नीट पीजी में काउंसिलिंग में देरी के विरोध में जूनियर डॉक्टर 27 नवम्बर से ही हड़ताल पर बैठे हुए थे। जिससे इमरजेंसी सेवा ठप थी। वरिष्ठ चिकित्सकों पर ही ओपीडी में मरीजों को परामर्श देने के साथ ही इलाज की जिम्मेदारी थी। हड़ताल पर होने से मरीजों को सही से इलाज नहीं मिल पा रहा था।इमरजेंसी के बाहर परिजन मरीजों को स्ट्रेचर पर लेकर खड़े रहे थे। कुछ को ऑक्सीजन भी लगा था। इसके अलावा जो अंदर हॉल में भर्ती थे, उन्हें भी केवल सीनियर रेजिडेंट, पैरामेडिकल स्टाफ ही देख रहे थे। जूनियर डॉक्टरों की हड़ताल का असर ऑपरेशन थिएटर पर भी दिखा। मरीजों के परिजन बाहर खड़े होकर ऑपरेशन का इंतजार करते रहे।जूनियर डॉक्टरों ने हड़ताल खत्म करने के लिए कहा था, साथ ही उनकी मांगों पर 16 दिसंबर तक कार्रवाई करने का आश्वासन दिया है। वहीं, डॉक्टरों ने कहा कि अगर उनकी मांगें नहीं मानी गईं, तो 17 दिसंबर से फिर से हड़ताल शुरू हो जाएगी।
जूनियर डॉक्टरों ने खत्म की हड़ताल, कल से काम पर लौटेंगे,
pramod sharma
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