वाराणसी, वरिष्ठ संवाददाता। नए वित्तीय वर्ष में काशी विद्यापीठ ने मुख्य परिसर के साथ गंगापुर और भैरव तालाब परिसरों के विकास के लिए कई योजनाएं तैयार की हैं। अगले तीन साल में विकास योजनाओं पर 96 करोड़ रुपये खर्च करने की योजना बनाई गई है।
इसमें नई शिक्षा नीति में छात्रों के स्टार्टअप के लिए इन्क्यूबेशन सेंटर का दो करोड़ रुपये बजट होगा। साथ ही परीक्षा केंद्र, मल्टीपरपज हॉल, एसटीपी और आवासों पर खर्च होगा। शुक्रवार को काशी विद्यापीठ की वित्त समिति की बैठक कुलपति प्रो. आनंद कुमार त्यागी की अध्यक्षता में हुई। वित्त नियंत्रक ने पिछले वर्षों की आमदनी और व्यय के साथ आगामी योजनाओं का प्रकाश डाला। वर्ष 2020-21 में 16.40 करोड़ रुपये का घाटा संस्थान को हुआ जबकि 2021-22 में 8.36 करोड़ रुपये के घाटे का अनुमान लगाया गया है।वर्ष 2022-23 में विद्यापीठ को 71.86 करोड़ की आमदनी और 127.23 करोड़ व्यय का अनुमान है। इस आधार पर घाटा 55.37 करोड़ अनुमानित है। बैठक में रामकुमार शुक्ल, अपर निदेशक कोषागार, डॉ. ज्ञान प्रकाश वर्मा, क्षेत्रीय उच्च शिक्षा अधिकारी, आरपी सिंह, डॉ. सुनीता पाण्डेय, कुलसचिव और वित्त अधिकारी संतोष शर्मा रहे।
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