(माली)
शादी विवाहों के सहालगी मौसम में क्षेत्र में फूलों की मांग बढ़ी हुई है वहीं पारे में बढ़ोत्तरी के चलते फूल व्यापारियों की पहुंच से दूर होते जा रहे हैं।फूल विक्रेता गर्मी में फूलों को मुरझाने से बचाने के लिए गीला कपड़ा या बर्फ लगाकर तरह तरह के उपाय कर रहे हैं।फूलों के कमी के चलते इसका भाव भी आसमान पर है गर्मी की प्रचंडता को लेकर बाजार में उपलब्ध फूलों की खूशबू भी गुम हो चुकी है।
शादी विवाहों के सहालगी मौसम में क्षेत्र में फूलों की मांग बढ़ी हुई है वहीं पारे में बढ़ोत्तरी के चलते फूल व्यापारियों की पहुंच से दूर होते जा रहे हैं।फूल विक्रेता गर्मी में फूलों को मुरझाने से बचाने के लिए गीला कपड़ा या बर्फ लगाकर तरह तरह के उपाय कर रहे हैं।फूलों के कमी के चलते इसका भाव भी आसमान पर है गर्मी की प्रचंडता को लेकर बाजार में उपलब्ध फूलों की खूशबू भी गुम हो चुकी है।
कस्बे के मशहूर फूल विक्रेता पुजारी व पवन कुमार बताते हैं कि शादी विवाह जैसे शुभ अवसरों पर फूलों की मांग बढ़ गई है इस समय बाजार में सबसे ज्यादा गुलाब,बेला की वरमाला एंव सेहरा की मांग की जा रही है।
(माली)
गर्मी व तेज धूप का सबसे ज्यादा असर फूलों पर पड़ रहा है इससे फूल मुरझा रहे हैं फूलों को मुरझाने से बचाने के लिए कुन्तलों बर्फ लगाकर उसकी कोमलता बरकरार रखी जा रही है।उन्होंने बताया कि बर्फ के साथ एक रात से अधिक रोकने पर फूल सफेदी देकर सड़ने लगता है जिससे हम लोगों को फायदा कम नुकसान अधिक होता है।फूलों की मांग को देखते हुए सजावट आदि मंडप के डेकोरेशन के लिए रेडीमेड चायनीज फूलों का भी सहारा लेना पड़ रहा है । संजू माली व राघव माली बताते हैं कि गुलाब का फूल पहले 100 से लेकर 125 रूपये प्रति किलो के हिसाब से मिलता था,लेकिन इस समय 200से 250 रूपये प्रति किलो के दर से मिल रहा है।इसी तरह बेला 250से 300में पहले मिलता था आज 350से 400 रूपये में मिल रहा है।गेंदा का फूल पहले 40से 50रूपये किलो था इस समय 60 रूपये किलो के दर से मिल रहा है।फूल व्यवसायी बताते हैं कि क्षेत्र में फूलों की कमी के कारण कानपुर,लखनऊ,दिल्ली से इनकी आमद हो रही है।गर्मी के कारण फूलों की खुशबू भी गुम हो गई है तथा फूल छोटा भी आ रहा है।
गर्मी व तेज धूप का सबसे ज्यादा असर फूलों पर पड़ रहा है इससे फूल मुरझा रहे हैं फूलों को मुरझाने से बचाने के लिए कुन्तलों बर्फ लगाकर उसकी कोमलता बरकरार रखी जा रही है।उन्होंने बताया कि बर्फ के साथ एक रात से अधिक रोकने पर फूल सफेदी देकर सड़ने लगता है जिससे हम लोगों को फायदा कम नुकसान अधिक होता है।फूलों की मांग को देखते हुए सजावट आदि मंडप के डेकोरेशन के लिए रेडीमेड चायनीज फूलों का भी सहारा लेना पड़ रहा है । संजू माली व राघव माली बताते हैं कि गुलाब का फूल पहले 100 से लेकर 125 रूपये प्रति किलो के हिसाब से मिलता था,लेकिन इस समय 200से 250 रूपये प्रति किलो के दर से मिल रहा है।इसी तरह बेला 250से 300में पहले मिलता था आज 350से 400 रूपये में मिल रहा है।गेंदा का फूल पहले 40से 50रूपये किलो था इस समय 60 रूपये किलो के दर से मिल रहा है।फूल व्यवसायी बताते हैं कि क्षेत्र में फूलों की कमी के कारण कानपुर,लखनऊ,दिल्ली से इनकी आमद हो रही है।गर्मी के कारण फूलों की खुशबू भी गुम हो गई है तथा फूल छोटा भी आ रहा है।
*पानी और गर्मी से फूल बचाना मुश्किल*
इन दिनों गर्मी की प्रचंडता ने हर किसी को बेहाल कर रखा है क्षेत्र में दो चार जगहों पर आधा से एक एकड़ में जिन मालियों ने फूल लगा रखे हैं अब वह भी गर्मी की भेंट चढ़ते नजर आ रहे हैं।हालत तो यह है कि अगर तड़के सुबह उगे फूल तोड़ लिए तो ठीक अन्यथा सुबह दस बजे तक तेज धूप के चलते यह मुरझाकर किसी काम के नही रहते।
*गैर प्रांतों और जनपदों से मंगवाये जा रहे हैं फूल*
क्षेत्र में फूलों की कमी को देखते हुए उसे पूरा करने के लिए अब माली फूलों की अनेक किस्मों को लखनऊ,भोपाल,दिल्ली,कानपुर आदि शहरों से महंगे दामों में खरीद रहे हैं।
असग़र अली
उतरौला
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