पांच साल में रुपये दोगुना करने का लालच देकर वाराणसी समेत पूर्वांचल के हजारों लोगों के 100 करोड़ रुपये ठगने वाली कंपनी के संचालक को कैंट पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। लोहता के भिटारी निवासी राजकुमार वर्मा को पुलिस ने गुजरात के वालसाड के वापी से गिरफ्तार किया है। राजकुमार ने अवेसम इंफ्रा प्रोजेक्ट के नाम से कंपनी बनाई और धन दोगुना करने के नाम पर कलेक्टिव स्कीम के तहत लालच दिया।कैंट थाने में मंगलवार को डीसीपी वरुणा जोन आदित्य लांग्हे ने बताया कि राजकुमार वर्मा अपने साथियों के साथ मिलकर लोगों से करीब 100 करोड़ रुपये निवेश कराये थे। फिर कंपनी बंद कर सभी भाग गये। उसने लोगों के निवेश किये रुपये से कई जगह जमीनें खरीदी हैं। दिल्ली और गुजरात में महंगे फ्लैट खरीदे। प्रयागराज, गोरखपुर, छपरा, कानपुर, गाजीपुर, मिर्जापुर और वाराणसी में उसने जमीन ली है।
मुख्य आरोपित केके फरार
कंपनी में मुख्य आरोपित भिटारी का ही केके वर्मा है, जो फरार है। केके के साथ ही कंपनी में मुख्य तौर पर राजकुमार, राजेंद्र प्रसाद, अमरनाथ मौर्या, अजय कुमार, धर्मेंद्र कुमार आदि जुड़े हैं। साल 2020 में सभी पर मुकदमा दर्ज होने के बाद गैंगस्टर एक्ट के तहत कार्रवाई की गई। बीते अगस्त में चार्जशीट के बाद पुलिस ने 8.23 करोड़ की जमीन जब्त कर ली। बाकी अन्य आरोपित जेल में हैं। डीसीपी वरुणा जोन ने बताया कि केके के साथ आधा दर्जन के और नाम सामने आये हैं। जल्द और गिरफ्तारियां होंगी।
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