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इंस्पेक्टर और सिपाही पर लगाया प्रताड़ित करने का आरोप: एसीपी को सौंपी मामले की जांच
*लखनऊ।* महिला उप निरीक्षक द्वारा रविवार को वायरल किए गए वीडियो से लखनऊ पुलिस में हड़कंप मच गया। वायरल वीडियो में बंथरा थाने में तैनात महिला उप निरीक्षक हसीना खातून ने बंथरा थाने के इंस्पेक्टर अजय प्रताप सिंह और बंथरा थाने के सिपाही अवध किशोर पर प्रताड़ित करने के गंभीर आरोप लगाते हुए विभाग से इस्तीफे की बात कही है।
महिला उपनिरीक्षक द्वारा जारी किए गए वीडियो में कहा गया है कि वो बंथरा थाने के हल्का नंबर 4 में तैनात हैं और अभी वो छुट्टी पर है 1 जनवरी को उनके क्षेत्र में अवैध खनन की सूचना पर वह अन्य पुलिस कर्मियों के साथ मौके पर पहुंची थी जहां उन्होंने खनन कर रहे लोगों से खनन की परमिशन के कागजात मांगे थे खनन कर रहे लोगों ने कागज तो नहीं दिखाए लेकिन उसी वक्त बंथरा थाने के कारखास सिपाही अवध किशोर की कॉल उनके मोबाइल पर आई और उसने उन्हें वापस आने के लिए कहा था । सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो में हसीना खातून के द्वारा कहा जा रहा है कि 1 जनवरी को अवैध खनन की सूचना पर जब वो पहुंची थी तो सिपाही अवध किशोर के द्वारा अपने मोबाइल से इंस्पेक्टर बंथरा अजय प्रताप सिंह से बात कराई गई थी और इंस्पेक्टर ने उन्हें डांट लगाते हुए कहा गया था कि वो किसके आदेश पर गई है इंस्पेक्टर मैं हूँ या तुम हो इंस्पेक्टर ने उनसे थाने आने के लिए कहा था।
हसीना खातून के अनुसार वो जब थाने पहुंची तो थाने के गेट पर मिले सिपाही अवध किशोर ने उनसे अभद्रता करते हुए धमकी दी और जब वो इंस्पेक्टर बंथरा अजय प्रताप सिंह के कक्ष में पहुचीं तो इंस्पेक्टर ने भी उनसे बदसलूकी करते हुए अभद्र शब्दों का प्रयोग किया। महिला उपनिरीक्षक के द्वारा वीडियो वायरल किए जाने के बाद पुलिस विभाग में हड़कंप मचा तो डीसीपी मध्य अपर्णा गौतम ने इस गंभीर प्रकरण की जांच एसीपी कृष्णा नगर पंकज श्रीवास्तव को सौंप दी। डीसीपी अपर्णा गौतम का कहना है कि सोशल मीडिया पर वायरल हुए वीडियो के प्रकरण की जांच एसीपी कृष्णा नगर कर रहे हैं जांच के नतीजे आने के बाद कार्रवाई की जाएगी।
एसीपी कृष्णानगर पंकज श्रीवास्तव का कहना है कि प्रथम दृष्टया पता चला है कि वीडियो वायरल कर इंस्पेक्टर और सिपाही पर प्रताड़ना का आरोप लगाने वाली महिला उपनिरीक्षक हसीना खातून रोज़ कानपुर से लखनऊ अप डाउन करती हैं जिसको लेकर इंस्पेक्टर ने कई बार नाराजगी जाहिर की थी। उन्होंने बताया कि इस संबंध में इस्पेक्टर बंथरा अजय प्रताप सिंह का कहना है कि महिला उपनिरीक्षक जिस खनन को अवैध बता रही हैं वो खनन वैध तरीके से किया जा रहा है। इस संबंध में जब इस्पेक्टर बंथरा का पक्ष जानने के लिए उन्हें काल की गई तो उनसे बात नही हुई। इंस्पेक्टर ने अपना सीयूजी मोबाइल बंथरा थाने के वरिष्ठ उप निरीक्षक को थमा दिया था फोन रिसीव करने वाले वरिष्ठ उपनिरीक्षक का कहना था कि साहब अभी बिजी हैं बाद में बात कराई जाएगी।
महिला उपनिरीक्षक द्वारा गंभीर आरोप लगाए जाने के बावजूद इंस्पेक्टर के द्वारा अपना सीयूजी नंबर एसएसआई को थमा कर मीडिया के सवालों से बचना भी उन पर सवालिया निशान लगा रहा है।अब देखने वाली बात यह होगी कि महिला उपनिरीक्षक के द्वारा लगाए गए आरोपों में सच्चाई है या फिर महिला उपनिरीक्षक ने अपनी किसी गलती पर पर्दा डालने के लिए इस्पेक्टर और सिपाही पर गंभीर आरोप लगाते हुए सोशल मीडिया पर अपना वीडियो वायरल कर पुलिस महकमे पर सवालिया निशान लगाने की कोशिश की है।
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