संगीत एक ऐसी विधा है जिससे हमें आत्मीय शांति प्राप्त होती है- श्याम बाबू
गिरजा शंकर विद्यार्थी ब्यूरों
अम्बेडकर नगर। सांस्कृतिक संरक्षण संस्थान, टांडा, अम्बेडकरनगर के तत्वाधान में संस्कृति मंत्रालय, भारत सरकार के सहयोग से पारंपरिक सांस्कृतिक अवधी लोकोत्सव एवं कार्यशाला का आयोजन सरस्वती शिशु मंदिर, टांडा अम्बेडकरनगर के प्रांगण सभागार में किया गया। जिसका उद्घटान विधायक टांडा श्रीमती संजू देवी के कर कमलों द्वारा किया गया। विशिष्ट अतिथि के रूप में संचित यादव वरिष्ठ समाजसेवी कार्यक्रम की अध्यक्षता आचार्य नरसिंह, प्रधानाचार्य व स्वागताकांक्षी श्याम बाबू - प्रान्त सत्संग प्रमुख विहिप अवध मौजूद रहे। कार्यक्रम का निर्देशन अनुराग श्रीवास्तव द्वारा किया गया।
सर्वप्रथम सरस्वती वंदना,. स्वागत गीत की प्रस्तुति गुनमुन पांडे एवं आशिमा मौर्य द्वारा. एकल गायन कलाकार अवधि लोकगीत जिसके कलाकार - राज सोनकर, हरीतिमा पव द्वारा पारंपरिक अवधि लोकगीत की प्रस्तुति दी गयी तथा भोजपुरी लोकगीत निर्गुण वाद्य - हारमोनियम पर दिलीप कुमार, ढोलक पर - शैलेश, झांझ पर हैप्पी।
कार्यक्रम में मुख्य अतिथि द्वारा कलाकारों का सम्मान किया गया। कार्यक्रम मे अवधि लोकोत्सव पर चर्चा भी की गई। श्याम बाबू ने कहा कि संगीत एक ऐसी विधा है जिससे हमें आत्मीय शांति प्राप्त होती है और इसी के माध्यम से हम किसी को भी अपना बना सकते है हमारी सरकार इस दिशा में लोगो को आगे बढ़ने के किये कई तरह के प्रोत्साहन देने का काम कर रही ताकि वह अपने पैरों पर खड़े होकर अपनी आजीविका का साधन भी बना सके
कार्यक्रम में प्रमुख रूप से भाजपा किसान मोर्चा के अध्यक्ष कमल चौहान, रोहित गौड़, बजरंगदल के संयोजक दीपक उपाध्याय, बजरंगदल के नगर सहमंत्री श्रीकांत बजाज, गौरीशंकर वर्मा, शम्भू, अनिल, सुयश, दिलीप शर्मा, अर्जुन आचार्य, रणजीत चौहान, कृष्णा पाठक, सन्दीप श्रीवास्तव अभिषेक गुप्ता मौजूद रहे।
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