प्रदूषण के मामले में बनारस छठवें नंबर से तीसरे नंबर पर पहुंच गया। हवा में धूल, धुआं और कार्बन कणों की मात्रा के कारण दिल्ली के बाद बनारस देश का सर्वाधिक प्रदूषित शहर बन गया।
देश भर के टॉप-10 प्रदूषित शहरों की सूची में दिल्ली जहां दूसरे नंबर पर है वहीं बनारस का स्थान तीसरा है। आईक्यूएयर के अनुसार पहले नंबर पर नानपारा है जिसका एक्यूआई 414 दर्ज किया गया जबकि दिल्ली का एक्यूआई 376 और बनारस का एक्यूआई 339 रहा।आईक्यूएयर की ओर से जारी आंकड़ों के अनुसार गुरुवार बनारस 339 एक्यूआई के साथ देश का तीसरा सबसे अधिक प्रदूषित शहर रहा जबकि जौनपुर 333 एक्यूआई के साथ चौथे नंबर पर था। वाराणसी शहर के इलाकों में साकेत नगर 425 एक्यूआई के साथ सबसे अधिक प्रदूषित, इसके बाद लंका का एक्यूआई 361, बलभद्र कॉलोनी का 339, रामनगर का 312, नाटी इमली रोड का एक्यूआई 296 दर्ज किया गया। सड़क पर उड़ रही धूल और जगह-जगह जलाए जा रहे कूड़े व ठंड के कारण हवा में प्रदूषक तत्वों की मात्रा बढ़ी है।
देश भर के टॉप-10 प्रदूषित शहरों की सूची में दिल्ली जहां दूसरे नंबर पर है वहीं बनारस का स्थान तीसरा है। आईक्यूएयर के अनुसार पहले नंबर पर नानपारा है जिसका एक्यूआई 414 दर्ज किया गया जबकि दिल्ली का एक्यूआई 376 और बनारस का एक्यूआई 339 रहा।आईक्यूएयर की ओर से जारी आंकड़ों के अनुसार गुरुवार बनारस 339 एक्यूआई के साथ देश का तीसरा सबसे अधिक प्रदूषित शहर रहा जबकि जौनपुर 333 एक्यूआई के साथ चौथे नंबर पर था। वाराणसी शहर के इलाकों में साकेत नगर 425 एक्यूआई के साथ सबसे अधिक प्रदूषित, इसके बाद लंका का एक्यूआई 361, बलभद्र कॉलोनी का 339, रामनगर का 312, नाटी इमली रोड का एक्यूआई 296 दर्ज किया गया। सड़क पर उड़ रही धूल और जगह-जगह जलाए जा रहे कूड़े व ठंड के कारण हवा में प्रदूषक तत्वों की मात्रा बढ़ी है।
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