अर्थ एवं संख्या प्रभाग, राज्य नियोजन संस्थान, उ0प्र0 द्वारा राज्य आय के वर्ष 2020-21 के त्वरित अनुमान स्थिर (2011-12) एवं प्रचलित भावों पर जारी
लखनऊ: 05 जनवरी, 2022
अर्थ एवं संख्या प्रभाग, राज्य नियोजन संस्थान, उत्तर प्रदेश द्वारा राज्य आय के वर्ष 2020-21 के त्वरित अनुमान स्थिर (2011-12) एवं प्रचलित भावों पर जारी किये गये हैं। वर्ष 2020-21 के त्वरित अनुमान प्रचलित एवं स्थायी (2011-12) भावों पर राष्ट्रीय सांख्यिकीय कार्यालय, नई दिल्ली, भारत सरकार द्वारा उपलब्ध कराई गई रीति विधायन का अनुसरण कर प्रदेश सरकार के विभिन्न सम्बन्धित विभागों द्वारा उपलब्ध कराये गये अनन्तिम एवं त्वरित आंकड़ों का प्रयोग कर तैयार किये गये हैं।
निदेशक अर्थ एवं संख्या श्री विवेक ने यह जानकारी देतेे हुए बताया कि प्रदेश के राज्य आय के वर्ष 2020-21 के त्वरित अनुमान के अनुसार वर्ष 2020-21 में स्थिर (2011-12) भावों पर सकल राज्य घरेलू उत्पाद (जीएसडीपी) में ;.द्ध4.2ः की वृद्धि दर अनुमानित की गयी है। वर्ष 2020-21 में स्थिर (2011-12) भावों पर सकल राज्य घरेलू मूल्य वर्धन (जीएसवीए) में प्राथमिक, द्वितीयक तथा तृतीयक खण्डों की वृद्धि दर क्रमशः 2.3ः,(-)6.0ः,(-)4.3ः अनुमानित हुई है। वर्ष 2020-21 में स्थिर (2011-12) भावों पर निवल राज्य घरेलू उत्पाद (एनएसडीपी) में (-)4.6ः की वृद्धि दर अनुमानित की गयी है। प्रचलित भावों पर निवल राज्य घरेलू उत्पाद (एनएसडीपी) के संदर्भ में वर्ष 2020-21 की प्रति व्यक्ति आय ₹65,338 आंकलित हुई है जो गत वर्ष से (-)1.2ः की वृद्धि दर को दर्शाता है। वर्ष 2020-21 में प्रचलित भावों पर सकल राज्य मूल्य वर्धन (जीएसवीए) का खण्डवार वितरण इसप्रकार है (क) प्राथमिक खण्ड-27.0ः (ख) द्वितीयक खण्ड-23.8ः तथा (ग) तृतीयक खण्ड-49.2ः
श्री विवेक ने जारी अनुमानों का विस्तृत विवरण देते हुए बताया कि आधार वर्ष 2011-12 पर राज्य आय के वर्ष 2020-21 के त्वरित अनुमान के अनुसार प्रदेश का सकल राज्य घरेलू उत्पाद ₹10,89,612 करोड़ अनुमानित किया गया है जो गत वर्ष से (-)4.2ः की वृद्धि दर को दर्शाता है। बुनियादी मूल्यों पर सकल राज्य मूल्य वर्धन वर्ष 2020-21 में ₹ 10,42,902 करोड़ अनुमानित किया गया है जो गतवर्ष से (-)3.3ः की वृद्धि दर को दर्शाता है। वर्ष 2020-21 में प्राथमिक, द्वितीयक तथा तृतीयक खण्डों का सकल राज्य मूल्य वर्धन क्रमशः ₹ 2,51,573 करोड़, ₹ 2,63,257 करोड़ तथा ₹ 5,28,072 करोड़ अनुमानित किया गया है जो गत वर्ष से क्रमशः 2.3ः, (-)6.0ःतथा (-)4.3ः की वृद्धि को दर्शाता है।
श्री विवेक ने बताया कि कृषि उपखण्ड के अनुमान मुख्य रूप से उत्तर प्रदेश के कृषि निदेशालय, उद्यान निदेशालय तथा राजस्व परिषद तथा कृषिमंत्रालय, भारत सरकार द्वारा उपलब्ध कराये गये आंकड़ों का प्रयोग कर तैयार किये गये हैं। प्रदेश के सकलराज्य मूल्य वर्धन में फसल उपखण्ड के अन्तर्गत वर्ष 2020-21 में गतवर्ष से 5.1ः की वृद्धि अनुमानित हुई हैपशुपालन उपखण्ड के अनुमान मुख्य रूप से उत्तरप्रदेश के पशुपालन विभाग, रेशम निदेशालय तथा राष्ट्रीय सांख्यिकीय कार्यालय, भारत सरकार, नई दिल्ली द्वारा उपलब्ध कराये गये दरों एवं अनुपातों के आंकड़ों का प्रयोग कर तैयार किये गये हैं। प्रदेश के सकल राज्य मूल्य वर्धन में पशुपालन उपखण्ड के अन्तर्गत वर्ष 2020-21 में गतवर्ष से (-)12.7ः की वृद्धि अनुमानित हुई है। उन्होंने बताया कि उद्योग खण्ड के अनुमान मुख्य रूप से अखिल भारतीय थोक भाव सूचकांक एवं औद्योगिक उत्पादन सूचकांक तथा एमसीए-21 डाटाबेस का प्रयोग कर तैयार किये गये हैं। प्रदेश के सकल राज्य मूल्य वर्धन में विनिर्माण उपखण्ड के अन्तर्गत वर्ष 2020-21 में गत वर्ष से(-)7.3ः की वृद्धि अनुमानित हुई है।
उन्होंने बताया कि सेवा खण्ड के अनुमान मुख्य रूप से राष्ट्रीय सांख्यिकीय कार्यालय, भारत सरकार, नई दिल्ली, द्वारा उपलब्ध कराये गये आंकड़ोें तथा राज्य की आय-व्ययक, स्थानीय निकायों तथा स्वायत्तशासी संस्थाओं के लेखा खातों का विश्लेषण कर तैयार किये गये हैं। प्रदेश के सकल राज्य मूल्य वर्धन में सेवा उपखण्ड के अन्तर्गत वर्ष 2020-21 में गत वर्ष से (-)4.3ः की वृद्धि अनुमानित हुई है। उन्होंने बताया कि वर्ष 2020-21 में स्थिर भावों पर निवल राज्य घरेलू उत्पाद ₹9,31,712 करोड़ अनुमानित किया गया है जो गत वर्ष से(-)4.6ः की वृद्धि दर को दर्शाता है।
श्री विवेक ने बताया कि वर्ष 2020-21 में प्रचलित भावों पर सकल राज्य घरेलू उत्पाद ₹17,17,505 करोड़ अनुमानित किया गया है। बुनियादी मूल्यों पर सकल राज्य मूल्य वर्धन वर्ष 2020-21 में ₹ 15,45,013 करोड़ अनुमानित किया गया है। वर्ष 2020-21 में प्राथमिक, द्वितीयक तथा तृतीयक खण्डों का सकल राज्य मूल्य वर्धन क्रमशः ₹ 4,17,736 करोड़, (2011-12) 3,67,730 करोड़ तथा (2011-12) 7,59,548 करोड़ अनुमानित किया गया हैैै। प्रचलित भावों पर वर्ष 2020-21 में निवल राज्य घरेलू उत्पाद (2011-12) 15,10,201 करोड़ अनुमानित किया गया है।
श्री विवेक ने बताया कि प्रदेश की प्रतिव्यक्ति आय (प्रचलित भावों पर निवल राज्य घरेलू उत्पाद के सन्दर्भ में) वर्ष 2020-21में (2011-12) 65,338 अनुमानित की गई है, जो गत वर्ष से (-)1.2ः की वृद्धि दर को दर्शाता हैै।
लखनऊ: 05 जनवरी, 2022
अर्थ एवं संख्या प्रभाग, राज्य नियोजन संस्थान, उत्तर प्रदेश द्वारा राज्य आय के वर्ष 2020-21 के त्वरित अनुमान स्थिर (2011-12) एवं प्रचलित भावों पर जारी किये गये हैं। वर्ष 2020-21 के त्वरित अनुमान प्रचलित एवं स्थायी (2011-12) भावों पर राष्ट्रीय सांख्यिकीय कार्यालय, नई दिल्ली, भारत सरकार द्वारा उपलब्ध कराई गई रीति विधायन का अनुसरण कर प्रदेश सरकार के विभिन्न सम्बन्धित विभागों द्वारा उपलब्ध कराये गये अनन्तिम एवं त्वरित आंकड़ों का प्रयोग कर तैयार किये गये हैं।
निदेशक अर्थ एवं संख्या श्री विवेक ने यह जानकारी देतेे हुए बताया कि प्रदेश के राज्य आय के वर्ष 2020-21 के त्वरित अनुमान के अनुसार वर्ष 2020-21 में स्थिर (2011-12) भावों पर सकल राज्य घरेलू उत्पाद (जीएसडीपी) में ;.द्ध4.2ः की वृद्धि दर अनुमानित की गयी है। वर्ष 2020-21 में स्थिर (2011-12) भावों पर सकल राज्य घरेलू मूल्य वर्धन (जीएसवीए) में प्राथमिक, द्वितीयक तथा तृतीयक खण्डों की वृद्धि दर क्रमशः 2.3ः,(-)6.0ः,(-)4.3ः अनुमानित हुई है। वर्ष 2020-21 में स्थिर (2011-12) भावों पर निवल राज्य घरेलू उत्पाद (एनएसडीपी) में (-)4.6ः की वृद्धि दर अनुमानित की गयी है। प्रचलित भावों पर निवल राज्य घरेलू उत्पाद (एनएसडीपी) के संदर्भ में वर्ष 2020-21 की प्रति व्यक्ति आय ₹65,338 आंकलित हुई है जो गत वर्ष से (-)1.2ः की वृद्धि दर को दर्शाता है। वर्ष 2020-21 में प्रचलित भावों पर सकल राज्य मूल्य वर्धन (जीएसवीए) का खण्डवार वितरण इसप्रकार है (क) प्राथमिक खण्ड-27.0ः (ख) द्वितीयक खण्ड-23.8ः तथा (ग) तृतीयक खण्ड-49.2ः
श्री विवेक ने जारी अनुमानों का विस्तृत विवरण देते हुए बताया कि आधार वर्ष 2011-12 पर राज्य आय के वर्ष 2020-21 के त्वरित अनुमान के अनुसार प्रदेश का सकल राज्य घरेलू उत्पाद ₹10,89,612 करोड़ अनुमानित किया गया है जो गत वर्ष से (-)4.2ः की वृद्धि दर को दर्शाता है। बुनियादी मूल्यों पर सकल राज्य मूल्य वर्धन वर्ष 2020-21 में ₹ 10,42,902 करोड़ अनुमानित किया गया है जो गतवर्ष से (-)3.3ः की वृद्धि दर को दर्शाता है। वर्ष 2020-21 में प्राथमिक, द्वितीयक तथा तृतीयक खण्डों का सकल राज्य मूल्य वर्धन क्रमशः ₹ 2,51,573 करोड़, ₹ 2,63,257 करोड़ तथा ₹ 5,28,072 करोड़ अनुमानित किया गया है जो गत वर्ष से क्रमशः 2.3ः, (-)6.0ःतथा (-)4.3ः की वृद्धि को दर्शाता है।
श्री विवेक ने बताया कि कृषि उपखण्ड के अनुमान मुख्य रूप से उत्तर प्रदेश के कृषि निदेशालय, उद्यान निदेशालय तथा राजस्व परिषद तथा कृषिमंत्रालय, भारत सरकार द्वारा उपलब्ध कराये गये आंकड़ों का प्रयोग कर तैयार किये गये हैं। प्रदेश के सकलराज्य मूल्य वर्धन में फसल उपखण्ड के अन्तर्गत वर्ष 2020-21 में गतवर्ष से 5.1ः की वृद्धि अनुमानित हुई हैपशुपालन उपखण्ड के अनुमान मुख्य रूप से उत्तरप्रदेश के पशुपालन विभाग, रेशम निदेशालय तथा राष्ट्रीय सांख्यिकीय कार्यालय, भारत सरकार, नई दिल्ली द्वारा उपलब्ध कराये गये दरों एवं अनुपातों के आंकड़ों का प्रयोग कर तैयार किये गये हैं। प्रदेश के सकल राज्य मूल्य वर्धन में पशुपालन उपखण्ड के अन्तर्गत वर्ष 2020-21 में गतवर्ष से (-)12.7ः की वृद्धि अनुमानित हुई है। उन्होंने बताया कि उद्योग खण्ड के अनुमान मुख्य रूप से अखिल भारतीय थोक भाव सूचकांक एवं औद्योगिक उत्पादन सूचकांक तथा एमसीए-21 डाटाबेस का प्रयोग कर तैयार किये गये हैं। प्रदेश के सकल राज्य मूल्य वर्धन में विनिर्माण उपखण्ड के अन्तर्गत वर्ष 2020-21 में गत वर्ष से(-)7.3ः की वृद्धि अनुमानित हुई है।
उन्होंने बताया कि सेवा खण्ड के अनुमान मुख्य रूप से राष्ट्रीय सांख्यिकीय कार्यालय, भारत सरकार, नई दिल्ली, द्वारा उपलब्ध कराये गये आंकड़ोें तथा राज्य की आय-व्ययक, स्थानीय निकायों तथा स्वायत्तशासी संस्थाओं के लेखा खातों का विश्लेषण कर तैयार किये गये हैं। प्रदेश के सकल राज्य मूल्य वर्धन में सेवा उपखण्ड के अन्तर्गत वर्ष 2020-21 में गत वर्ष से (-)4.3ः की वृद्धि अनुमानित हुई है। उन्होंने बताया कि वर्ष 2020-21 में स्थिर भावों पर निवल राज्य घरेलू उत्पाद ₹9,31,712 करोड़ अनुमानित किया गया है जो गत वर्ष से(-)4.6ः की वृद्धि दर को दर्शाता है।
श्री विवेक ने बताया कि वर्ष 2020-21 में प्रचलित भावों पर सकल राज्य घरेलू उत्पाद ₹17,17,505 करोड़ अनुमानित किया गया है। बुनियादी मूल्यों पर सकल राज्य मूल्य वर्धन वर्ष 2020-21 में ₹ 15,45,013 करोड़ अनुमानित किया गया है। वर्ष 2020-21 में प्राथमिक, द्वितीयक तथा तृतीयक खण्डों का सकल राज्य मूल्य वर्धन क्रमशः ₹ 4,17,736 करोड़, (2011-12) 3,67,730 करोड़ तथा (2011-12) 7,59,548 करोड़ अनुमानित किया गया हैैै। प्रचलित भावों पर वर्ष 2020-21 में निवल राज्य घरेलू उत्पाद (2011-12) 15,10,201 करोड़ अनुमानित किया गया है।
श्री विवेक ने बताया कि प्रदेश की प्रतिव्यक्ति आय (प्रचलित भावों पर निवल राज्य घरेलू उत्पाद के सन्दर्भ में) वर्ष 2020-21में (2011-12) 65,338 अनुमानित की गई है, जो गत वर्ष से (-)1.2ः की वृद्धि दर को दर्शाता हैै।
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