विभा पटेल को मिली प्रदेश महिला कांग्रेस की कमान
भोपाल। मध्यप्रदेश महिला कांग्रेस की कमान अब पूर्व महापौर विभा पटेल को सौंपी गई है. पिछले दिनों कार्यकारिणी की ऐलान के बाद हुए विवाद के बाद कांग्रेस ने चार उपाध्यक्ष को छोड़कर पूरी कार्यकारिणी ही भंग कर दी थी. प्रदेश कांग्रेस महिला अध्यक्ष अर्चना जायसवाल को भी पद से हटा दिया गया था. विभा पटेल को अध्यक्ष बनाए जाने के बाद प्रदेश प्रभारी ओनिका महरोत्रा के ने बताया कि उम्मीद है अब एक अच्छी कार्यकारिणी गठित होगी और प्रदेश कांग्रेस के साथ कंधे से कंधा मिलाकर चलेगी.
नवनियुक्त अध्यक्ष बोली पूरी मेहनत करूंगी
प्रदेश महिला कांग्रेस की नई अध्यक्ष विभा पटेल के नई जिम्मेदारी के लिए पार्टी का आभार जताते हुए कहा कि पार्टी ने उन्हें जो जिम्मेदारी सौंपी है, उसे वे पूरी मेहनत से निभाएंगी. उन्होंने कहा कि अगले साल विधानसभा चुनाव भी हैं, इसलिए कम समय में ज्यादा काम करने की जरूरत है. पटेल ने समाज के सभी वर्गों के साथ मिलकर आगामी विधानसभा चुनाव के लिए काम करने की बात कही है.
अनुशासनहीनता नहीं होगी बर्दाश्त
प्रदेश महिला कांग्रेस की प्रभारी ओनिका महरोत्रा के मुताबिक उन्हें उम्मीद है कि कार्यकारिणी में सभी वर्गों का प्रतिनिधित्व होगा. चिकित्सा, शिक्षा, सामाजिक क्षेत्र में काम करने वाले, औद्योगिक जैसे तमाम क्षेत्रों में महिलाएं काम कर रही हैं. हमारी कोशिश होगी कि ऐसे सभी क्षेत्रों की महिलाओं को साथ लेकर प्रदेश में काम किया जाए. ओनिका महरोत्रा ने ईटीवी भारत से फोन पर चर्चा में कहा कि सिर्फ मीटिंग और छोटे-मोटे धरना प्रदर्शन करने से कुछ नहीं होगा. प्रदेश में अगले साल विधानसभा चुनाव हैं. जिसे देखते हुए प्रदेश महिला कांग्रेस को प्रदेश कांग्रेस द्वारा चलाए जा रहे घर-घर चलो जैसे अभियान शुरू करने होंगे. उन्होंने साफ कहा कि अनुशासनहीनता किसी भी तरह बर्दाश्त नहीं की जाएगी.
इसलिए हटाईं गईं थी अर्चना जयसवाल
-मध्यप्रदेश महिला कांग्रेस की पूर्व अध्यक्ष मांडवी चौहान के कोरोना से निधन के बाद 27 जुलाई 2021 को अर्चना जायसवाल को नियुक्त किया गया था.
-नियुक्ति के बाद अर्चना जायसवाल ने 30 जनवरी को कार्यकारिणी का गठन किया था, लेकिन गठन के साथ ही विवाद खड़ा हो गया.
इंदौर, उज्जैन, ग्वालियर में महिला कांग्रेस में असंतोष पैदा हो गया. आरोप लगे कि कार्यकारिणी में अपनों को ही पदों से नवाजा गया है.
विवाद के बाद इस्तीफे का दौर शुरू हुआ और जिसकी शिकायत कांग्रेस आलाकमान तक पहुंची.
इसके बाद 23 फरवरी को महिला कांग्रेस ने नवनियुक्त चार उपाध्यक्षों को छोड़ पूरी कार्यकारिणी भंग कर दी.
महिला कांग्रेस की तत्कालीन प्रदेश अध्यक्ष अर्चना जायसवाल को भी हटा दिया
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