*अयोध्या*
*राष्ट्रीय बालिका दिवस पर सोमवार को राजकीय बालिका इंटर कालेज में बालिकाओं की महत्ता के संबंध में जूम एप के माध्यम से वर्चुअल कार्यक्रम आयोजित किया गया।*
संचालन उप प्रधानाचार्य कुसुमलता ने किया।
कनौसा कान्वेंट गर्ल्स इंटर कॉलेज, अयोध्या की शिक्षिका मीरा मिश्रा ने कहा कि बेटी बोझ नहीं है, अगर बेटा कुल का दीपक है तो बाती हैं बेटियां। प्रवक्ता एएनओ एनसीसी राजकीय बालिका इंटर कॉलेज डाॅ. मालती रामअनुज ने संदेश दिया कि बच्चों की पहली शिक्षक मां होती हैं, और मां जो अपने बच्चों को संस्कार सिखाती है वही बच्चा आगे चलकर बड़ों का सम्मान और महिलाओं का भी अपमान होने से बचाता है। अगर प्रत्येक घर की महिलायें सुरक्षित हैं तो हमारा देश भी सुरक्षित रहेगा। जिला प्रोबेशन अधिकारी अश्वनी कुमार ने कहा कि बेटी है कुदरत का उपहार, इसको जीने का दो अधिकार। उन्होंने महिला कल्याण विभाग से जुड़ी कल्याणकारी योजनाओं जैसे बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओं, घरेलू हिंसा, दहेज प्रतिशेध अधिनियम, वन स्टाॅप सेंटर से अवगत कराया। उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय बालिका दिवस बालिका दिवस मनाने का मुख्य उद्देश्य बालिकाओं को उनके अधिकारों के बारे में जागरूक करना है। आज देश की बेटियां देश के हर क्षेत्र में आगे हैं चाहे वह शिक्षाक्षेत्र हो या खेलकूद। आज कल लड़कियों को जन्म लेने से पहले ही मार दिया जाता है। समाज में अभी भी कई ऐसे गांव हैं जहां बच्चियों को उचित शिक्षा नहीं मिल पा रही है, जिसके लिये सरकार द्वारा प्रयास किये जा रहें है कि ताकि बालिकाओं/महिलायें हर क्षेत्र में सुरक्षित रहें। राष्ट्रीय बालिका दिवस के इस अवसर पर बालिकाओं की महत्ता के सम्बन्ध में जूम एप के माध्यम से वर्चुअल कार्यक्रम मे कुल 171 प्रतिभागियों ने प्रतिभाग किया, जिसमें प्रधानाचार्य वार्डन कस्तूरबा गांधी विद्यालय मयाबाजार, वार्डन कस्तूरबा गांधी विद्यालय, रूदौली, वार्डन कस्तूरबा गांधी विद्यालय बीकापुर, वार्डन कस्तूरबा गांधी विद्यालय हैरिग्टनगंज, वार्डन कस्तूरबा गांधी विद्यालय तारून,व महिला कल्याण विभाग से जिला समन्वयक मौजूद रही।
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