भगवान महावीर सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल के नवीनीकरण का शिलान्यास महामहिम भारत के राष्टपति श्री रामनाथ कोविन्द जी के शुभ कर कमलों द्वारा किया गया।
भगवान महावीर के सिद्धांतो का प्रतीक बनेगा भगवान महावीर सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल - राष्टपति रामनाथ कोविन्द
दिल्ली के मधुबन चौक पर स्थित भगवान महावीर सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल के नवीनीकरण हेतु शिलान्यास भारत के महामहिम राष्ट्रपति रामनाथ कोविन्द जी के शुभ हाथो से अक्षय तृतीया के पावन दिवस के दिन अपार हर्ष के मध्य किया गया
राष्ट्रपति रामनाथ कोविन्द ने भगवान् महावीर सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल का शिलान्यास करते हुए कहा की मुझे बहुत हर्ष हो रहा है कि अक्षय तृतीया के विलक्षण दिवस पर भगवान महावीर के 2550वें निर्वाण कल्याणक वर्ष में इस हॉस्पिटल के नवीनीकरण हेतु शिलान्यास का अवसर मुझे प्राप्त हुआ, मै ह्रदय से आशा करता हूँ कि अहिंसा प्रेमी जैन समाज की देख रेख में यह हॉस्पिटल भगवान् महावीर के सिद्धांतो का प्रतीक रूप बनेगा . इसके साथ ही वहां उपस्थित साधु और साध्वी वर्ग ने मंगल आशीर्वाद की भावना व्यक्त की और कहा की आरोग्यम सर्वेषाम की भावना से बनाये जाने वाले इस हॉस्पिटल से समाज का प्रत्येक वर्ग स्वास्थ्य लाभ उठाएगा . इसके साथ ही उन्होंने अपनी भावनाएं व्यक्त करते हुए कहा की मुझे विश्वास है की जैन समाज की यह संस्था जातिवाद के विद्वेषक की भावना से ऊपर उठकर कार्य करेंगे
इस अवसर के समारोह पर बतौर प्रमुख आधार स्तम्भ दानवीर भामाशाह सेवा शिरोमणि सेठ श्री रघुनाथ प्रसाद जैन, विशिष्ट अतिथि डॉ सत्यनारायण जटिया, पूर्व केन्द्रिय मंत्री भारत सरकार, विशिष्ट अतिथि श्री आनन्दमल छल्लानी जैन, राष्टीय अध्यक्ष, जैन कॉन्फ्रेस, स्वागत अध्यक्ष श्री नरेश खिवंसरा जैन, प्रमुख अपना घर, दिल्ली समारोह अध्यक्ष श्री अभय जैन, चैयरमैन, जे. पी. जैन फाउंडेशन ने भी उपस्थित होकर इस भव्य आयोजन की शोभा बढ़ाई। इस अवसर पर डॉ सत्यनारायण जटिया ने कहा की मै लम्बे समय से जैन समाज के साथ जुड़ा हुआ हूँ और मै जानता हु की जैन समाज को काम अपने हाथ में लेता है उसे वह पूरा करके ही दम लेता है. आनन्दमल छल्लानी जैन ने कहा कि यह हॉस्पिटल जैन समाज के लिए एक वरदान है
समिति के अध्यक्ष श्री सुभाष ओसवाल जैन के अनुसार जैन समाज की इस गौरवाशाली संकल्पना को मूर्त रूप प्रदान करने में युग प्रधान श्रमणसंघीय आचार्य सम्राट पूज्य श्री शिवमुनि जी म., शान्तिदूत गच्छाधिपति आचार्य पूज्य श्री विजय नित्यानंद सूरि जी म., श्वेताम्बर तेरापंथ आचार्य पूज्य श्री महाश्रमण जी म. , जीतो प्रेरक महामनीषी पूज्य श्री नयपद्म सागर जी म., तपोभूमि प्रणेता परम्पराचार्य पूज्य श्री प्रज्ञ सागर जी म., युवा प्रेरक धर्मका्रन्ति पूज्य श्री नम्रमुनि जी म. की प्रेरणा प्रमुख रूप से कृपावंत बनी है।
हॉस्पिटल के मुख्य चिकित्सा निदेशक डॉ नागेश जैन के अनुसार वर्तमान में यह हॉस्पिटल दो मंजिला है, जिसका नवीनीकरण करके इसे 11 मंजिल तक बनाया जाना प्रस्तावित है, जिसमें सामान्य से लेकर जटिलतम रोगों का इलाज देश के जाने माने चिकित्सकों की देखरेख में अत्याधुनिक उपकरणों द्वारा किया जाएगा। उल्लेखनीय है कि इसका नवीनीकरण होते ही इस हॉस्पिटल का उतर भारत में उपलब्ध कराई जाने वाली विशिष्ट चिकित्सकीय सुविधाओं के सदंर्भ में जंहा अग्रणी स्थान बन जाएगा वहीं समग्र जैन समाज के गौरव में भी यह हॉस्पिटल कई गुणा अभिवृद्वि करेगा। सम्पूर्ण जैन समाज द्वारा भी इस भव्य संकल्पना में अपना सक्रिय योगदान दिया जा रहा है।
इस पावन समारोह को अपनी मंगलमयी उपस्थिति द्वारा सानिध्य प्रदान करने वाले पूज्यवृन्द में परम्पराचार्य श्री प्रज्ञ सागर जी म., उतर भारतीय प्रवर्तक श्री सुभद्र मुनि जी म., राजस्थान प्रवर्तक डॉ राजेन्द्र मुनि जी म., उतर भारतीय प्रवर्तक श्री आषीष मुनि जी म., उपाध्याय प्रवर श्री रविन्द्र मुनि जी म., उतर भारतीय प्रवर्तिनी डॉ सरिता जी म., उप.प्रवर्तिनी श्री रमेष कुमारी जी म., ., उप.प्रवर्तिनी जिनशासन प्रभाविका दिव्य साधिका श्री रश्मि जी म., साध्वी युगल श्री निधिश्री जी म व श्री कृपाश्री जी म. आदि के नाम प्रमुख रूप से शामिल है।
गौरतलब है कि भगवान महावीर सुपर स्पैषियलिटी हॉस्पिटल के नवीनीकरण के उपरान्त जंहा यह हॉस्पिटल समग्र उतर भारत में चिकित्सकीय सुविधाओं से लैस होगा वहीं बड़ी संख्या में प्रत्येक वर्ग के लोगों के लिए उतर भारत में मानवसेवा के क्षेत्र में एक प्रतीक चिन्ह के रूप में परिलक्षित होगा।
तर्कसंगत है कि भगवान महावीर निर्वाण कल्याणक वर्ष के दौरान निर्मित होने जा रही यह परियोगजा समग्र उतर भारत में जैन समाज की एकमात्र भव्यतम परियोजना के रूप में स्थापित होने जा रही है जिससे जैन धर्म के सर्वजन हिताय सर्वजन सुखाय के मानवतापरक सिद्वान्तों को भी वैश्विक स्तर पर ख्याति प्राप्त होगी।
एक टिप्पणी भेजें
If you have any doubts, please let me know