समाजसेवा से क्षेत्र में अलग पहचान पाने वाले ऊर्जावान वक्ता युवाओं में लोकप्रिय साद अशरफ खान ने बुधवार 13 अप्रैल को 23 वर्ष की आयू पूर्ण की | साद अशरफ खान को प्रेम के नाम से भी जाना जाता है ,विकासखंड गैण्डास बुजुर्ग के पिपरा बनकट गांव के निवासी साद का जन्म 13 अप्रैल 1999 को उतरौला के प्रेमसेवा अस्पताल में हुवा था |एन आर सी मुद्दे पर शाहीनबाग ,जामिया,मुम्बई,अलीगढ़,पुणे और लखनऊ में मंच साझाकर चर्चा में आने वाले साद लम्बे समय से कांग्रेस पार्टी से जुड़े हुए हैं वर्तमान में विधि विभाग के प्रदेश महासचिव के पद पर हैं तथा इससे पहले वह मानवाधिकार व यूथ कमेटी में रह चुके हैं |
2021 त्रिस्तरीय चुनाव में गैंडास बुजुर्ग वार्ड संख्या 35 से कांग्रेस पार्टी के समर्थन और अपने चाचा रहमतुल्लाह खान के नामांकन से जिला पंचायत सदस्य का चुनाव लड़ चुके हैं जिसमें हार का सामना करना पड़ा वो खुदको आजीवन कांग्रेसी बताते हैं, साद एक सामाजिक संस्था भी चलाते हैं और हर सामाजिक मुददे को लेकर आवाज़ उठाते रहते हैं वह धरना प्रदर्शन करते हुए कई बार जेल भी जा चुके हैं| जन्मदिन के अवसर पे साद ने कहा कि मेरे लिए हर दिन संघर्ष का होता है मैं अपना पहनावा ऐसा रखता हूँ कि उम्रदराज दिखूं ताकि लोग नज़रअंदाज न कर दें क्योंकि मेरा मानना है कि गंभीर काम अंजाम देने के लिए गंभीर दिखना भी ज़रूरी है।
युवाओं से आह्वाहन करते हुए साद ने कहा कि समाज और देश के उज्जवल भविष्य के लिए हमारा दायित्व है कि हम साथ आकर शिक्षा ,सुविधा व सामाजिक कुरीतियों को मिटाने और भाईचारा के लिए काम करें क्योंकि हम युवा हैं और युवा भीड़ नहीं नेतृत्व है।
असग़र अली
उतरौला
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