असगर अली की रिपोर्ट
उतरौला (बलरामपुर) क्षेत्र के ग्रामीण अंचलों में जर्जर विद्युत तारों के माध्यम से हो रही विद्युत आपूर्ति से उपभोक्ताओं को काफी परेशानी उठानी पड़ रही है।जर्जर पुराने तारों के टूट कर गिरने से जहां आग लगने का खतरा बना रहता है वहीं लो वोल्टेज की समस्या से लोगों को निजात नहीं मिल पा रही है।
ग्रामीण इलाकों के महुआ फीडर,चमरुपुर व श्रीदत्तगंज फीडर में पांच दशक पूर्व लगे विद्युत पोल व तार काफ़ी जर्जर हो चुके हैैं जिसके चलते आये दिन तार टूटकर गिर जाने से कई घंटे आपूर्ति बाधित रहती है तो वहीं चिंगारी निकलने से आग लगने का खतरा बना रहता है।पिछले वर्ष गर्मी के दिनों में विद्दुत तारों के टकराने से आग लग गई थी जिसमें कई बीघा गेहूं व गन्ने की फसल जलकर बरबाद हो गई थी।ग्रामीणों व दमकल कर्मियों के अथक प्रयास के बाद आग पर काबू पाया गया था। जर्जर तारों को बदलने के लिए स्थानीय समाजसेवियों, बुद्धिजीवियों द्वारा निरंतर मांग की जा रही ह़ै परन्तु जिम्मेदारों द्वारा अनसुनी कर दी जाती है।इन जर्जर तारों के वजह से आये दिन ट्रांसफार्मर जलने की घटनाएं होती रहती हैं। तारों के टूटने पर कर्मचारियों द्वारा जोड़ने के लिए बार बार सिड डाऊन लेने से घंटों आपूर्ति बाधित रहती है। जिसके चलते उपभोक्ताओं को परेशानी उठानी पड़ रही है।
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