अंबेडकर नगर जिले के तहसील आलापुर ग्रामीण पत्रकार एसोसिएशन के नेतृत्व में बलिया जनपद के पत्रकार नकल माफियाओं के खिलाफ पोल खोलने खबर कवरेज करने गए थे। मगर वहां का शासन प्रशासन उन्हें गिरफ्तार कर जेल भेज दिया ।उसी के विरोध में अंबेडकर नगर जनपद की नहीं बल्कि पूरे उत्तर प्रदेश में आज ग्रामीण पत्रकार विशेषण के नेतृत्व में 7 सूत्री मांगों को लेकर अंबेडकर नगर जनपद के प्रभारी बनाए गए अभिषेक वर्मा एसडीएम को ज्ञापन सौंपा गया। इस मौके पर पत्रकारों के साथ हो रहा उत्पीड़न एवं पत्रकार के ऊपर हो रहा अत्याचार बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। जिला अध्यक्ष सुनील कुमार सिंह ने कहा कि मौके पर ग्रामीण पत्रकार संघ हर पत्रकार की रक्षा के लिए सड़क पर उतरने को तैयार रहेगा। इस मौके पर संरक्षक ग्रामीण पत्रकार केसरी योगेंद्र प्रसाद उपाध्याय आलम शाहब राम बहादुर यादव गिरजा शंकर गुप्ता शमीम अहमद कृष्ण चंद्र दुबे डॉक्टर रामू गोंड अनिल सिंह दिनेश वर्मा
शरीफ मसूरी राम बहादुर यादव लालमणि गौड़ सिद्धार्थ श्रीवास्तव पिंटू कुमार पंकज कुमार गिरजा शंकर गुप्ता योगेंद्र रामू गौड़ राजकुमार मौर्य जितेंद्र निषाद उर्फ टाईगर सत्यप्रकाश मिश्र रामलाल देवासी अनिल यादव मनोज यादव रमेश मौर्य बाल्मीकि सिंह मनोज कुमार सिंह पद्माकर सोनी रविंद्र वर्मा संजय शर्मा योगेंद्र यादव प्रदीप कुमार राम भवन विश्वकर्मा मनोज मद्धेशिया जय राम निषाद बाल्मीकि आदि लोग मौजूद रहे। लगभग कई दर्जन पत्रकार अंबेडकर नगर डीएम कार्यालय पर उपस्थित होकर अपनी पत्रकारों पर हो रहा। अत्याचार की निंदा की और आने वाले समय में पत्रकारों की रक्षा के लिए पत्रकार ही आमने सामने आकर मुकाबला करेगा क्योंकि वह देश का चौथा स्तंभ माना जाता है। इसलिए देश को बचाना और गांव की जनता को बचाना ग्रामीण पत्रकारों से हर वक्त तैयार रहेगा हर वक्त तैयार रहता है। वहीं पर तमाम पत्रकारों ने कहा कि पत्रकारों के साथ हो रहा है उत्पीड़न बर्दाश्त नहीं किया जाएगा क्योंकि देश की रक्षा के लिए सभी पत्रकार अपने कलम का अपनी ताकत का एहसास करा कर अपने जान की बाजी लगाकर खबर को कवरेज करते हैं। और समाचार पत्रों में लिखते हैं क्योंकि लेखनी ही कलम में ताकत है जो कि अखबार लिखता है और पूरे देश की जनता पड़ती है और समझती है जिससे लेकर गांव तक पत्रकार अपनी कलम की पहचान को बनाता है। और लोगों तक पहुंचाता है क्योंकि समाचार लिखने में काफी कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है इस तरह से पत्रकारों पर हो रहा उत्पीड़न बर्दाश्त नहीं किया। जाएगा आने वाले समय में भी सरकार को इस पर ध्यान देना होगा कि पत्रकारों के साथ अन्य ना हो पत्रकारों के साथ दुर्व्यवहार ना किया जाए जिससे आने वाले पत्रकार को भी सुख सुविधा मिल सके।
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