*मोमबत्ती प्रज्ज्वलित कर बुद्ध महोत्सव का आगाज*
जुगराजपुरा (रेंढर) नदीगांव विकासखंड के जुगराजपुरा में तीन दिवसीय बुद्ध महोत्सव का मंगलवार को शुभारंभ हो गया। पहले दिन भगवान बुद्ध की वंदना और बौद्ध भिक्षुओं ने प्रवचन दिए। संगीतमय बौद्ध कथा का एडवोकेट अंजली शाक्य के द्वारा श्रवण कराया गया कार्यक्रम में पहुंचे मुख्य अतिथि गुलाब सिंह जाटब ने व संतोष कुमार वर्मा शाखा प्रबंधक इलाहाबाद बैंक व कार्यक्रम संचालन कर्ता मनोज गौतम मिझौना, अशेद्र कुमार केवलारी, पूज्य भंते प्रज्ञा शरण महाथेरा व भिक्षु संघ सच्चिदानंद कदमपुरा बुद्ध प्रिय निर्गुणानन्द डीहा, विसूदानन्द सरावन ने महोत्सव का शुभारंभ किया। प्रमुख वक्तागड रामगोपाल आजाद लखनऊ ने अपना बौध्द संदेश व संविधान के बारे में सब लोगों को जानकारी दी
भंते प्रज्ञा शरण महाथेरा ने कहा कि लुम्बिनी, सारनाथ, बोधगया, कुशीनगर में संकिसा सबसे पवित्र भूमि है। यहां बुद्ध के चरण पड़े थे। बुध संदेश वाहिका एडबोकेड अंजली बौद्ध मैनपुरी ने बताया कि 84 हजार उपदेशों में तिहाई भाग संकिसा का है। शरद पूर्णिमा को भगवान बुद्ध, इन्द्र व ब्रह्मा के साथ संकिसा स्तूप पर आये थे। सबसे पहले सार पुत्र को उपदेश संकिसा में ही दिया। इसी वक्त 500 भिक्षुओं को भी उपदेश दिया था।
उन्होंनेे कहा कि संकिसा की पवित्र मिट्टी की लोग घर ले जाकर पूजा करते हैं। बुद्ध ने सबसे पहले ताड़ के पत्ते पर उपदेश लिखे थे। राम बिहारी बाबू जी बस्ती, ने कहा कि वह यहां पहली बार 1956 में आए थे। जब लोग बुद्ध को न के समान जानते थे। धीरे-धीरे कारवां बढ़ता गया और बुद्ध के अनुयाइयों की जीत हुई। कहा कि जो भिक्षु चीवर पहन ले, उसे घर परिवार छोड़ देना चाहिए। बताया बुधवार सुबह धम्मयात्रा का शुभारंभ होगा। कार्यक्रम के आयोजक शशि प्रधान अरविंद कुमार, राजकुमारी चंद्रभान सिंह बैंक मित्र कुशमा देबी पूर्व प्रधान सुरेश चंद्र, राम सेवक, राम भरोसे अध्यापक, जगन्नाथ अध्यापक, अमर सिंह, भूप सिंह, हरिशश्चंद्र, बिनोद कुमार रहे कार्यक्रम के व्यवस्थापक शेर सिंह, भूपेंद्र , मुकुल राव समेत दर्जनों लोगों ने व्यवस्था की जिम्मेदारी संभाली इस मौके पर तमाम लोग मौजूद रहे
अनिल कुमार जिला जलौन
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