सिर्फ PM मोदी को मिली है SPG सुरक्षा हर दिन खर्च होते हैं 1 करोड़ 62 लाख रुपए, जानिए खासियत


भारत में केवल और केवल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ही हैं जिन्हे स्पेशल प्रोटेक्शन ग्रुप (SPG) सुरक्षा मिली हुई है।
आप सभी को बता दें कि PM मोदी की सुरक्षा में हर रोज 1 करोड़ 62 लाख रुपए खर्च होते हैं। इस बारे में केंद्रीय गृह मंत्रालय ने संसद में एक लिखित जवाब में जानकारी दी थी। जी दरअसल साल 2020 में संसद में डीएमके सांसद दयानिधि मारन ने सवाल किया था कि 'देश में कितने लोगों को SPG और सेंट्रल रिजर्व पुलिस फोर्स (CRPF) द्वारा दी जाने वाली सुरक्षा मिली हुई है।' इसके जवाब में केंद्रीय गृह राज्यमंत्री जी. किशन रेड्डी ने बताया था कि, 'वर्तमान में सिर्फ एक शख्स को ही SPG सुरक्षा मिली हुई है। हालांकि केंद्रीय गृह राज्यमंत्री ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का नाम नहीं लिया कि सिर्फ उनको ही यह सुरक्षा मिली है।' आप सभी को बता दें कि SPG सुरक्षा को लेकर साल 2020-21 के लिए 592.55 करोड़ रुपए बजट आवंटित किया गया था।

वहीं पिछली बार बजट में एसपीजी के लिए 540.16 करोड़ रुपए के फंड का आवंटन किया गया था, तब चार लोगों को SPG सुरक्षा मिली थी यानी एक व्यक्ति की सुरक्षा में 135 करोड़ रुपए का खर्च आता था। आपको यह भी बता दें कि प्रधानमंत्री पद से हटने के बाद 5 साल तक एसपीजी सुरक्षा रहेगी और फिर हटा ली जाएगी।

क्या है SPG सुरक्षा - प्रधानमंत्री के काफिले में सबसे पहले दिल्ली पुलिस सिक्योरिटी स्टाफ की गाड़ी सायरन बजाती हुई चलती है। वहीं इसके बाद एसपीजी की गाड़ी और फिर दो गाड़ियां चलती हैं। इसके बाद दाईं और बाईं तरफ से दो गाड़ियां रहती हैं जो बीच में चलने वाली प्रधानमंत्री की गाड़ी को सुरक्षा प्रदान करती है। PM मोदी की सुरक्षा में विशेष सुरक्षा दल (एसपीजी) के जवान तैनात रहते हैं। वहीं उनकी सुरक्षा में विभिन्न घेरों के तहत एक हजार से ज्यादा कमांडो तैनात रहते हैं। इसी के साथ सार्वजनिक कार्यक्रम में एसपीजी कमांडो पीएम के चारों तरफ रहते हैं और उनके साथ-साथ चलते हैं। इस दौरान किसी भी कमांडो को पीएम की सुरक्षा में तैनात करने से पहले उसके बारे में गहन छानबीन की जाती है।

वहीं प्रधानमंत्री के निजी सुरक्षा गार्ड सुरक्षा घेरे की दूसरी पंक्ति में तैनात रहते हैं। यह भी एसपीजी के बराबर प्रशिक्षित और दक्ष होते हैं जो किसी भी अनहोनी को रोकने में सक्षम होते हैं। तीसरे सुरक्षा चक्र में नेशनल सुरक्षा गार्ड (एनएसजी) होते हैं। वहीं चौथे चक्र में अर्द्धसुरक्षा बल के जवान और विभिन्न राज्यों के पुलिस अधिकारी होते हैं। जब पीएम किसी राज्य में जाते हैं तो यह प्रदेश पुलिस की जिम्मेदारी होती है कि वह बाहरी सुरक्षा प्रदान करने के साथ ही किसी भी अनहोनी को रोके। सुरक्षा के पांचवे चक्र में कमांडो और पुलिस कवर के साथ कुछ अत्याधुनिक तकनीकी सुविधाओं से लैस वाहन और एयरक्राफ्ट रहते हैं। यह सभी वाहन उच्च क्षमता के सैन्य आयुधों (आर्म्स एम्युनिशन) से लैस होते हैं।

अगर पीएम के काफिले पर जमीनी या हवाई हमला होता है तो इनके जरिए उससे आसानी से निपटा जा सकता है। जी दरअसल यह किसी भी तरह के रासायनिक या जैविक हमले का जवाब देने में सक्षम होते हैं। PM मोदी अति सुरक्षा वाली बुलेटप्रुफ बीएमडब्ल्यू 7 कार से सफर करते हैं और उनके काफिले में साथ-साथ ऐसी ही दो डमी कारें चलती हैं जिससे कि हमलावर को भ्रमित किया जा सके।

इसी के साथ PM के काफिले में एक जैमर से लैस गाड़ी तैनात रहती है। जिसमें दो एंटिना लगे रहते हैं। जी दरअसल यह सड़क के दोनों तरफ 100 मीटर की दूरी पर रखे विस्फोटक को निष्क्रिय करने में सक्षम होते है। वहीं PM के साथ हमेशा एक एंबुलेंस साथ चलती है, जो किसी भी आपात स्थिति में उन्हें मेडिकल सुविधा मुहैया करवाने के मकसद से साथ चलती है। वहीं जब कभी पीएम पैदल चलते है तो उनके आगे-पीछे सादे कपड़ों में एनएसजी के कमांडो साथ चलते रहते हैं।

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