कर्नलगंज,गोण्डा। सरकार बेसहारा पशुओं के संरक्षण और भरण पोषण की व्यवस्था के लिये आये दिन बड़े बड़े दावे भले ही कर रही हो और भारी मात्रा में सरकारी खजाने से पैसे पानी की तरह बहा रही हो। लेकिन धरातल पर हकीकत ठीक उसके विपरीत है और गौवंश का निवाला लोगों के खाने कमाने का जरिया मात्र साबित हो रहा है। वहीं बेजुबान गोवंश की हालत काफी बदतर है। लेकिन शासन प्रशासन और जिम्मेदार लोगों की उदासीनता के कारण वह किसानों की फसल बरबाद करते हुये सड़क पर वाहनों से टकराकर अपनी जान गवां रहे।जिसका जीता-जागता उदाहरण कर्नलगंज क्षेत्र में सामने आया है। मालूम हो कि घटना तहसील कर्नलगंज क्षेत्र अन्तर्गत कर्नलगंज-परसपुर परसपुर मार्ग स्थित ग्राम बबुरास के मजरा गोनई गोसांई पुरवा के पास की है,जहां शुक्रवार को होली पर्व की देर शाम अज्ञात वाहन की चपेट में आकर एक गौवंश गंभीर रूप से घायल हो गया। जिसे ग्रामीणों ने सड़क से नीचे उतारकर सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया। वहीं लोग उसके दवा इलाज की व्यवस्था कर ही रहे थे कि उसी दौरान उसकी मौत हो गई। घटना की सूचना पाकर मौके पर पहुंचे पैरौरी/बबुरास के बीडीसी पारसनाथ गोस्वामी एवं परिचालक अमरेश गोस्वामी ने जेसीबी मशीन के माध्यम से उसे जमीन में गड़वा दिया। क्षेत्रीय लोगों के अनुसार इस समस्या पर यदि ठोस कदम नही उठाया गया तो किसानों की समस्या ज्यों की त्यों बनी रहेगी और भूंख प्यास से बेहाल होकर भटक रहे बेसहारा पशु किसानों की भारी मात्रा में फसलों को नष्ट कर उन्हें नुकसान पहुंचाने के साथ ही वाहनों की चपेट में आकर अपनी जान गवांते रहेंगे। जबकि बेहद शर्मनाक स्थिति यह है कि इस विकराल समस्या और गोवंश की दुर्दशा पर गोरक्षा की दुहाई देने वाले और जिम्मेदार लोगों की नजरें नहीं पड़ रही हैं और जानबूझकर आंखें मूंदे हुए हैं।
शासन-प्रशासन की उदासीनता किसानों के साथ बेजुबान गौवंशों पर पड़ रही भारी
Swatantra aawaaz
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