मुख्य कर-करेत्तर राजस्व वाले मदों में वित्तीय वर्ष 2021-22 में मार्च तक
कुल रूपये 1,47,843.10 करोड़ का राजस्व प्राप्त
वित्तीय वर्ष 2021-22 के निर्धारित लक्ष्य रुपये 1,85,235.00
करोड़ का 79.8 प्रतिशत राजस्व प्राप्त
वित्तीय वर्ष 2021-22 में वित्तीय वर्ष 2020-21 के सापेक्ष
रू० 25,226.62 करोड़ अधिक राजस्व प्राप्त
वित्तीय वर्ष 2021-2022 के लिये मूल बजट का आकार रुपये 5,50,270.78 करोड़
अनुपूरक माँगों को सम्मिलित करने पर बजट का आकार रुपये 5,66,051.83 करोड़
वित्तीय वर्ष 2021-2022 में वित्तीय वर्ष 2020-2021 की तुलना में रुपये
58,862.92 करोड़ (लगभग 16 प्रतिशत) अधिक व्यय हुआ
-सुरेश कुमार खन्ना
लखनऊ: 07 अप्रैल, 2022
उत्तर प्रदेश के वित्त मंत्री श्री सुरेश कुमार खन्ना ने आज यहां विधानसभा स्थित अपने कार्यालय कक्ष में बताया कि मुख्य कर-करेत्तर राजस्व वाले मदों में वित्तीय वर्ष 2021-22 में मार्च तक कुल रूपये 1,47,843.10 करोड़ का राजस्व प्राप्त हुआ, जो निर्धारित लक्ष्य रुपये 1,85,235.00 करोड़ का 79.8 प्रतिशत है। जबकि वर्ष 2020-21 के मार्च तक रूपये 1,22,616.48 करोड़ का राजस्व प्राप्त हुआ था। इस प्रकार वित्तीय वर्ष 2021-22 में वित्तीय वर्ष 2020-21 के सापेक्ष रू० 25,226.62 करोड़ अधिक राजस्व प्राप्त हुआ है।
वित्त मंत्री ने बताया कि जी०एस०टी० के अन्तर्गत वित्तीय वर्ष 2021-22 में कुल रू० 54,594.13 करोड़ की राजस्व प्राप्ति हुई, जबकि गत वित्तीय वर्ष 2020-21 की प्राप्ति रू० 44,944.44 करोड़ थी। वैट के अन्तर्गत माह मार्च, 2022 तक रू0 27,058.19 करोड़ की राजस्व प्राप्ति हुई जबकि गत वर्ष माह मार्च, 2021 तक प्राप्ति रू0 22,112.95 करोड़ थी। आबकारी के अन्तर्गत माह मार्च, 2022 तक कुल रू0 36,321.13 करोड़ की राजस्व प्राप्ति हुई, जबकि गत वर्ष माह मार्च, 2021 तक प्राप्ति रू0 30,060.34 करोड़ थी। स्टाम्प तथा निबन्धन के अन्तर्गत माह मार्च, 2022 तक राजस्व प्राप्ति रू0 20,045.68 करोड़ है, जबकि गत वर्ष माह मार्च, 2021 तक प्राप्ति रू० 16,471.83 करोड़ थी। परिवहन के अन्तर्गत माह मार्च, 2022 तक राजस्व प्राप्ति रू0 7,159.38 करोड़ है, जबकि गत वर्ष माह मार्च, 2021 तक प्राप्ति रू0 5,905.95 करोड़ थी। भू-तत्व तथा खनिकर्म के अन्तर्गत माह मार्च, 2022 तक प्राप्ति रू० 2,664.59 करोड़ है, जबकि गत वर्ष माह मार्च 2021 तक प्राप्ति रू० 3,120.97 करोड़ थी।
श्री सुरेश कुमार खन्ना ने बताया कि वित्तीय वर्ष 2021-2022 के लिये मूल बजट का आकार रुपये 5,50,270.78 करोड़ है। वित्तीय वर्ष के दौरान दो अनुपूरक अनुदान लिये गये जिसमें प्रथम अनुपूरक रुपये 7,301.52 करोड़ तथा द्वितीय अनुपूरक रुपये 8,479.53 करोड़ है। इस दोनों अनुपूरक माँगों को सम्मिलित करने पर बजट का आकार रुपये 5,66,051.83 करोड़ हो गया है। दिनांक 31 मार्च, 2022 तक कुल रुपये 4,34,319.38 करोड़ का व्यय हुआ है, जो बजट अनुमान (रुपये 5,66,051.83 करोड़) का लगभग 77 प्रतिशत है। गत वित्तीय वर्ष 2020-2021 में दिनांक 31 मार्च, 2021 तक बजट अनुमान (रुपये 5,12,860.72 करोड़) के सापेक्ष 73 प्रतिशत (रुपये 3,76,456.46 करोड़) का व्यय हुआ था। इस प्रकार वित्तीय वर्ष 2021-2022 में वित्तीय वर्ष 2020-2021 की तुलना में रुपये 58,862.92 करोड़ (लगभग 16 प्रतिशत) अधिक व्यय हुआ है।
कुल रूपये 1,47,843.10 करोड़ का राजस्व प्राप्त
वित्तीय वर्ष 2021-22 के निर्धारित लक्ष्य रुपये 1,85,235.00
करोड़ का 79.8 प्रतिशत राजस्व प्राप्त
वित्तीय वर्ष 2021-22 में वित्तीय वर्ष 2020-21 के सापेक्ष
रू० 25,226.62 करोड़ अधिक राजस्व प्राप्त
वित्तीय वर्ष 2021-2022 के लिये मूल बजट का आकार रुपये 5,50,270.78 करोड़
अनुपूरक माँगों को सम्मिलित करने पर बजट का आकार रुपये 5,66,051.83 करोड़
वित्तीय वर्ष 2021-2022 में वित्तीय वर्ष 2020-2021 की तुलना में रुपये
58,862.92 करोड़ (लगभग 16 प्रतिशत) अधिक व्यय हुआ
-सुरेश कुमार खन्ना
लखनऊ: 07 अप्रैल, 2022
उत्तर प्रदेश के वित्त मंत्री श्री सुरेश कुमार खन्ना ने आज यहां विधानसभा स्थित अपने कार्यालय कक्ष में बताया कि मुख्य कर-करेत्तर राजस्व वाले मदों में वित्तीय वर्ष 2021-22 में मार्च तक कुल रूपये 1,47,843.10 करोड़ का राजस्व प्राप्त हुआ, जो निर्धारित लक्ष्य रुपये 1,85,235.00 करोड़ का 79.8 प्रतिशत है। जबकि वर्ष 2020-21 के मार्च तक रूपये 1,22,616.48 करोड़ का राजस्व प्राप्त हुआ था। इस प्रकार वित्तीय वर्ष 2021-22 में वित्तीय वर्ष 2020-21 के सापेक्ष रू० 25,226.62 करोड़ अधिक राजस्व प्राप्त हुआ है।
वित्त मंत्री ने बताया कि जी०एस०टी० के अन्तर्गत वित्तीय वर्ष 2021-22 में कुल रू० 54,594.13 करोड़ की राजस्व प्राप्ति हुई, जबकि गत वित्तीय वर्ष 2020-21 की प्राप्ति रू० 44,944.44 करोड़ थी। वैट के अन्तर्गत माह मार्च, 2022 तक रू0 27,058.19 करोड़ की राजस्व प्राप्ति हुई जबकि गत वर्ष माह मार्च, 2021 तक प्राप्ति रू0 22,112.95 करोड़ थी। आबकारी के अन्तर्गत माह मार्च, 2022 तक कुल रू0 36,321.13 करोड़ की राजस्व प्राप्ति हुई, जबकि गत वर्ष माह मार्च, 2021 तक प्राप्ति रू0 30,060.34 करोड़ थी। स्टाम्प तथा निबन्धन के अन्तर्गत माह मार्च, 2022 तक राजस्व प्राप्ति रू0 20,045.68 करोड़ है, जबकि गत वर्ष माह मार्च, 2021 तक प्राप्ति रू० 16,471.83 करोड़ थी। परिवहन के अन्तर्गत माह मार्च, 2022 तक राजस्व प्राप्ति रू0 7,159.38 करोड़ है, जबकि गत वर्ष माह मार्च, 2021 तक प्राप्ति रू0 5,905.95 करोड़ थी। भू-तत्व तथा खनिकर्म के अन्तर्गत माह मार्च, 2022 तक प्राप्ति रू० 2,664.59 करोड़ है, जबकि गत वर्ष माह मार्च 2021 तक प्राप्ति रू० 3,120.97 करोड़ थी।
श्री सुरेश कुमार खन्ना ने बताया कि वित्तीय वर्ष 2021-2022 के लिये मूल बजट का आकार रुपये 5,50,270.78 करोड़ है। वित्तीय वर्ष के दौरान दो अनुपूरक अनुदान लिये गये जिसमें प्रथम अनुपूरक रुपये 7,301.52 करोड़ तथा द्वितीय अनुपूरक रुपये 8,479.53 करोड़ है। इस दोनों अनुपूरक माँगों को सम्मिलित करने पर बजट का आकार रुपये 5,66,051.83 करोड़ हो गया है। दिनांक 31 मार्च, 2022 तक कुल रुपये 4,34,319.38 करोड़ का व्यय हुआ है, जो बजट अनुमान (रुपये 5,66,051.83 करोड़) का लगभग 77 प्रतिशत है। गत वित्तीय वर्ष 2020-2021 में दिनांक 31 मार्च, 2021 तक बजट अनुमान (रुपये 5,12,860.72 करोड़) के सापेक्ष 73 प्रतिशत (रुपये 3,76,456.46 करोड़) का व्यय हुआ था। इस प्रकार वित्तीय वर्ष 2021-2022 में वित्तीय वर्ष 2020-2021 की तुलना में रुपये 58,862.92 करोड़ (लगभग 16 प्रतिशत) अधिक व्यय हुआ है।
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