सार्वजनिक नाले की पटान कर उसका स्वरूप बिगाड़ने का आरोप लगाते हुए तीन दर्जन से अधिक नगरवासियों ने एसडीएम संतोष ओझा को प्रार्थना पत्र दिया।
गांधीनगर वार्ड संख्या एक के संतोष कुमार, जगदीश प्रसाद, अजय कुमार, जय प्रकाश, अरविंद कुमार, मनीष कुमार, विनय, अतुल गुप्त, गणेश प्रसाद, डॉ. वीरेंद्र प्रताप समेत अनेक लोगों ने बताया कि गोंडा मोड़ से धर्मशाला तक बने घरों के अपमार्जित पानी के निकलने के लिए घरों के दक्षिण तरफ नाला बना हुआ है। चकबंदी के नक्शे में भी नाले का स्वरूप दर्ज है। चार दशकों से बने नाली में घरों का पानी निकल कर गोंडा मोड़ स्थित पुल व करबला के पुल से होकर दो तालाबों में जाता रहा है। पिछले कई दिनों से कुछ लोग उक्त नाले को पाट कर समतल कर रहे हैं। नाले का अस्तित्व खत्म होने के बाद घरों के अपमार्जित पानी के बहने का रास्ता पूरी तरह बंद हो जाएगा जिससे जलनिकासी की समस्या उत्पन्न हो जाएगी।
लोगों ने मांग की कि नक्शे के अनुरूप नाली का मूल स्वरूप बरकरार रखा जाए। एसडीएम ने बताया कि प्रभारी निरीक्षक व राजस्व निरीक्षक को काम रोकवाने का आदेश दिया गया है। राजस्व अभिलेखों के अनुसार उचित कार्रवाई की जाएगी।
असग़र अली
उतरौला
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