*संतोष कुमार श्रीवास्तव, अयोध्या विधानसभा रिपोर्टर*
" पैगाम "
जीवन को संग्राम बनाए रखना है।
खास नहीं बस आम बनाए रखना है।।
जब तक मुक्त नहीं होते इस दुनिया से।
हरदम अपना नाम बनाए रखना है।।
जीवन जनहित के खातिर हम पाए हैं।
आयें सबके काम , बनाए रखना है।।
रक्त पिपासु घूम रहे हैं सड़कों पर।
हो ना कत्लेआम बचाए रखना है।।
पाना है मजबूत इरादों से मंजिल।
जीवन को अविराम बनाए रखना है।।
सबका साथ निभाने की आदत डालो।
साथ सुबह से शाम बनाए रखना है।।
धर्मपरायण रहकर जग में नाम करो।
मन -मंदिर में राम बसाए रखना है।।
रहे कहीं भी पर माटी से जुड़े रहे।
जन्मभूमि को धाम बनाए रखना है।।
रिश्तों की दुनिया से सदा जुड़े रहना।
आपस में ये झाम बनाए रखना है।।
अपना है परिवार जहां का हर प्राणी।
जिंदा ये पैगाम बनाए रखना है।।......."अनंग "
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