हरियाणा सरकार ने लोटस पेटल फाउंडेशन का समर्थन प्राप्त सरकारी स्कूलों को 1 लाख रुपये का पुरस्कार दिया
इन स्कूलों को सरकार की मुख्यमंत्री स्कूल सौंदर्यीकरण प्रोत्साहन पुरस्कार योजना के तहत चुना गया था
गुरुग्राम, 04.04.2022 : गुरुग्राम स्थित एनजीओ, लोटस पेटल फाउंडेशन से समर्थन प्राप्त दो सरकारी स्कूलों, जीएमएस लोहतकी और जीएमएस सिलोखेड़ा को स्कूलों के सौंदर्यीकरण के क्षेत्र में वर्ष 2021-22 के लिए मुख्यमंत्री स्कूल सौंदर्यीकरण प्रोत्साहन पुरस्कार योजना के तहत पुरस्कार से सम्मानित किया गया। हरियाणा सरकार का स्कूल शिक्षा विभाग गुरुग्राम जिले से चुने गए 8 स्कूलों को 6,00,000 रुपये का पुरस्कार देगा। लोटस पेटल फाउंडेशन की ओर से समर्थन प्राप्त स्कूलों को 1,00,000 रुपये का पुरस्कार दिया जाएगा।
लोटस पेटल फाउंडेशन भारत में इन सरकारी स्कूलों को विद्या सहयोग कार्यक्रम के तहत समर्थन प्रदान करता है। इन स्कूलों में फाउंडेशन की ओर से आधारभूत और पढ़ाई से संबंधित सुविधाएं प्रदान की जाती है। इस कार्यक्रम के तहत एनजीओ जीएमएस लोहतकी और जीएसएस सिलोखेड़ा को तीन साल से उल्लेखनीय सहयोग एवं अपग्रेड्स प्रदान कर रहा है।
लोटस पेटल फाउंडेशन के संस्थापक कुशल चक्रवर्ती ने कहा, “हम वास्तविक रूप से बेहतर शिक्षा प्राप्त करने के हकदार बच्चों के लिए शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार करने के लिए अपने पार्टनर कॉन्सेंट्रिक्स के साथ मिलकर किए गए प्रयासों को मिली पहचान के लिए वाकई आभारी हैं और बेहद प्रसन्न हैं। हम हरियाणा सरकार की ओर से दिए गए फंड का इस्तेमाल स्कूलों में सुविधाएं बढ़ाने और बेहतर शिक्षा का स्तर कायम रखने के लिए करेंगे, जैसे कि हमसे उम्मीद की जाती है। विद्या सहयोग कार्यक्रम के माध्यम से हम सरकारी स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चों के लिए शिक्षा का गुणवत्ता सुधारने का प्रयास करते रहेंगे। इस कार्यक्रम का उद्देश्य डिजिटल माध्यम से बेहतरीन शिक्षा देना है। हमारी इस मुहिम को सरकार की ओर से मिला सहयोग सार्वजनिक और निजी क्षेत्र की भागीदारी की अहमियत को उभारता है। इससे यह भी पता चलता है कि शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार के लिए सीएसआर (कॉर्पोरेट सामाजिक उत्तरदायित्व) अपनी अहम जिम्मेदारी निभा सकता है।“
कॉन्सेंट्रिक्स के सहयोग से चलाए जा रहे विद्या सहयोग कार्यक्रम का उद्देश्य हरियाणा सरकार के स्कूलों में पढ़ रहे गरीब परिवारों के साधनविहीन बच्चों की शिक्षा निरंतर जारी रखना सुनिश्चित करने के लिए ई-लर्निंग के आधारभूत ढांचे में सुधार करना है। यह कार्यक्रम बच्चों को किसी विषय के पहले से रेकॉर्ड किए गए वीडियो ट्यूटोरियल के फॉर्मेंट में शिक्षा देने की जगह उन्हें ऐसी शिक्षा देने पर जोर देता है, जिसमें वह कोई मुश्किल होने या कोई बात समझ न आने पर टीचर से पूछ सकें और बच्चों एवं अध्यापकों की आपस में बातचीत होती रहे। यह प्रोजेक्ट शिक्षा के क्षेत्र में कमियों को दूर करने, अध्यापकों और दूरदराज बैठे बच्चों के बीच दोतरफा बातचीत कायम रखने हेतु सरकारी स्कूल में लाइव लेक्चर का प्रबंध करने के लिए हब एंड स्पोक मॉडल पर चलाया जा रहा है। यह किसी विषय के पहले से रेकॉर्ड किए गए ट्यूटोरियल की जगह लेगा। इससे छात्रों को बेहतर परफॉर्मेंस देने में मदद मिलेगी। इसमें लड़कियों को भी बेहतर पढ़ाई के लिए प्रोत्साहन देने के साथ साथ अच्छे अवसर मिलेंगे। इससे लिंग समानता के मुद्दे का भी बेहतर हल निकलेगा।
कॉन्सेंट्रिक्स में भारत, आसियान और एएनजेड के क्षेत्रीय महाप्रबंधक-एसवीपी रविंद्र सिंह राणा ने कहा, “कॉन्सेंट्रिक्स 2016 से शिक्षा को सभी के लिए सुलभ बनाने के लिए लोटस पेटल फाउंडेशन से गर्व से जुड़ा हुआ है। विद्या सहयोग कार्यक्रम का उद्देश्य सरकारी स्कूलों में सुविधाओं का विस्तार करने के लिए उन्हें पूरी तरह से समर्थन देना है। इस कार्यक्रम को हरियाणा के अलग-अलग स्कूलों में बेहद सफलता मिली। इस कार्यक्रम के माध्यम से हरियाणा के उन सरकारी स्कूलों में पीने के साफ पानी, शौचालय की सुविधा, पंखे और क्लास में बच्चों के बैठने के लिए फर्नीचर की सुविधा उपलब्ध कराई गई, जहां ये सुविधाएं पहले नहीं थीं। यह पुरस्कार हमारी प्रतिबद्धता का सबूत है।“
यह गैर-लाभकारी संगठन गुरुग्राम के धुनेला में एक अन्य सरकारी स्कील भी खोलेगा। धुनेला में 5 एकड़ में बनने वाले लोटस पेटल फाउंडेशन सीनियर सेकेंडरी स्कूल से क्षेत्र के समूचे समुदाय को विकसित होने, मजबूत होने और अपने में बदलाव करने में मदद मिलेगी।
लोटस पेटल फाउंडेशन के बारे में
लोटस पेटल फाउंडेशन की स्थापना 2011 में एकल व्यक्ति की पहल के तौर पर सभी बच्चों, चाहे वह समाज के किसी भी वर्ग से संबंध रखते हों, को शिक्षा की समान अवसर प्रदान करने और शहरी गरीबों की जिंदगी में सामाजिक और आर्थिक बदलाव लाने के लिए की गई। शिक्षा, रोजगार और पोषण की मुख्य थीम पर लोटस फाउंडेशन की ओर से द प्रतिष्ठान लर्निंग सेटर चलाया जा रहा है। यह किशोरों के लिए 5 साल का फास्ट ट्रैक शिक्षण और कौशल कार्यक्रम है। नर्सरी से 12वीं कक्षा तक के लिए विद्यानंद स्कूल चलाया जा रहा है। फाउंडेशन की ओर से किशोरों को औपचारिक नौकरियों के लिए तैयार करने हेतु इनहाउस चलाए गए जीविका कार्यक्रम में कौशल पर आधारित व्यावसायिक प्रशिक्षण दिया जा रहा है। विद्या सहयोग परियोजना के तहत सरकारी स्कूलों में मौजूदा आधारभूत ढांचे को सुधारा जा रहा है और पढ़ाई के लिए बेहतर सुविधाएं मुहैया कराई जा रही हैं। आरोग्य वेलनेस कार्यक्रम बच्चों के सेहत की देखभाल के लिए चलाया गया कार्यक्रम है। फाउंडेशन कॉरपोरेट कंपनियों से भी लंबे समय के लिए परामर्श देने वाली गतिविधियों से जुड़ा है, जहां वह किसी कॉरपोरेट कंपनी के कर्मचारियों को कुछ समय के लिए या किसी परियोजना की समय अवधि तक लोटस पेटल के साथ काम करने के लिए प्रेरित करता है। यह परियोजना कुछ महीनों के लिए भी हो सकती है।
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