अम्बेडकर नगर जिले के तहसील आलापुर क्षेत्र मे नौजवान भारत सभा कीतरफ से शहीद-ए-आज़म भगतसिंह, राजगुरु और सुखदेव के शहादत दिवस (23मार्च) की पूर्व संध्या पर चलाये जा रहे ‘शहीद स्मृति अभियान’ के तहत आज नेवारी दुराजपुर में पैदल मार्च निकालकर सभाएं की गयीं और शहीदों को नमन किया गया । आपको बता दे कि नौजवान भारत सभा के बिन्द्रेश ने कहा कि आज देश की आजादी के 75 वर्ष बाद भी भगतसिंह और उनके साथियों के सपनों का समाज नहीं बन सका है. इन महान क्रांतिकारियों के शहादत के 91 वर्ष बाद भी इन क्रान्तिकारियों की मूर्तियों और तस्वीरें तो लोगों तक पहुंच गई लेकिन इनके क्रान्तिकारी विचारों और सपनों से लोग अभी भी अपरिचित हैं। शहीदे आजम भगत सिंह ,राजगुरु और सुखदेव हिंदुस्तान सोशलिस्ट रिपब्लिकन एसोसिएशन यानी एचआरए से जुड़े थे राष्ट्रीय आंदोलन के दौर में एचएसआरए ने यह घोषणा की कि हमारा मकसद केवल अंग्रेजों को भगाना नहीं है । भगतसिंह और उनके साथियों का कहना था कि जब तक मुट्ठी भर लोग आम जनता के हक़ों-अधिकारों पर कब्ज़ा जमाये बैठे हुए हैं, तब तक उनकी लड़ाई ज़ारी रहेगी. ।
नौजवान भारत सभा के आकाश ने कहा कि शिक्षा-चिकित्सा जैसी बुनियादी ज़रूरतों को भी पूरी तरह बाज़ार के हवाले कर के आम आबादी की पहुँच से बाहर कर दिया गया है तमाम समस्याओं को जाति-धर्म, मन्दिर-मस्ज़िद आदि की आड़ में छिपाने का काम किया जा रहा है.। भगतसिंह, राजगुरु और सुखदेव जैसे शहीदों का सपना ऐसे समाज को बनाने का नहीं था, जिसमें ऊपर बैठे हुए मुट्ठी भर लोगों की सुविधाओं में कोई कमी न आये और सारा बोझ आम मेहनतकश जनता पर डाल दिया जाय ।. ऐसे में यह वक़्त भगतसिंह और उनके साथियों के विचारों से रोशनी लेकर नए समाज को बनाने की लड़ाई में उतर जाने का है। कार्यक्रम में विकास , गौरव, शिक्षा, मित्रसेन रोशनी , प्रेमचन्द,किशन रामधनी आदि मौज़ूद रहे।
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