*अखिलेश को मुसलमानों से नफरत, इसीलिए मुस्लिम नेता सपा के मंच से भगाये जा रहे*
*पिछले चुनाव में भी अखिलेश यादव की बिरादरी ने उन्हें वोट नहीं दिया था*
*स्पीक अप कैंपेन # 26 में बोले अल्पसंख्यक कांग्रेस नेता*
लखनऊ, 19 दिसंबर 2021। उत्तर प्रदेश में मुसलमान साढ़े 19 प्रतिशत हैं। कांग्रेस के पास पिछले उप चुनाव के हिसाब से 13 प्रतिशत वोट था। 28 प्रतिशत पर पूर्ण बहुमत की सरकार बन जाती है। अगर मुसलमान कांग्रेस के साथ आ जाएं तो उत्तर प्रदेश में एक सेकुलर और प्रगतिशील बहुमत वाली सरकार बन जायेगी।
ये बातें अल्पसंख्यक कांग्रेस द्वारा हर रविवार को फेसबुक लाइव के माध्यम से होने वाले स्पीक अप कैंपेन के 26 वीं कड़ी में कांग्रेस नेताओं ने कहीं।
अल्पसंख्यक कांग्रेस प्रदेश चेयरमैन शाहनवाज़ आलम ने कहा कि अखिलेश यादव इस वक़्त सिर्फ़ ढाई प्रतिशत आबादी के नेता हैं क्योंकि उनकी बिरादरी जो कुल 5 प्रतिशत है उसका आधा से ज़्यादा हिस्सा सपा छोड़ कर जा चुका है। जो बचे भी हैं वो मुसलमानों से वोट तो ले लेते हैं वोट देते नहीं हैं। पिछले चुनाव में भी अखिलेश यादव की बिरादरी ने सपा को वोट नहीं दिया था। इसीलिए सपा के 47 विधायकों में 17 मुसलमान थे और 13 यादव विधायक भी मुस्लिम बहुल सीटों से ही जीत पाए थे। उन्होंने कहा कि अखिलेश यादव को मुसलमानों से चिढ़ है इसीलिए मुस्लिम नेताओं को उनके मंच से भगाया और पीटा जा रहा है।
शाहनवाज़ आलम ने कहा कि मुस्लिम समाज सोचने लगा है कि जब अखिलेश यादव आज़म खान के नहीं हुए, जब सपा के मंच से मुस्लिम नेताओं को धक्का दे कर भगाया जा रहा है तो फिर मुसलमान साइकिल की सवारी क्यों करे। उन्होंने कहा कि मुसलमान यह भी देख रहा है कि सीएए-एनआरसी विरोधी आंदोलन की हिंसा में मारे गए लोगों के बीच सिर्फ़ प्रियंका गांधी ही गयीं। अखिलेश तो आजमगढ़ भी नहीं गए जहाँ से वो सांसद हैं। उन्होंने कहा कि मुसलमान अब पूरी तरह कांग्रेस में घर वापसी का मन बना चुका है।
उमेश चंद्र तिवारी
9129813351
हिन्दीसंवाद न्यूज़
उत्तर प्रदेश
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