माध्यमिक शिक्षा विभाग बलरामपुर व जिला विधिक सेवा प्राधिकरण बलरामपुर के सँयुक्त तत्वावधान में कार्यक्रम ऑनलाइन सम्पन्न हुआ। सचिव जिला विधिक सेवा प्राधिकरण न्यायाधीश ज्ञानेंद्र सिंह की अध्यक्षता में वर्चुअल कार्यक्रम का आयोजन दोपहर 2 बजे ऑनलाइन मोड में गूगल मीट पर किया गया जिसमें जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी डॉ. रामचन्द्र व उनके विभाग ने भी सहयोग किया।
उक्त कार्यक्रम में जनपद के सभी माध्यमिक विद्यालयों की महिला प्रधानाचार्य, शिक्षिकाओं व विभिन्न छात्राओं ने सक्रिय प्रतिभाग किया। छात्राओं आभा शुक्ला, स्नेहा कौशल, खुशी सिंह, श्वेता चौरसिया ने अपने विचार बालिका शिक्षा व सुरक्षा पर रखे। केंद्रीय विद्यालय की कक्षा 9 की छात्रा पूर्वा सोमवंशी ने 'मुझको भी तो दुनिया में आने दो' कविता पढ़कर बालिका भ्रूण हत्या पर सभी को जागरुक करते हुए भावुक कर दिया। प्रधानाचार्या व शिक्षिकाओं में रेखा देवी, साधना पांडे, नीलम, रीता चौधरी, शुचिता चौहान, नीतू , पूनम यादव, रेखा विश्वकर्मा, रक्षा शुक्ला आदि ने बालिका दिवस पर विभिन्न सुझाव दिए। न्यायाधीश ज्ञानेन्द्र सिंह ने कहा कि बेटियों की सुरक्षा हेतु कन्या भ्रूण हत्या सम्बन्धी कानून हेतु जागरूकता आवश्यक है। डी आई ओ एस गोविंद राम ने कहा कि बेटियों की शिक्षा हेतु हम सभी को मिलकर प्रयास करने हैं। बेसिक शिक्षा अधिकारी डॉ रामचन्द्र ने कहा कि बेसिक शिक्षा विभाग बालिकाओ की शिक्षा हेतु प्रतिबद्ध है। जिला प्रोबेशन अधिकारी ने बताया कि चाइल्ड हेल्प लाइन 1098 के माध्यम से भी कोई बच्ची किसी भी समय सहायता ले सकती है। डॉ चंदन पाण्डेय ने कहा कि बच्चियों की सुरक्षा के लिए राजकीय विद्यालयों में आत्मरक्षा प्रशिक्षण की भी योजना चलाई जा रही है।
कार्यक्रम का संयोजन व संचालन करने वाले आशीष कुमार वर्मा शिक्षक राजकीय इण्टर कॉलेज दारीचौरा ने अपनी स्वलिखित रचना ' जब मेरे आंगन में लाडो मेरी मुस्काती है' सुनाकर बेटियों के प्रति सभी को संवेदनशील होने का संदेश दिया। कार्यक्रम में जनपद के सभी माध्यमिक विद्यालयों से महिला शिक्षिकाओं की प्रतिभागिता रही।
अजय सिंह
हिन्दीसंवाद न्यूज़
बलरामपुर
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