वाराणसी, वरिष्ठ संवाददाता। बीएचयू में इफ्तार पार्टी के बाद उभरे विवाद ने मंगलवार को तूल पकड़ लिया। छात्रों ने परशुराम जयंती के आयोजन के लिए कुलपति को आमंत्रण दिया था जिसे किन्हीं कारणों से उन्होंने अस्वीकार कर दिया। इसके बाद कुलपति आवास के सामने जुटे छात्रों ने वहीं परशुराम जयंती मनाई और कुलपति का पुतला भी फूंका। इस बीच सुरक्षाकर्मियों से उनकी तीखी नोकझोंक और पुतले की छीनाझपटी भी हुई।
बीएचयू के छात्रों ने कुलपति को परशुराम जयंती और समरसता विमर्श के लिए आमंत्रित किया था। कुलपति के न आने पर मंगलवार को छात्र कुलपति आवास के सामने जुटे। भगवान परशुराम के चित्र पर माल्यार्पण और पूजन कर जन्मोत्सव मनाया। इस दौरान कुछ छात्र कुलपति का पुतला लेकर पहुंच गए। सुरक्षाकर्मियों ने पुतला छीनने की कोशिश की जिसपर छात्रों से उनकी नोकझोंक हुई। इसके बाद छात्रों ने कुलपति का पुतला फूंका और जमकर नारेबाजी की। छात्रों का कहना है कि जब तक कुलपति लिखित माफी नहीं मांग लेते तब तक छात्र विरोध दर्ज कराते रहेंगे। इस दौरान पतंजलि पांडेय, आशीर्वाद दुबे, पल्लव सिंह, अक्षत पांडे, अवलंब दुबे, राहुल, मृत्युंजय तिवारी उर्फ आजाद सहित बड़ी संख्या में छात्र रहे।
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