न्यूज रणजीत जीनगर
सिरोही:- सेंटर फॉर माइक्रोफाइनेंस संस्था द्वारा प्रोत्साहित समृद्धि महिला एग्रीकल्चर प्रोड्यूसर कंपनी लिमिटेड पिंडवाड़ा द्वारा देश में सिरोही नस्ल की मांग को देखते हुए 161 सिरोही नस्ल की बकरियां और 68 सिरोही नस्ल के बकरे टाटा ट्रस्ट की सहयोगी संस्था कलिके कर्नाटक को जिंदा वजन के अनुसार बेचे जिससे बकरी पालकों को अपने बकरे के वजन के हिसाब से पैसा मिला यह कंपनी 2016 में महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने के लिए सीएमएफ संस्था द्वारा बनाई गई। इस कंपनी के तहत  कृषि के उन्नत तरीके किसानों को सिखाते हैं इसके साथ ही उन्नत तरीके से बकरी पालन कैसे किया जाता है और अपनी आय को कैसे बढ़ाना है यह महिलाओं को सिखाया जाता है जिसमें नियमित टीकाकरण, डीवरमिग और व बधिया करण पशुपालन विभाग के सहयोग से किया जा रहा है। इस कंपनी से 358 महिलाएं जुड़ी हुई है सीएमएफ संस्था 3176 बकरी पालकों के साथ में काम कर रही है। इससे बकरी पालकों को काफी फायदा हुआ। जिसमें खास करके मृत्यु दर कम हुआ और जिंदा वजन के हिसाब से बकरा बेचने पर किसानों को मुनाफा हो रहा है। समृद्धि कंपनी बकरी पालन के साथ-साथ अरंडी खरीदने और बेचने का काम भी कर रही है । इस सीजन में 20 टन अरंडी खरीद कर इसेदू कंपनी जगाना को बेच रही है।
इस कार्यक्रम में सीएमफ संस्था से हेमलता रावत कार्यक्रम समन्वक, महावीर सिंह LSA, कंपनी के सीईओ रमेश लाल और सुमेर सिंह राकेश कुमार उपस्थित थे।

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