*जुबेरगंज पशु बाजार संचालन में छा सकता है राजनैतिक संकट के बादल*
*अयोध्या*
पूर्वांचल की सबसे बड़ी पशु बाजारों में सुमार जुबेरगंज पशु बाजार के लाइसेंस नवीनीकरण की प्रक्रिया पर राजनैतिक संकट के बादल छा सकते है। जिसकी वजह से पशु बाजार के नवीनीकरण की प्रक्रिया अधर में लटकती नजर आ रही है और बाजार बंद होने के आसार दिखने लगे है।
सोहावल क्षेत्र के मकसूमगंज के पास नेशनल हाईवे के किनारे साप्ताहिक रूप से रविवार को लगने वाली जुबेरगंज पशु बाजार जिला पंचायत अयोध्या की उपविधियों से नियमित संचालित की जाती रही है। वैश्विक महामारी के दिनों में शासन की गाइड लाइन के अंतर्गत इस पशुबाजर का संचालन लंबे समय तक बंद रहा। हालांकि क्षेत्रीय राजनीति के चलते बाजार को लेकर शिकायतें भी होती रही हैं। इस वर्ष चुनावी घमासान के बाद क्षेत्रवासियों और व्यापारियों को आशंका है कि राजनैतिक प्रतिद्वंदिता में बाजार संचालन की अनुमति रोकी जा सकती है। क्योंकि सपा के प्रत्याशी फिरोज खान 'गब्बर' पशु बाजार संचालक के भाई हैं। जो बहुत कम अंतरों से चुनाव हारे हैं।
सूत्रों के अनुसार पशु बाजार का लाइसेंस बीते वित्तीय वर्ष में कल 31 मार्च 2022 को खत्म हो गया है। पिछले मार्च माह में ही लाइसेंस का नवीनीकरण हो जाना चाहिए था। जबकि इस आगामी वित्तीय वर्ष के लिए अनुमति प्रक्रियाधीन है। जिला पंचायत द्वारा नियमतः पशुपालन और पुलिस विभाग की संस्तुति के आधार पर लाइसेंस नवीनीकरण किया जाता है और इस वर्ष नवीनीकरण हेतु संबंधित विभागों से क्लीनचिट जिला पंचायत अयोध्या को दी जा चुकी है। परंतु जिला पंचायत द्वारा अभी तक अनुमति प्रदान नही की गई है। माना जा रहा है कि कि पशु बाजार के लाइसेंस नवीनीकरण में राजनैतिक रूप से संकट के बाद छा सकते है और बाजार का संचालन बंद हो सकता है। इस संबंध में पूछे जाने पर विभाग के अधिकारी प्रश्नों का उत्तर देने से बच रहे हैं।
पशु बाजार संचालकों की माने तो उनके द्वारा संचालन के पक्ष में शपथपत्र दाखिल करते हुए टैक्स और लाइसेंस शुल्क की सम्पूर्ण धनराशि जमा करा दी गई है। जिले के सभी आला अधिकारियों को भी इस संबंध में प्रार्थना पत्र के द्वारा सूचित कर दिया गया है। लेकिन लाइसेंस के नवीनीकरण की प्रक्रिया अधर में लटकी नजर आ रही है।
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