अम्बेडकरनगर गोवंशों के संरक्षण की दिशा में जिला एक कदम और बढ़ाने वाला है। नए साल में जिले को नए स्थाई वृहद गो संरक्षण केन्द्रों की सौगात मिलेगी। इससे किसानों की फसलों की आवारा पशुओं से सुरक्षा होगी और पशुओं का भी बेहतर संरक्षण हो सकेगा। दो नए वृहद गो संरक्षण केन्द्रों को मिलाकर जिले में केन्द्रों की संख्या 21 हो जाएगी। इसमें चार शहरी केन्द्र हैं।जिले में करीब 6209 पशु छुट्टा चिन्हित हैं। इनके संरक्षण के लिए जिले में कुल 19 पशु आश्रय स्थल हैं। इसमें 15 ग्रामीण क्षेत्रों में और चार शहरी क्षेत्रों में है। 15 ग्रामीण क्षेत्रों में से केवल दो स्थाई वृहद गो संरक्षण केन्द्र क्रमश: टीकमपारा ब्लॉक कटेहरी और अखलासपुर ब्लॉक रामनगर में हैं। बाकी 13 अस्थाई पशु आश्रय स्थल हैं। शहरी आश्रय स्थल क्रमश: अस्थाई आश्रय स्थल मिर्जापुर शहजादपुर अकबरपुर में, काजी हाउस जलालपुर, नगर पालिका टांडा और कान्हा पशु आश्रय स्थल इल्तिफातगंज में है। जो आवारा पशुओं के लिए नाकाफी है। इसी के दृष्टिगत ब्लॉक भीटी के खंडहरा में और ब्लॉक जलालपुर के अस्ताबाद में दो नए वृहद गो संरक्षण केन्द्र निर्माणाधीन है। प्रत्येक वृहद गो संरक्षण केन्द्र की निर्माण लागत 1.20 करोड़ रुपए है। पशु पालन विभाग के वरिष्ठ फार्मासिस्ट शशिकांत त्रिपाठी ने बताया नए साल के पहले तिमाही में नए वृहद गो संरक्षण केन्द्रों की सौगात मिलने की संभावना हैं।
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