सचिव, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण, अम्बेडकरनगर द्वारा विधिक साक्षरता शिविर का हुआ आयोजन
गिरजा शंकर विद्यार्थी ब्यूरों
उ0प्र0 राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण, लखनऊ द्वारा प्रेषित प्लान ऑफ एक्शन 2021-22 के अनुपालन में पदम नारायण मिश्र, जनपद न्यायाधीश / अध्यक्ष जिला विधिक सेवा प्राधिकरण, अम्बेडकरनगर के निर्देशानुसार आज दिनांक 11.01.2022 को जिला कारागार, अम्बेडकरनगर में एण्डी०आर० मैकेनिज्म विषय पर सुश्री प्रियंका सिंह, सचिव, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण, अम्बेडकरनगर द्वारा विधिक साक्षरता शिविर का आयोजन एवं निरीक्षण कोविड-19 महामारी को दृष्टिगत रखते हुए जारी दिशा-निर्देशों के अन्तर्गत किया गया। इस विधिक साक्षरता शिविर एवं निरीक्षण में जिला करागार अम्बेडकरनगर से श्री गिरिजा शकर यादव, कारापाल, जिला कारागार अम्बेडकरनगर, श्री राजेश कुमार, उपकारापाल, जिला कारागार अम्बेडकरनगर द्वारा उक्त शिविर एवं निरीक्षण में प्रतिभाग किया गया।शिविर को सम्बोधित करते हुये सुश्री प्रियंका सिंह सचिव, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण, अम्बेडकरनगर ने ए०डी०आर० मैकेनिज्म विषय पर बोलते हुये बताया कि ए०डी०आर० असहमत पक्षों को मुकदमेबाजी की प्रक्रिया में पड़े बिना किसी विवाद के समाधान हेतु स्थापित तंत्र है। ए०डी०आर० प्रक्रिया केवल दीवानी विवादों के मामले में स्वीकार्य है, जिसे कानून द्वारा स्पष्ट रूप से निर्धारित किया जाता है एण्डी०आर० के तरीकों को न्यायालय और औपचारिक कानून प्रणाली का विकल्प घोषित किया गया है तथा इसे विवाद को शीघ्रता से और सौहार्दपूर्ण तरीके से सुलझाने के लिए अपनाये जाने वाले सर्वोत्तम तरीकों में से एक माना गया है। वैकल्पिक विवाद समाधान के विविध प्रकार है जिनमें मुख्यतः पंचाट प्रक्रिया, जिसमें एक तटस्थ तृतीय पक्षकार या पक्षकारों का समूह मामले के गुण-दोषों के आधार पर निर्णय प्रस्तुत करता है। मध्यस्थता प्रक्रिया इस प्रक्रिया का लक्ष्य विवादित पक्षों को आपसी सहमति के माध्यम से समाधान तक पहुंचने में सहायता करना है। सुलह प्रक्रिया, इस प्रक्रिया द्वारा विवादों का समाधान समझौते या स्वैच्छिक करार द्वारा प्राप्त किया जाता है। लोक अदालत का गठन विधिक सेवा अधिनियम 1987 के अंतर्गत किया गया है, यह सार्वजनिक रूप से सुलह का एक रूप है। माननीया न्यायमूर्ति श्रीमती सुनीता अग्रवाल, माननीय उच्च न्यायालय, इलाहाबाद की अध्यक्षता में गठित Hon'ble Committee for "Sensitization for Family Court Matters के द्वारा वैवाहिक विवादों के समाधान के | लिये दिनांक 22.01.2022 को आयोजित होने वाली Pre-Litigation Special Lok Adalat for Matrimonial Disputes की सफलता हेतु दिनांक 08.01.2022 को पुरानी कचेहरी परिसर स्थित पारिवारिक न्यायालय, अम्बेडकरनगर में श्री अनमोल पाल, माननीय प्रधान न्यायाधीश, पारिवारिक न्यायालय, अम्बेडकरनगर एवं श्रीमती पूजा विश्वकर्मा, माननीय अपर प्रधान न्यायाधीश, पारिवारिक न्यायालय, अम्बेडकरनगर की अध्यक्षता में गठित पीठ, जिसमें जिला विधिक सेवा प्राधिकरण अम्बेडकरनगर द्वारा संचालित मध्यस्थता केन्द्र के 02 अधिवक्ता मध्यस्थ सदस्य श्रीमती सुनीता तिवारी एवं श्रीमती सुमन गौड़ शामिल हैं, द्वारा महिला थाना अम्बेडकरनगर एवं महिला सहायता प्रकोष्ठ एवं कार्यालय जिला विधिक सेवा प्राधिकरण में प्राप्त कुल 60 वैवाहिक विवादों से सम्बन्धित पत्रावलियों में से 30 पत्रावलियों पर वादी एवं विपक्षी के मध्य सुलह वार्ता का प्रयास किया गया एवं सभी पत्रावलियों में वादी एवं विपक्षी को अग्रिम सुलह वार्ता हेतु दिनांक 12.01.2022 की तिथि नियत की गई।
एक टिप्पणी भेजें
If you have any doubts, please let me know