लगभग सभी में निर्धारित नियमों का पालन किया जा रहा है और जिलों में सही खनन कार्य करने और अवैध परिवहन रोकने का माहौल बना है। इटावा के ऊदी स्थित माइनिंग के गेट पर टीम द्वारा 40 से अधिक खनन परिवहन के वाहनों की चेकिंग की गई। इसी तरह से आगरा के सैया गेट पर भी चेकिंग की गई । खनन निदेशक ने निर्देश दिए हैं कि अन्य प्रांतों से आने वाले वाहनों के रवन्ना और आईएसडीपी की गहन चेकिंग की जाए। अभियान के तहत 19 मई से चलाये जा रहे चेकिंग अभियान के तहत 9285ट्रकों की चेकिंग की गई ,जिसमें बिना परिवहन प्रपत्र के 327 वाहन मिले तथा 276 वाहन ओवरलोड मिले तथा प्रपत्र की वैधता समाप्त होने वाले 109 वाहन पकड़े गए, जिनसे वसूली की कार्यवाही की गयी और 109 खदान स्थलों की जांच की गई ।
खनन मुख्यालय के अधिकारियों ने बताया कि यह अभियान जारी रहेगा ।खदानों का डेली निरीक्षण कराने के भी निर्देश दिए हैं । किसी भी कमी या अनियमितता पर खान/खनन अधिकारियों से सभी मुख्य मार्गों की चेकिंग टीम द्वारा वे ब्रिज और चेक गेट से जॉइंट ई नोटिस पर रिकवरी सुनिश्चित करने को कहा गया है। चेकिंग के लिए गोपनीय टीमें भी गठित की गई हैं।
किसी भी दशा में नहीं होने दी जाएगी ओवर लोडिंग
ओवर लोडिंग से सड़कें भी होती हैं क्षतिग्रस्त
मुख्यमंत्री के निर्देशों व उनकी मन्शा के अनुरूप खदानों और खनन परिवहन का चलाया जा रहा है सघन चेकिंग अभियान
निदेशक , भूतत्व एवं खनिकर्म,डा0 रोशन जैकब द्वारा स्वयं भी टीम के साथ किया जा रहा है निरीक्षण
निरीक्षण में अधिकांश वाहन पाये गये अन्डर लोड
खदानों से भी हो रही निर्धारित मात्रा में ही लोडिंग
खनन विभाग द्वारा अवैध खनन व अवैध परिवहन को रोकने हेतु की गई आधुनिक व्यवस्थाओं के क्रियान्वयन का भी जमीनी स्तर पर लिया जा रहा है जायजा
उपभोक्ताओं को उचित दरों पर मोरम, बालू और गिट्टी आदि की हो उपलब्धता
खनन से अधिक से अधिक करों की हो वसूली
इन्टीग्रेटेड माइनिंग सर्विलांस सिस्टम से, खनन गतिविधियों पर लगातार रखी जा रही है पैनी नजर
- डा0 रोशन जैकब
लखनऊ: 29 मई 2022
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री योगी आदित्यनाथ जी के निर्देशों के क्रम में खनन विभाग की टीमों द्वारा अवैध खनन व अवैध परिवहन पर अंकुश लगाने के ठोस व प्रभावी इंतजाम भूतत्व एवं खनिकर्म विभाग द्वारा किए गए हैं। भूतत्व एवं खनिकर्म विभाग द्वारा किए गए अत्याधुनिक सर्विलांस सिस्टम व तकनीकी आदि का जिलों में सही ढंग से संचालन हो, इस हेतु भी मुख्यालय स्तर से लगातार फील्ड में जाकर इसकी जमीनी हकीकत का जायजा लिया जा रहा है। इसके अलावा खदानों और खनन परिवहन करने वाले वाहनों तथा विभिन्न चयनित मार्गों पर लगाए गए चेक गेटो व वहां लगाये गये उपकरणों का संचालन सही ढंग से किया जा रहा है या नहीं,इसकी भी स्थलीय जांच की जा रही है ।
उत्तर प्रदेश के भूतत्व एवं खनिकर्म विभाग की निदेशक, डॉ० रोशन जैकब द्वारा लगातार रात्रि में भ्रमण कर अभियान के तहत निरीक्षण किया जा रहा है।डा० रोशन जैकब ने पिछले दिनों मुख्यालय की टीम के साथ कानपुर - हमीरपुर रोड (घाटमपुर)में तकरीबन 80ट्रकों का, प्रतापगढ़ के अल्लापुर (कुंडा), इटावा के उदी माइनिंग चेक गेट,आगरा के सइया गेट सहित अन्य स्थलों पर खनन परिवहन वाहनो , माइनिंग चेकिंग गेटों आदि का निरीक्षण किया गया। मुख्यालय से अन्य गठित टीमों द्वारा भी डा०जैकब के नेतृत्व मे निरीक्षण किया जा रहा है। डा०जैकब ने बताया कि निरीक्षण के दौरान गाड़ियों के एम०एम०-11 को स्कैन किया गया तथा वाहन नंबर से रवन्ना को वेरीफाई किया गया। गाड़ियों में लगे आरएफआईडी टैग को भी स्कैन किया गया। निरीक्षण के दौरान लगभग सभी गाड़ियां अंडर लोड पाई गई और अधिकांश में आर एफ आई डी टैग भी लगा पाया गया।
निरीक्षण के दौरान आगरा के सईया गेट पर राजस्थान से बिना रवन्ना व आईएसटीपी के कई वाहनों को पकड़ा गया और सम्बंधित के विरुद्ध कार्यवाही हेतु संबंधित अधिकारियों को निर्देशित किया गया। आगरा में स्वीकृति प्राप्त दो चेक गेट लगे नहीं पाए गए ,उन्हें तत्काल लगवाने के निर्देश दिए गए दिए।
डा०रोशन जैकब ने बताया कि मुख्यमंत्री जी द्वारा दिए गए निर्देशों के क्रम में चलाए जा रहे चेकिंग अभियान का मकसद खनन व खनन परिवहन को सुव्यवस्थित कराना और लोगों को पर्याप्त मात्रा में उचित मूल्य पर खनिजों की उपलब्धता सुनिश्चित कराने के साथ -साथ खनन राजस्व की हानि न होने पाए ,इस पर भी विशेष नजर रखनी है। बिना रवन्ना के और बिना टैग के खनन गाड़ियां न चलने पायें और खदानों में कैमरा युक्त वे ब्रिज, ए आई बेस्ड मानव रहित चेक गेटों आदि में टेक्नोलॉजी का सही ढंग से क्रियान्वयन हो, इस पर भी पैनी नजर रखी जा रही है और पूरी सजगता बरती जा रही है। उन्होंने निर्देश दिए हैं कि जो व्यवस्थाएं की गई हैं, उनमें यदि कोई खामी पाई गई या जांच में जिला स्तर पर कोई लापरवाही की पुष्टि पाई गई ,तो संबंधित अधिकारियों के विरुद्ध भी सख्त कार्रवाई होगी।अवैध खनन को बढ़ावा देने वाले तत्व तो सरकार,शासन व प्रशासन के रडार पर हैं ही।
सबसे खास बात यह है कि खनन निकासी स्थल पर ही ओवरलोडिंग ना होने पाए, इसके लिए इंटीग्रेटेड माइनिंग सर्विलांस सिस्टम के अंतर्गत मोरम, बालू के प्रत्येक खदान स्थल पर कैमरा युक्त वे ब्रिज ,मुख्य मार्गों पर मानव रहित आईओटी आधारित चेक गेट लगाए गए हैं। प्रत्येक जनपद में एम चेक ऐप युक्त आरएफआईडी हैंडहेल्ड रीडर भी उपलब्ध कराए गए हैं । बात यह है कि ओवरलोडिंग से लम्बी रकम से बनाई गयी सड़कें भी क्षतिग्रस्त होती हैं और यातायात व्यवस्था पर विपरीत प्रभाव पड़ता है, फलस्वरूप दुर्घटनाओं की आशंका भी बढ़ जाती है।कुल मिलाकर ओवर लोडिंग से कई पहलुओं पर विपरीत प्रभाव पड़ता है और इसीलिए किसी भी दशा में ओवर लोडिंग न होने पाते, इस बात पर सबसे ज्यादा फोकस किया जा रहा है।
गठित टीमों के निरीक्षण के दौरान, विभाग द्वारा की गई व्यवस्थाओं के सार्थक और सकारात्मक परिणाम निखर कर सामने आए हैं और खदानों से जो गाड़ियां लोड हो रही हैं, जो मार्ग में चेकिंग की जा रही हैं ,उसमें लगभग सभी में निर्धारित नियमों का पालन किया जा रहा है और जिलों में सही खनन कार्य करने और अवैध परिवहन रोकने का माहौल बना है। इटावा के ऊदी स्थित माइनिंग के गेट पर टीम द्वारा 40 से अधिक खनन परिवहन के वाहनों की चेकिंग की गई। इसी तरह से आगरा के सैया गेट पर भी चेकिंग की गई । खनन निदेशक ने निर्देश दिए हैं कि अन्य प्रांतों से आने वाले वाहनों के रवन्ना और आईएसडीपी की गहन चेकिंग की जाए। अभियान के तहत 19 मई से चलाये जा रहे चेकिंग अभियान के तहत 9285ट्रकों की चेकिंग की गई ,जिसमें बिना परिवहन प्रपत्र के 327 वाहन मिले तथा 276 वाहन ओवरलोड मिले तथा प्रपत्र की वैधता समाप्त होने वाले 109 वाहन पकड़े गए, जिनसे वसूली की कार्यवाही की गयी और 109 खदान स्थलों की जांच की गई ।
खनन मुख्यालय के अधिकारियों ने बताया कि यह अभियान जारी रहेगा ।खदानों का डेली निरीक्षण कराने के भी निर्देश दिए हैं । किसी भी कमी या अनियमितता पर खान/खनन अधिकारियों से सभी मुख्य मार्गों की चेकिंग टीम द्वारा वे ब्रिज और चेक गेट से जॉइंट ई नोटिस पर रिकवरी सुनिश्चित करने को कहा गया है। चेकिंग के लिए गोपनीय टीमें भी गठित की गई हैं।
एक टिप्पणी भेजें
If you have any doubts, please let me know