18वीं विधान सभा का प्रथम सत्र 23 मई 2022 से प्रारम्भ
लखनऊ: 11 मई, 2022
उत्तर प्रदेश विधान सभा के अध्यक्ष श्री सतीश महाना ने 23 मई, 2022 से प्रारम्भ हो रहे 18वीं विधान सभा के प्रथम सत्र को सुचारू रूप से संचालित करने के लिए सभी दलीय नेताओं से सहयोग के लिए अनुरोध किया। उन्होंने कहा कि संसदीय व्यवस्था में संवाद और सकारात्मक चर्चा-परिचर्चा के माध्यम से लोकतंत्र मजबूत होता है। विधान भवन में आयोजित सर्वदलीय बैठक में सभी दलीय नेताओं ने विधान सभा अध्यक्ष को सदन चलाने में सहयोग देने का आश्वासन दिया।
बैठक में विधान सभा अध्यक्ष ने कहा कि उत्तर प्रदेश विधान सभा देश की सबसे बड़ी विधान सभा है। स्वाभाविक रूप से उत्तर प्रदेश विधान सभा की कार्यवाही पूरे देश के विधान मण्डलों के लिए एक मानक और आदर्श भी उपस्थित करती है।
संसदीय कार्य मंत्री ने सभी दलीय नेताओं को आश्वस्त किया कि सरकार पूरी गम्भीरता एवं प्रतिबद्धता के साथ सदन में प्राप्त मा० सदस्यों के प्रस्तावों को सकारात्मक रूप से आगे बढ़ाने, विकास की योजनाओं को नई गति देने और उसे आगे बढ़ाने के लिए तत्परतापूर्वक कार्य करेंगी। उन्होंने कहा कि सरकार सभी मुद्दों पर सकारात्मक कार्रवाही के लिए प्रतिबद्ध है।
विधान सभा अध्यक्ष ने कहा कि समय की जो मांग है उस परिपेक्ष्य में उत्तर प्रदेश विधान सभा ई-विधान लागू करने वाला देश का तीसरा प्रदेश होगा। सभी सदस्यों को वरिष्ठता के आधार पर सीट आवंटन के आशय से दलीय नेताओं से विचार-विर्मश किया गया। प्रश्नों को सदन में लगाए जा रहे स्क्रीन पर दिखाये जाने के साथ ही प्रश्नों के सापेक्ष अनुपूरक प्रश्नों एवं मा0 सदस्यों को ई-विधान के प्रशिक्षण सहित यूट्यूब सोशल मीडिया एवं सत्र की कार्यवाही के सजीव प्रसारण पर भी चर्चा की गई। 18वीं विधान सभा के आहूत सत्र में प्रथम बार ई-विधान लागू करने के साथ ही एजेण्डा सहित अन्य साहित्य की हार्ड कापी भी इस सत्र में उपलब्ध करायी जायेगी जिससे मा0 सदस्यों को असुविधा न होने पाये। विधान सभा अध्यक्ष ने बताया कि इस अवसर पर दिनांक-20 व 21 मई 2022 को 18वीं विधान सभा के लिए नव-निर्वाचित सदस्यों के प्रशिक्षण हेतु सत्र आहूत से पूर्व दो दिवसीय प्रबोधन का आयेजन भी किया जायेगा।
श्री अध्यक्ष ने सभी दल के नेताओं से अनुरोध किया कि वे अपना-अपना पक्ष सदन में शालीनता एवं संसदीय मर्यादा के अन्तर्गत रखे और प्रेमपूर्ण वातावरण में सदन में बहस करें।
बैठक में समाजवादी पार्टी के नेता प्रतिपक्ष के स्थान पर श्री इकबाल महमूद, नेता राष्ट्रीय लोक दल डॉ0 अजय कुमार अपना दल (सोनेलाल) के नेता श्री राम निवास वर्मा, निर्बल इण्डियन शोषित हमारा आम दल के नेता श्री संजय निषाद सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के नेता श्री ओम प्रकाश राजभर, कांग्रेस पार्टी की नेता श्रीमती आराधना मिश्रा मोना, बहुजन समाज पार्टी के नेता, श्री उमाशंकर सिंह, ने भी अपने अपने विचार व्यक्त किये और सदन की कार्यवाही को व्यवस्थित ढंग से चलाने में प्रत्येक प्रकार का सहयोग देने का आश्वासन दिया।
संसदीय कार्यमंत्री श्री सुरेश कुमार खन्ना ने मा० मुख्यमंत्री जी की भावना के अनुरूप सभी दलीय नेताओं से सदन में शान्तिपूर्ण सहयोग करने की अपील की।
इस अवसर पर उत्तर प्रदेश विधान सभा के प्रमुख सचिव, श्री प्रदीप कुमार दुबे, के साथ ही विधान सभा व ई-विधान पर कार्य कर रहे एन0आई0सी के अधिकारी एवं कर्मचारी उपस्थित रहें।
लखनऊ: 11 मई, 2022
उत्तर प्रदेश विधान सभा के अध्यक्ष श्री सतीश महाना ने 23 मई, 2022 से प्रारम्भ हो रहे 18वीं विधान सभा के प्रथम सत्र को सुचारू रूप से संचालित करने के लिए सभी दलीय नेताओं से सहयोग के लिए अनुरोध किया। उन्होंने कहा कि संसदीय व्यवस्था में संवाद और सकारात्मक चर्चा-परिचर्चा के माध्यम से लोकतंत्र मजबूत होता है। विधान भवन में आयोजित सर्वदलीय बैठक में सभी दलीय नेताओं ने विधान सभा अध्यक्ष को सदन चलाने में सहयोग देने का आश्वासन दिया।
बैठक में विधान सभा अध्यक्ष ने कहा कि उत्तर प्रदेश विधान सभा देश की सबसे बड़ी विधान सभा है। स्वाभाविक रूप से उत्तर प्रदेश विधान सभा की कार्यवाही पूरे देश के विधान मण्डलों के लिए एक मानक और आदर्श भी उपस्थित करती है।
संसदीय कार्य मंत्री ने सभी दलीय नेताओं को आश्वस्त किया कि सरकार पूरी गम्भीरता एवं प्रतिबद्धता के साथ सदन में प्राप्त मा० सदस्यों के प्रस्तावों को सकारात्मक रूप से आगे बढ़ाने, विकास की योजनाओं को नई गति देने और उसे आगे बढ़ाने के लिए तत्परतापूर्वक कार्य करेंगी। उन्होंने कहा कि सरकार सभी मुद्दों पर सकारात्मक कार्रवाही के लिए प्रतिबद्ध है।
विधान सभा अध्यक्ष ने कहा कि समय की जो मांग है उस परिपेक्ष्य में उत्तर प्रदेश विधान सभा ई-विधान लागू करने वाला देश का तीसरा प्रदेश होगा। सभी सदस्यों को वरिष्ठता के आधार पर सीट आवंटन के आशय से दलीय नेताओं से विचार-विर्मश किया गया। प्रश्नों को सदन में लगाए जा रहे स्क्रीन पर दिखाये जाने के साथ ही प्रश्नों के सापेक्ष अनुपूरक प्रश्नों एवं मा0 सदस्यों को ई-विधान के प्रशिक्षण सहित यूट्यूब सोशल मीडिया एवं सत्र की कार्यवाही के सजीव प्रसारण पर भी चर्चा की गई। 18वीं विधान सभा के आहूत सत्र में प्रथम बार ई-विधान लागू करने के साथ ही एजेण्डा सहित अन्य साहित्य की हार्ड कापी भी इस सत्र में उपलब्ध करायी जायेगी जिससे मा0 सदस्यों को असुविधा न होने पाये। विधान सभा अध्यक्ष ने बताया कि इस अवसर पर दिनांक-20 व 21 मई 2022 को 18वीं विधान सभा के लिए नव-निर्वाचित सदस्यों के प्रशिक्षण हेतु सत्र आहूत से पूर्व दो दिवसीय प्रबोधन का आयेजन भी किया जायेगा।
श्री अध्यक्ष ने सभी दल के नेताओं से अनुरोध किया कि वे अपना-अपना पक्ष सदन में शालीनता एवं संसदीय मर्यादा के अन्तर्गत रखे और प्रेमपूर्ण वातावरण में सदन में बहस करें।
बैठक में समाजवादी पार्टी के नेता प्रतिपक्ष के स्थान पर श्री इकबाल महमूद, नेता राष्ट्रीय लोक दल डॉ0 अजय कुमार अपना दल (सोनेलाल) के नेता श्री राम निवास वर्मा, निर्बल इण्डियन शोषित हमारा आम दल के नेता श्री संजय निषाद सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के नेता श्री ओम प्रकाश राजभर, कांग्रेस पार्टी की नेता श्रीमती आराधना मिश्रा मोना, बहुजन समाज पार्टी के नेता, श्री उमाशंकर सिंह, ने भी अपने अपने विचार व्यक्त किये और सदन की कार्यवाही को व्यवस्थित ढंग से चलाने में प्रत्येक प्रकार का सहयोग देने का आश्वासन दिया।
संसदीय कार्यमंत्री श्री सुरेश कुमार खन्ना ने मा० मुख्यमंत्री जी की भावना के अनुरूप सभी दलीय नेताओं से सदन में शान्तिपूर्ण सहयोग करने की अपील की।
इस अवसर पर उत्तर प्रदेश विधान सभा के प्रमुख सचिव, श्री प्रदीप कुमार दुबे, के साथ ही विधान सभा व ई-विधान पर कार्य कर रहे एन0आई0सी के अधिकारी एवं कर्मचारी उपस्थित रहें।
एक टिप्पणी भेजें
If you have any doubts, please let me know