*मारपीट में घायल युवती के प्रति लापरवाह दिखी कोतवाली पुलिस*
*करीब ढाई घंटे मेडिकल के लिए पुलिस का करती रही इंतजार*
*बीकापुर/अयोध्या*
एक तरफ मुख्यमंत्री योगी जी द्वारा पुलिस कर्मियों को मानवीय संवेदना अपनाने की नसीहत दी जा रही है। वहीं दूसरी तरफ कोतवाली बीकापुर के कुछ पुलिसकर्मी कोतवाली जाने वाले पीड़ितों के साथ गैर जिम्मेदाराना रवैया अपना रहे हैं। कोतवाली क्षेत्र के दशरथपुर रघुनाथ का पुरवा गांव में आबादी की भूमि को लेकर शुक्रवार को दो पक्षों में हुई मारपीट में एक पक्ष द्वारा किए गए हमले में दूसरे पक्ष की 16 वर्षीय किशोरी आरती पुत्री सूर्य राम घायल हो गई। सिर में गंभीर चोट लगने के कारण परिजनों द्वारा दोपहर करीब 12 बजे उपचार के लिए अर्ध बेहोशी की हालत में उपचार के लिए एंबुलेंस से सीएचसी बीकापुर लाया गया। मामले में कोतवाली पुलिस की असंवेदनशीलता देखने को मिली है। पीड़ित किशोरी के साथ उपचार कराने आए किशोरी के पिता और जलालपुर माफी निवासी जानकी निषाद कोतवाली सूचना देने देने गए तो वहां बताया गया की मेडिकल परीक्षण के लिए सिपाही को अस्पताल भेज रहे हैं। लेकिन करीब डेढ़ घंटे तक जब कोतवाली से कोई नहीं पहुंचा तो दोनों लोग फिर कोतवाली गए। फिर भी अस्पताल आने को कोई तैयार नहीं हुआ। पीड़ित किशोरी के पिता और जानकी निषाद ने बताया कि कोतवाली में मौजूद एक सिपाही से जब उन्होंने अस्पताल चलकर मेडिकल और उपचार कराने के लिए कहा तो वहां उनके साथ अपशब्द का प्रयोग करते हुए डांट कर भगा दिया गया। पुलिस आने के इंतजार में घायल किशोरी करीब 2:30 बजे तक अस्पताल में लेटी रही। उसके बाद जब पुलिस नहीं आई तो किसी तरह किशोरी के परिजन घायल किशोरी को लेकर बाइक से कोतवाली गए। जिससे घायल किशोरी का मेडिकल परीक्षण हो सके।
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