उत्तर प्रदेश/प्रदेश भर के आर्यसमाज को नियंत्रित करने वाली केंद्रीय समिति आर्य प्रतिनिधि सभा उत्तर प्रदेश का दो दिवसीय 138वा
वार्षिक वृहद अधिवेशन का समापन रविवार को हुआ।
उक्त अधिवेशन में प्रदेश भर के सभी आर्य समाज के प्रमुख और प्रदेश के कार्यसमिति के अंतरंग सदस्यों व देश प्रदेश के कई वरिष्ठ आर्यसमाजी एकत्र हुए।
आर्य प्रतिनिधि सभा उत्तर प्रदेश के मुखिया /सभा प्रधान देवेंद्र पाल वर्मा की अगुवाई में वार्षिक अधिवेशन कार्यक्रम कोरोना प्रोटोकॉल के अनुरूप सम्पन्न हुआ।
दो दिवसीय वार्षिक कार्यक्रम प्रातः यज्ञ से ही शुरू हुआ। आर्य प्रतिनिधि सभा के मंत्री पंकज जायसवाल, सभा के कोषाध्यक्ष अरविंद कुमार, आर्य वीरदल के प्रदेश प्रमुख रवि शास्त्री, प्रदेश कार्यसमिति के पदाधिकारी भानु प्रताप आर्य, अजय श्रीवास्तव, दीपक आचार्य, ज्ञानेंद्र मालिक, भजनोपदेशक आचार्य संजीव जी सहित अन्य वरिष्ठ पदाधिकारियो ने कई बिंदुओं पर अपने विचार रखे और आर्यसमाज की प्रगति और विकास के लिए अपनी बात कही।
महर्षि दयानंद जी के विचारों को शत प्रतिशत अमल में लाने और स्वामी जी के विचारों से लोगों को परिचित कराने की भी योजना,यज्ञ को बढ़ावा देने,कुरीतियों को समाज से हटाने पर बल देने, सामाजिक जागरूकता, वेदों की ओर लोगो को लौटने के लिए प्रचार प्रसार एवं कार्य करने, प्रदेश के सभी आर्यसमाजों को कोरोना के प्रोटोकॉल को ध्यान में रखते हुए आर्य समाज के मिशन को बढ़ाये रखने, सुस्त पड़ी आर्य समितियों को सक्रिय करते हुए स्वामी जी के उद्देश्य से जन जन को जोड़ने पर चर्चा हुई। जिसपर आर्य समाज के प्रदेश प्रमुख व प्रधान देवेंद्र पाल वर्मा ने सभी के विचारों को सुनकर कार्यसमिति बनाने त्वरित कार्यवाही करते हुए सभी विभागों के लिए अलग अलग प्रमुख बनाने के निर्देश दिए और स्वामी जी के मिशन पर शतप्रतिशत खरे उतरने के लिए सभी को एक मंच पर आने की अपील की। साथ हि यह भी कहा कि हमारे प्रदेश की सभी आर्य समितियां सक्रिय मोड़ में हैं, कोरोना काल मे भी हमारे आर्य समाज से जुड़े लोगों ने अतुलनीय कार्य किया है।आर्य समाज लगातार समाज को जागरूक करने वेद प्रचार और यज्ञ के मिशन पर निर्बाध रूप से कार्य कर है।
हमे आशा है कि हम सभी के सहयोग से आर्य समाज के स्वर्णिम काल की ओर ले जाएंगे।
उमेश चन्द्र तिवारी
हिन्दीसंवाद न्यूज़
9129813351
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