कोविड ड्यूटी प्रशिक्षण के दौरान शुक्रवार को विद्यापीठ ब्लॉक स्थित स्वास्थ्य केंद्र अखाड़ा बन गया। बाइक खड़ी करने के विवाद में शिक्षकों और ब्लॉक कर्मचारियों के बीचजमकर गालीगलौज और मारपीट हुई। वरिष्ठ शिक्षकों के बीचबचाव के बाद मामला किसी तरह शांत हुआ। मामले को संज्ञान में लेकर जिलाधिकारी ने दोनों पक्षों को तलब किया है। शिक्षकों ने न्याय मिलने तक कार्य बहिष्कार की घोषणा की है।शुक्रवार को विद्यापीठ ब्लॉक परिसर स्थित स्वास्थ्य केंद्र में 55 शिक्षकों की ड्यूटी लगाई गई थी। गणेश चतुर्थी होने के कारण महिला शिक्षकों को इस ड्यूटी के मुक्त रखा गया था। प्रशिक्षण के दौरान ही ड्यूटी पर मौजूद गार्ड ने शिक्षकों को गलत स्थान पर बाइक खड़ी करने से रोका। शिक्षकों का आरोप है कि गार्ड ने गलत शब्दों का इस्तेमाल किया जिसपर उन्होंने आपत्ति जताई। शिक्षक बाइक हटाने पहुंचे तो देखा कि उनके हेलमेट गायब हैं। इसी पर विवाद शुरू हुआ और कुछ ही देर में ब्लॉक कर्मचारी और शिक्षक आमने-सामने हो गए। इस दौरान एक शिक्षक ने वीडियो भी बनाया जिसमें ब्लॉक के कुछ कर्मचारी हाथ में डंडे लिए अपशब्द कहते दिख रहे हैं। वरिष्ठ शिक्षकों ने हस्तक्षेप कर दोनों पक्षों को शांत कराया।
सूचना पर मौके पर पहुंचे बीएसए राकेश सिंह ने शिक्षकों और बीईओ को लताड़ लगाई। इधर, शिक्षकों का आरोप है कि उनके साथ खंड विकास अधिकारी और चिकित्साधिकारी ने भी बदसलूकी की। दोनों पक्षों ने अपने पक्ष में जिलाधिकारी को पत्र लिखकर न्याय और कार्रवाई की मांग की है। उत्तर प्रदेशीय प्राथमिक शिक्षक संघ के वरिष्ठ उपाध्यक्ष सनत कुमार सिंह के आह्वान पर शिक्षकों की तरफ से कार्य बहिष्कार की भी घोषणा की गई है। बीएसए राकेश सिंह ने कहा कि प्रकरण दुर्भाग्यपूर्ण है और इसमें दोषियों के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी।
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