प्रमुख सचिव, व्यावसायिक शिक्षा एवं कौशल विकास ने 21 अप्रैल, 2022 को सम्पूर्ण प्रदेश के नोडल राजकीय आई0टी0आई0 में आयोजित हो रहे ‘‘एप्रिन्टिस मेला‘‘ की तैयारी की समीक्षा की
‘‘एप्रिन्टिस मेला‘‘ के दौरान कानून, चिकित्सीय, बिजली व जल-पान आदि की व्यवस्थाओं हेतु समुचित तैयारियां किया जाना सुनिश्चित करें
प्रत्येक मण्डल पर मेला की प्रगति व निगरानी के लिये नोडल अधिकारी की तैनाती
समस्त तैयारियां 18 अप्रैल, 2022 तक पूर्ण कर ली जायें
‘एप्रिन्टिस मेला‘‘ मे लगभग 8 हजार उद्योग/एम0एस0एम0ई0 तथा 75 हजार युवाओं के प्रतिभाग करने की सम्भावना
-प्रमुख सचिव अमृत अभिजात
लखनऊः 15 अप्रैल 2022
प्रदेश के समस्त जनपदों में 21 अप्रैल, 2022 को एप्रिन्टिस मेला आयोजित किया जा रहा है, जिसमें लगभग 8 हजार उद्योग/एम0एस0एम0ई0 तथा 75 हजार युवाओं के प्रतिभाग की सम्भावना है। एप्रिन्टिस मेला व्यावसायिक शिक्षा एवं कौशल विकास विभाग तथा एम0एस0एम0ई0 एवं निर्यात प्रोत्साहन विभाग, उ0प्र0 शासन द्वारा संयुक्त रुप से आयोजित किया जा रहा है।
एप्रिन्टिस मेला की तैयारियों के सम्बन्ध मे अमृत अभिजात, प्रमुख सचिव, व्यावसायिक शिक्षा एवं कौशल विकास विभाग, उ0प्र0 शासन द्वारा समस्त सम्बन्धित विभागों के मण्डलीय व जनपदीय अधिकारियों के साथ आन-लाइन समीक्षा बैठक की गई। बैठक में रंजन कुमार, मण्डलायुक्त, लखनऊ, आन्द्रा वामसी, मिशन निदेशक, उ0प्र0 कौशल विकास मिशन, हरिकेश चौरसिया, निदेशक, प्रशिक्षण एवं सेवायोजन, उ0प्र0 एवं अभिषेक सिंह, विशेष सचिव, व्यावसायिक शिक्षा एवं कौशल विकास विभाग, उ0प्र0 शासन ने प्रतिभाग किया गया। बैठक में व्यावसायिक शिक्षा एवं कौशल विकास विभाग के समस्त मण्डलीय संयुक्त निदेशक (प्रशि0/शिशिक्षु), समस्त जनपदों के नोडल राजकीय आई0टी0आई0 के प्रधानाचार्य, समस्त जनपदों के जिला रोजगार सहायता अधिकारी, एम0एस0एम0ई0 एवं निर्यात प्रोत्साहन विभाग के अन्तर्गत समस्त जनपदों उपायुक्त के साथ-साथ श्रम विभाग के अधिकारियों ने भी प्रतिभाग किया।
एप्रिन्टिस मेला की तैयारियों के सम्बन्ध में विभाग के पी0एम0यू0 राइट वॉक फाऊडेशन की सी0ई0ओ0 समीना बानो ने अब तक किये गये कार्यों से समस्त को अवगत कराया। उन्होने बताया कि अब तक लगभग 3500 से अधिक रिक्तियां उद्योग/एम0एस0एम0ई0 द्वारा युवाओं हेतु पोर्टल पर प्रदर्शित कर दी गई हैं तथा सम्भावना है कि मेला के दिवस पर इनकी संख्या 15 हजार के लगभग हो जायेगी। इसके अतिरिक्त विभाग के अधिकारियों द्वारा अवगत कराया गया कि मेला दिवस पर प्रतिभाग करने वाले उद्योग/एम0एस0एम0ई0 व अभ्यर्थियों की सुगमता के लिये एक र्पाेटल तैयार किया गया है जिस पर आंकडों को प्रत्येक 02 घंटे के अन्तराल पर अद्यतन किया जायेगा।
बैठक के दौरान मण्डल व जनपदों के अधिकरियों द्वारा पूछे गये प्रश्नों व जिज्ञासाओं का समाधान हरिकेश चौरसिया, निदेशक, प्रशिक्षण एवं सेवायोजन, उ0प्र0 व अन्य विभागीय अधिकरियों द्वारा किया गया तथा अनुरोध किया गया कि आई0टी0आई0 व उ0प्र0 कौशल विकास मिशन से प्रशिक्षित युवाओं को बड़ी संख्या में मेला में प्रतिभाग करने के लिये प्रेरित करें।
अमृत अभिजात, प्रमुख सचिव, व्यावसायिक शिक्षा एवं कौशल विकास विभाग, उ0प्र0 शासन द्वारा मेला के आयोजकों को निर्देशित किया गया कि मेला के दौरान कानून, चिकित्सीय, बिजली व जल-पान आदि की व्यवस्थाओं हेतु समुचित तैयारियां किया जाना सुनिश्चित करें। उनके द्वारा विशेष रुप से निर्देशित किया गया कि ऐसे जनपद जहाँ बड़ी संख्या में उद्योग संचालित हो रहे हैं, की प्रगति बेहतर होनी चाहिये। उन्होने बताया कि एप्रिन्टिस मेला के सफल आयोजन हेतु प्रत्येक जनपद को 1 लाख रूपये की धनराशि निर्गत की जा रही है तथा प्रत्येक मण्डल पर मेला की प्रगति व निगरानी के लिये नोडल अधिकारी की तैनाती की गई है। उन्होने निर्देशित किया कि समस्त तैयारियां 18 अप्रैल, 2022 तक पूर्ण कर ली जायें एवं उनके द्वारा 18 अप्रैल, 2022 को पुनः समीक्षा की जायेगी।
‘‘एप्रिन्टिस मेला‘‘ के दौरान कानून, चिकित्सीय, बिजली व जल-पान आदि की व्यवस्थाओं हेतु समुचित तैयारियां किया जाना सुनिश्चित करें
प्रत्येक मण्डल पर मेला की प्रगति व निगरानी के लिये नोडल अधिकारी की तैनाती
समस्त तैयारियां 18 अप्रैल, 2022 तक पूर्ण कर ली जायें
‘एप्रिन्टिस मेला‘‘ मे लगभग 8 हजार उद्योग/एम0एस0एम0ई0 तथा 75 हजार युवाओं के प्रतिभाग करने की सम्भावना
-प्रमुख सचिव अमृत अभिजात
लखनऊः 15 अप्रैल 2022
प्रदेश के समस्त जनपदों में 21 अप्रैल, 2022 को एप्रिन्टिस मेला आयोजित किया जा रहा है, जिसमें लगभग 8 हजार उद्योग/एम0एस0एम0ई0 तथा 75 हजार युवाओं के प्रतिभाग की सम्भावना है। एप्रिन्टिस मेला व्यावसायिक शिक्षा एवं कौशल विकास विभाग तथा एम0एस0एम0ई0 एवं निर्यात प्रोत्साहन विभाग, उ0प्र0 शासन द्वारा संयुक्त रुप से आयोजित किया जा रहा है।
एप्रिन्टिस मेला की तैयारियों के सम्बन्ध मे अमृत अभिजात, प्रमुख सचिव, व्यावसायिक शिक्षा एवं कौशल विकास विभाग, उ0प्र0 शासन द्वारा समस्त सम्बन्धित विभागों के मण्डलीय व जनपदीय अधिकारियों के साथ आन-लाइन समीक्षा बैठक की गई। बैठक में रंजन कुमार, मण्डलायुक्त, लखनऊ, आन्द्रा वामसी, मिशन निदेशक, उ0प्र0 कौशल विकास मिशन, हरिकेश चौरसिया, निदेशक, प्रशिक्षण एवं सेवायोजन, उ0प्र0 एवं अभिषेक सिंह, विशेष सचिव, व्यावसायिक शिक्षा एवं कौशल विकास विभाग, उ0प्र0 शासन ने प्रतिभाग किया गया। बैठक में व्यावसायिक शिक्षा एवं कौशल विकास विभाग के समस्त मण्डलीय संयुक्त निदेशक (प्रशि0/शिशिक्षु), समस्त जनपदों के नोडल राजकीय आई0टी0आई0 के प्रधानाचार्य, समस्त जनपदों के जिला रोजगार सहायता अधिकारी, एम0एस0एम0ई0 एवं निर्यात प्रोत्साहन विभाग के अन्तर्गत समस्त जनपदों उपायुक्त के साथ-साथ श्रम विभाग के अधिकारियों ने भी प्रतिभाग किया।
एप्रिन्टिस मेला की तैयारियों के सम्बन्ध में विभाग के पी0एम0यू0 राइट वॉक फाऊडेशन की सी0ई0ओ0 समीना बानो ने अब तक किये गये कार्यों से समस्त को अवगत कराया। उन्होने बताया कि अब तक लगभग 3500 से अधिक रिक्तियां उद्योग/एम0एस0एम0ई0 द्वारा युवाओं हेतु पोर्टल पर प्रदर्शित कर दी गई हैं तथा सम्भावना है कि मेला के दिवस पर इनकी संख्या 15 हजार के लगभग हो जायेगी। इसके अतिरिक्त विभाग के अधिकारियों द्वारा अवगत कराया गया कि मेला दिवस पर प्रतिभाग करने वाले उद्योग/एम0एस0एम0ई0 व अभ्यर्थियों की सुगमता के लिये एक र्पाेटल तैयार किया गया है जिस पर आंकडों को प्रत्येक 02 घंटे के अन्तराल पर अद्यतन किया जायेगा।
बैठक के दौरान मण्डल व जनपदों के अधिकरियों द्वारा पूछे गये प्रश्नों व जिज्ञासाओं का समाधान हरिकेश चौरसिया, निदेशक, प्रशिक्षण एवं सेवायोजन, उ0प्र0 व अन्य विभागीय अधिकरियों द्वारा किया गया तथा अनुरोध किया गया कि आई0टी0आई0 व उ0प्र0 कौशल विकास मिशन से प्रशिक्षित युवाओं को बड़ी संख्या में मेला में प्रतिभाग करने के लिये प्रेरित करें।
अमृत अभिजात, प्रमुख सचिव, व्यावसायिक शिक्षा एवं कौशल विकास विभाग, उ0प्र0 शासन द्वारा मेला के आयोजकों को निर्देशित किया गया कि मेला के दौरान कानून, चिकित्सीय, बिजली व जल-पान आदि की व्यवस्थाओं हेतु समुचित तैयारियां किया जाना सुनिश्चित करें। उनके द्वारा विशेष रुप से निर्देशित किया गया कि ऐसे जनपद जहाँ बड़ी संख्या में उद्योग संचालित हो रहे हैं, की प्रगति बेहतर होनी चाहिये। उन्होने बताया कि एप्रिन्टिस मेला के सफल आयोजन हेतु प्रत्येक जनपद को 1 लाख रूपये की धनराशि निर्गत की जा रही है तथा प्रत्येक मण्डल पर मेला की प्रगति व निगरानी के लिये नोडल अधिकारी की तैनाती की गई है। उन्होने निर्देशित किया कि समस्त तैयारियां 18 अप्रैल, 2022 तक पूर्ण कर ली जायें एवं उनके द्वारा 18 अप्रैल, 2022 को पुनः समीक्षा की जायेगी।
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