ओमिक्रॉन से बचाने के लिए 60 बेड तैयार
गिरजा शंकर विद्यार्थी ब्यूरों
अंबेडकरनगर। ओमिक्रॉन के असर से बच्चों को बचाने के लिए जिला अस्पताल में 30 बेड की बाल गहन चिकित्सा इकाई की स्थापना कर दी गई है। इसके साथ ही सामान्य नागरिकों के लिए 30 बेड का वार्ड भी तैयार कर दिया गया है। इन सभी 60 बेडों पर ओमिक्रॉन से प्रभावित मरीजों का इलाज होगा। ओमिक्रॉन से निपटने के लिए सभी जरूरी दवाएं भी उपलब्ध करा दी गई हैं। साथ ही चिकित्सकों को अलर्ट कर दिया गया है। इसके साथ ही राजकीय मेडिकल कॉलेज सद्दरपुर, मातृ शिशु विंग टांडा के अलावा सीएचसी जलालपुर व भीटी में भी बाल गहन चिकित्सा इकाई की स्थापना करने की प्रक्रिया तेज कर दी गई है। इस बीच ओमिक्रॉन से निपटने के लिए 17 व 18 दिसंबर को जिला अस्पताल, राजकीय मेडिकल कॉलेज, सीएचसी भीटी, भियांव, टांडा व जलालपुर में मॉकड्रिल किया जाएगा। इसे लेकर स्वास्थ्य विभाग ने तैयारियां तेज कर दी हैं।
कुछ दिनों से देश में ओमिक्रॉन के मामलों में तेजी से वृद्धि हो रही है। ओमिक्रॉन के लगातार बढ़ते मामलों को देखते हुए शासन के निर्देश पर स्वास्थ्य विभाग पूरी तरह से अलर्ट मोड में आ गया है। जिलाधिकारी सैमुअल पॉल एन के दिशा निर्देश पर जिला अस्पताल, राजकीय मेडिकल कॉलेज सद्दरपुर, सीएचसी भीटी, भियांव, जलालपुर व टांडा में जरूरी तैयारियां तेज कर दी गई हैं। जिला अस्पताल के मैनेजर डॉ. हर्षित ने बताया कि ओमिक्रॉन वायरस का बच्चों के स्वास्थ्य पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ रहा है। इसे देखते हुए जिला अस्पताल में 30 बेड की बाल गहन चिकित्सा इकाई की स्थापना कर दी गई है। इसके अलावा 30 बेड का सामान्य वार्ड भी तैयार कर दिया गया है। दोनों विशेष वार्ड में जरूरी दवाएं भी उपलब्ध करा दी गई हैं।
सीएमओ कार्यालय के अनुसार ओमिक्रॉन के लगातार बढ़ते प्रकोप को देखते हुए राजकीय मेडिकल कॉलेज सद्दरपुर, मातृ शिशु विंग टांडा, सीएचसी भीटी, भियांव व जलालपुर में भी बाल गहन चिकित्सा इकाई की स्थापना की प्रक्रिया प्रारंभ कर दी गई है। शीघ्र ही संबंधित अस्पतालों में भी वार्ड की स्थापना कर जरूरी व्यवस्थाएं पूरी कर ली जाएंगी। इस वार्ड में ओमिक्रॉन से प्रभावित बच्चों का बेहतर इलाज सुनिश्चित किया जाएगा। इसके साथ ही संबंधित अस्पतालों में सामान्य वार्ड भी स्थापित किया गया है। इन वार्ड में बच्चों के अलावा अन्य प्रभावितों को भर्ती कर उनका इलाज किया जाएगा।
17 व 18 दिसंबर को होगा मॉकड्रिल
ओमिक्रॉन के बढ़ते मामलों को देखते हुए स्वास्थ्य विभाग पूरी तरह से अलर्ट मोड में आ गया है। इससे निपटने को लेकर स्वास्थ्य विभाग ने जरूरी तैयारियां तेज कर दी हैं। महानिदेशक स्वास्थ्य के निर्देश पर जिले में स्वास्थ्य विभाग ने जिला अस्पताल व राजकीय मेडिकल कॉलेज सद्दरपुर समेत सभी सीएचसी पर तैयारियां तेज कर दी हैं। अपर सीएमओ डॉ. आशुतोष सिंह ने बताया कि महानिदेशक स्वास्थ्य के निर्देश पर 17 व 18 दिसंबर को जिला अस्पताल, राजकीय मेडिकल कॉलेज सद्दरपुर, मातृ शिशु विंग टांडा, सीएचसी भियांव, भीटी व जलालपुर में मॉकड्रिल होगा। मॉकड्रिल को सफल बनाने के लिए तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। बताया कि जिला अस्पताल में मॉकड्रिल के लिए तीन चिकित्सक, नौ स्टाफ नर्स, तीन वार्ड ब्वाय व एक स्वीपर को तैनात किया गया है।
पूरी कर ली गई हैं तैयारियां
ओमिक्रॉन से निपटने के लिए शासन के दिशा निर्देशानुसार सभी जरूरी तैयारियां लगभग पूरी कर ली गई हैं। जिला अस्पताल में 30 बेड के पीकू वार्ड की स्थापना कर दी गई है। इसके साथ ही 17 व 18 दिसंबर को मॉकड्रिल किया जाएगा। इसे लेकर जरूरी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं।
-डॉ. ओमप्रकाश, सीएमएस
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