महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ में 24 दिसंबर को होने वाला छात्रसंघ चुनाव अगले आदेश तक स्थगित कर दिया गया है। बनारस में प्रधानमंत्री के कार्यक्रम और वीवीआईपी मूवमेंट के मद्देनजर जिला प्रशासन के कहने पर विद्यापीठ ने यह फैसला लिया है। इस आदेश के साथ ही कुलपति ने 24 दिसंबर तक विद्यापीठ में अवकाश भी घोषित कर दिया है। आगे की चुनाव प्रक्रिया नई तिथियों की घोषणा के बाद शुरू की जाएगी। सूचना मिलते ही देरशाम परिसर में जुटे छात्रों ने जमकर हंगामा और नारेबाजी की। देररात तक छात्र परिसर में जमे रहे। कुलपति सहित सभी अधिकारी प्रशासनिक भवन में ही फंसे हुए थे।छात्रसंघ चुनाव की घोषणा के साथ ही विद्यापीठ प्रशासन का दावा था कि प्रक्रिया शांतिपूर्ण ढंग से पूरी करा ली जाएगी। हालांकि 17-18 दिसंबर को नामांकन के बाद छात्रों के शक्ति प्रदर्शन, जुलूस के कारण सिगरा से लेकर चौकाघाट और आसपास के इलाकों में पांच से छह घंटे तक जाम की स्थिति बन गई। इसे देखते हुए जिला प्रशासन चौकन्ना हो गया। सोमवार को अपराह्न विद्यापीठ के अधिकारियों और पुलिस कमिश्नरेट के अफसरों के बीच बैठक हुई। बैठक में 23 दिसंबर को प्रधानमंत्री के कार्यक्रम के साथ वीवीआईपी आगमन को देखते हुए छात्रसंघ चुनाव स्थगित करने का निर्णय लिया गया। सूचना मिलते ही छात्रनेताओं में हड़कंप मच गया। बड़ी संख्या में विद्यापीठ पहुंचे छात्रनेता और उनके समर्थकों ने प्रशासन विरोधी नारेबाजी की।

डीसीपी वरुणा आदित्य लांग्हे और एडीसीपी चेतगंज प्रबल प्रताप सिंह ने छात्रों को समझाकर शांत कराया और वार्ता के लिए दस छात्रों को बुलवाया। अध्यक्ष पद के उम्मीदवार शशिप्रकाश चंदन, महामंत्री पद के अभिषेक सोनकर सहित अन्य समर्थक छात्रों और पुलिस अधिकारियों के बीच घंटों चली वार्ता बेनतीजा रही। अधिकारियों ने नई तिथियों की घोषणा जल्द करने का आश्वासन दिया। इसके साथ ही कुलपति के आदेश पर विद्यापीठ में 24 दिसंबर तक अवकाश की भी घोषणा कर दी गई। विद्यापीठ परिसर में दोपहर बाद से ही कई थानों की फोर्स और पीएसी तैनात कर दी गई थी।

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