जौनपुर : डाक विभाग नए उपभोक्ताओं को जोड़ने के लिए हर दिन नई पहल कर रहा है। जिसका परिणाम है इंडिया पोस्ट पेमेंट बैंक के माध्यम से डिजिटल बचत खाता खोला जाना। इसके जरिए डाक विभाग बैंकों से भी एक कदम आगे चल रहा है। उपभोक्ताओं को खाता खोलने के बाद पासबुक की झंझट नहीं हो रही और न ही खाताधारक को कई नियमों का पालन करना पड़ रहा है। सिर्फ दो मिनट में आधार कार्ड, मोबाइल नंबर और फिगर प्रिट देने पर तत्काल खाता खुल जा रहा है। पासबुक की जगह एटीएम जैसा क्यूआर कार्ड दिया जा रहा है। जिसके जरिए पूरी लेन-देन की प्रक्रिया डिजिटल हो रही है।
डाक विभाग की तरफ से इंडिया पोस्ट पेमेंट बैंक की शुरुआत एक सितंबर 2018 से की गई है। वहीं एक जनवरी 2019 से डिजिटल बचत बैंक खाता खोलने की शुरुआत हुई। इसमें लोगों को कोई भी आवेदन फार्म भरने की जरूरत नहीं है। सिर्फ आधार कार्ड, मोबाइल नंबर, फिगर प्रिट के साथ सौ रुपये से खाता खोला जा रहा है। जिसका परिणाम है कि जिले भर में 1.36 लाख लोगों का खाता खोला गया है।
इसमें क्यूआर कार्ड (क्विक रिस्पांस कार्ड) के जरिए डाक विभाग से लेन-देन कर रहे हैं। यह माइक्रो एटीएम की तरह होता है। इसको किसी भी दुकान पर देकर खरीदारी भी कर सकते हैं, स्कैन करते ही पीओएस मशीन से फिगर लगाते ही पैसा ट्रांजेक्शन हो जा रहा है। इसके साथ ही ईमेल के जरिए ट्रांजेक्शन का पूरा विवरण आ जाएगा। इसमें अधिकतम दो लाख रुपये रखा जा सकता है। इसका युवाओं में काफी रुझान देखा जा रहा है, जिसके चलते डाक विभाग की तरफ से 40 कालेजों में अभियान चलाया जा रहा है। बोले जिम्मेदार :-
डाक विभाग आधुनिकता के साथ कदम ताल करना शुरू कर दिया है। जिसके क्रम में इंडिया पोस्ट पेमेंट बैंक की शुरुआत की गई। इसके जरिए ग्राहकों का डिजिटल बचत खाता खोला जा रहा है। यह एटीएम के जैसा क्यूआर कार्ड होता है, जिसके जरिए आसानी से लेन-देन किया जा सकता है।
- पीसी तिवारी, डाक अधीक्षक, प्रधान डाकघर।
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